मीरपुर (ढाका) : शेर-ए-बांग्ला नेशनल स्टेडियम में शनिवार को खेले गए टी-20 मुकाबले में भारत ने पाकिस्तान को पांच विकेट से हरा दिया। पाकिस्तान की ओर से दिए गए 84 रन के लक्ष्य को भारत ने 16वें ओवर में पांच विकेट खोकर प्राप्त कर लिया। भारत की ओर से विराट कोहली ने सर्वाधिक 49 रन बनाए। एशिया कप में भारत की यह लगातार दूसरी जीत है। पाकिस्तान की तरफ से सर्वाधिक तीन विकेट मोहम्मद आमिर ने लिए जबिक मोहम्मद समी ने दो विकेट चटकाए। पाकिस्तान की ओर से दिए गए लक्ष्य का पीछा करने उतरी भारतीय टीम की शुरुआत काफी खराब रही। भारत को तीन शुरुआती झटके लगे लेकिन विराट कोहली और युवराज सिंह ने भारतीय पारी को संभाला। युवराज सिंह 14 रन बनाकर नाट आउट रहे। रोहित शर्मा और आजिंक्य रहाणे खाता भी नहीं खोल सके जबकि सुरेश रैना ने एक रन बनाए। भारतीय कप्तान धोनी ने चौका लगाकर जीत दिलाई। इससे पहले भारतीय गेंदबाजों के सामने पाकिस्तानी बल्लेबाजी चल नहीं सकी और पाकिस्तान की पूरी टीम 17.3 ओवर में 83 रन ही बना सकी।
पाकिस्तान की तरफ से सरफराज अहमद ने सर्वाधिक 25 रन बनाए। जबकि खुर्रम मंजूर ने 10 रनों की पारी खेली। सरफराज और खुर्रम के अलावा कोई भी पाकिस्तानी बल्लेबाज दहाई का आंकड़ा नहीं छू सका। भारत की तरफ से जसप्रीत बुमराह ने अपने तीन ओवर में आठ रन देकर दो मेडन ओवर फेंके और एक विकेट लिए। हार्दिक पांड्या ने तीन विकेट लिए, रवींद्र जडेजा, आशीष नेहरा और युवराज को एक-एक विकेट मिले। इस मैच में दोनों टीमों के बीच आईसीसी विश्व टी20 चैम्पियनशिप के पहले दौर में अगले महीने वाले मैच के रोमांच की झलक भी दिखेगी। भारत और पाकिस्तान के बीच होने वाले क्रिकेट मुकाबलों से विरासत जुड़ी है जबकि इन मुकाबलों पर दोनों पड़ोसी देशों की बीच की राजनीति का भी असर पड़ता है। तैयारी के लिहाज से देखें तो दोनों टीमों ने पिछले एक महीने में काफी टी20 क्रिकेट खेला है और उनकी तैयारी अच्छी है। भारत ने विश्व टी20 की अच्छी तैयारी करते हुए इस साल 7 में से 6 मैच जीते हैं। दूसरी तरफ पाकिस्तान के खिलाड़ी पाकिस्तान सुपर लीग में हिस्सा लेने के बाद यहां आए हैं। पारंपरिक तौर पर भारत को वैश्विक टूर्नामेंटों में कभी पाकिस्तान के खिलाफ हार का सामना नहीं करना पड़ा लेकिन महाद्वीपीय टूर्नामेंटों में ऐसा नहीं है जहां शाहिद अफरीदी एंड कंपनी ने अच्छा प्रदर्शन किया है। एशिया कप हालांकि पहली बार टी20 प्रारूप में खेला जा रहा है। दोनों टीमों के बीच पिछला मुकाबला एक साल और 11 दिन पहले एडिलेड में 50 ओवर के विश्व कप के दौरान खेला गया था जिसमें भारत ने 76 रन से जीत दर्ज की थी। विश्व कप के बाद दोनों टीमों के बीच तटस्थ स्थान पर प्रस्तावित सीरीज नहीं हुई क्योंकि इसके लिए बीसीसीआई को भारत सरकार से स्वीकृति नहीं मिली। मैदान की बात करें तो धोनी की अगुआई में भारतीय टीम सही समय पर लय में आ रही है और सभी विभागों में खिलाड़ी एकजुट होकर प्रदर्शन कर रहे हैं। कागज पर टीम इंडिया हर विभाग में मजबूत नजर आती है लेकिन पाकिस्तान टीम का मजबूत पक्ष उसकी अनिश्चितता है। टीम इंडिया के लिए एकमात्र चिंता कप्तान धोनी की पीठ की जकड़न है। धोनी दर्द के बावजूद बांग्लादेश के खिलाफ 45 रन की जीत के दौरान खेले थे। अगर धोनी नहीं खेलने का फैसला करते हैं जो पार्थिव पटेल कवर के तौर पर मौजूद रहेंगे। भारत के लिए अंतिम एकादश में प्रयोग की अधिक संभावना नहीं है। विराट कोहली के बाद छोटे प्रारूप में सलामी बल्लेबाज रोहित शर्मा दूसरे बड़े मैच विजेता के रूप में उभरे हैं। शिखर धवन के प्रदर्शन में निरंतरता की कमी है लेकिन बल्ला चलने पर वह किसी भी गेंदबाजी आक्रमण को ध्वस्त कर सकते हैं। पाकिस्तान के लिए पारी की शुरुआत मोहम्मद हफीज और शारजील खान कर सकते हैं। शारजील ने पीएसएल में अपनी फ्रेंचाइजी के लिए 299 रन बनाए थे। हालांकि शारजील और हफीज के बीच धवन और रोहित जैसा सामंजस्य नहीं दिखता। पाकिस्तान के खिलाफ कोहली ने भी शानदार प्रदर्शन किया है और कुछ बड़ी पारियां खेली हैं। बांग्लादेश के खिलाफ विफल रहने के बाद भारतीय उप कप्तान चिर प्रतिद्वंद्वी के खिलाफ शानदार प्रदर्शन करने को बेताब होगा।