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हैदराबाद: इंफोसिस के सह-संस्थापक क्रिस गोपालकृष्णन का मानना है कि भारतीय सूचना प्रौद्योगिकी उद्योग का ‘स्वर्ण काल’ खत्म नहीं हुआ है और इसका वक्त फिर से वापस आ सकता है, भले ही यह अभी मंदी के दौर से गुजर रहा हो। उन्होंने कहा कि वर्ष 2008 की वैश्विक मंदी के बाद भी यह क्षेत्र वापस उभरकर आया था। वह वर्ष 2007 से 2011 के बीच इंफोसिस के मुख्य कार्यकारी अधिकारी और प्रबंध निदेशक रहे। गोपालकृष्णन ने कहा, ‘मैं इस बात को भरोसे के साथ कह सकता हूं कि भारतीय सूचना प्रौद्योगिकी उद्योग रोजगार निर्माण का इंजन बना रहेगा। यह वृद्धि करना जारी रखेगा। इसकी वृद्धि दोहरे अंकों में हो सकती है।’ उन्होंने पिछली कुछ तिमाहियों में इसकी वृद्धि एकल अंक में रहने पर इसके पिछड़ने की धारणा को दरकिनार करते हुए कहा कि आईटी कंपनियों के लिए यह ‘नयी सामान्य’ वृद्धि हो सकती है। उन्होंने कहा, ‘आईटी सेवाओं की वृद्धि में कमी आई है। वित्त वर्ष 2016-17 के लिए यह 12-15 प्रतिशत के बजाय आठ-नौ प्रतिशत रह सकती है। अगले साल की वृद्धि वैश्विक अर्थव्यवस्था पर निर्भर करेगी।’ उन्होंने कहा कि इस क्षेत्र के अलावा और कौन सा क्षेत्र है जो एक साल में अच्छे वेतनमान वाली एक से दो लाख नौकरियां पैदा कर रहा हो? वह यह नहीं कह सकते कि भारतीय आईटी सेवा उद्योग का ‘स्वर्ण काल’ बीत चुका है।
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मुंबई: बंबई शेयर बाजार में गिरावट का सिलसिला आज लगातार पांचवें दिन जारी रहा तथा सेंसेक्स 156 अंक टूटकर करीब चार महीने के निचले स्तर 27,274.15 अंक पर आ गया। अमेरिका में राष्ट्रपति पद के चुनाव नतीजों को लेकर अनिश्चितता से निवेशक सतर्क हैं। फार्मा कंपनियों के शेयरों में भारी बिकवाली का दौर चला। नए सम्वत् वर्ष के पहले सप्ताह में सेंसेक्स और निफ्टी दोनों में भारी गिरावट दर्ज हुई। सेंसेक्स में जहां 667.36 अंक या 2.38 प्रतिशत तथा निफ्टी में 204.25 अंक या 0.36 प्रतिशत की गिरावट आई। अमेरिकी चुनाव में बाजार की पसंदीदा हिलेरी क्लिंटन अब डोनाल्ड ट्रंप से पिछड़ती नजर आ रही हैं। ऐसे में वैश्विक स्तर पर कमजोरी के रूख के बीच यहां भी विदेशी कोष और खुदरा निवेशक बिकवाली कर रहे हैं। जीएसटी परिषद द्वारा कर ढांचे को अंतिम रूप दिए जाने के बावजूद बाजार को राहत नहीं मिली। इस बीच, जेनेरिक दवाएं बनाने वाली फार्मा कंपनियों की अमेरिकी जांच की खबरों से फार्मा कंपनियों के शेयरों में जोरदार गिरावट आई। सनफार्मा का शेयर 7.45 प्रतिशत टूट गया, डॉ रेड्डीज में 5.67 प्रतिशत, ल्यूपिन में 3.57 प्रतिशत तथा सिप्ला में 2.60 प्रतिशत की गिरावट आई। बंबई शेयर बाजार का 30 शेयरों वाला सेंसेक्स आज 156.13 अंक या 0.57 प्रतिशत टूटकर 27,274.15 अंक पर आ गया। यह 8 जुलाई के बाद इसका सबसे निचला बंद स्तर है। कारोबार के दौरान सेंसेक्स 27,498.91 से 27,193.61 अंक के दायरे में रहा। पिछले चार सत्रों में सेंसेक्स में 511.23 अंक का नुकसान दर्ज हुआ। नेशनल स्टाक एक्सचेंज का निफ्टी 51.20 अंक या 0.60 प्रतिशत के नुकसान से 8,433.75 अंक पर आ गया। कारोबार के दौरान यह 8,504 से 8,400.25 अंक के दायरे में रहा।
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नई दिल्ली: देश की प्रमुख कार कंपनी मारुति सुजुकी इंडिया के चेयरमैन आर सी भार्गव ने आज कहा कि टाटा की छोटी कार नैनो सिर्फ एक या दो वजह से असफल नहीं रही, बल्कि यह पूरी तरह ग्राहकों की आकांक्षाओं को पूरा नहीं कर पाई। भार्गव ने कहा कि दोपहिया रखने वाला जब कार खरीदता है तो वह कार जैसी सुविधा भी चाहता है। वह उसे सिर्फ परिवहन के लिए किसी साधन के रूप में नहीं देखता। उन्होंने यहां एक परिचर्चा में कहा, ‘मेरा मानना है कि नैनो कुल मिलाकर ग्राहकों की आकांक्षाओं को पूरा करने में विफल रही। सिर्फ एक या दो कारणों से नहीं पूर्ण रूप से।’ उन्होंने कहा कि इस मूल्य पर परियोजना चुनौती है। साथ ही यह ग्राहकों की आकांक्षाओं को पूरा करने की चुनौती भी है। भार्गव ने हालांकि, दोहराया कि रतन टाटा को आम लोगों को सस्ती कार उपलब्ध कराने के प्रयास का श्रेय दिया जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि टाटा का नैनो के पीछे विचार दोपहिया वाहन रखने वालों को एक सुरक्षित परिवहन का साधन उपलब्ध कराना था, जिसकी सराहना की जानी चाहिए।
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नई दिल्ली: खुदरा क्षेत्र की प्रमुख कंपनी वालमार्ट ने वस्तु एवं सेवाकर (जीएसटी) के चार स्तरीय कर ढांचे को प्रगतिशील बताया लेकिन वातित पेय पदार्थ बनाने वाली पेप्सिको और कोकाकोला जैसी कंपनियों ने इस पर कोई प्रतिक्रिया नहीं देते हुए कहा कि वह इसकी पूरी जानकारी आने का इंतजार करेंगी। जीएसटी परिषद ने आज जीएसटी की चार कर दर पांच, 12, 18 और 28 प्रतिशत तय करने पर सहमति जतायी हैं। इसका लक्ष्य अधिकतर वस्तुओं को कम कर दायरे में रखना है। वालमार्ट इंडिया के अध्यक्ष और मुख्य कार्यकारी अधिकारी कृष अय्यर ने इन दरों को एक प्रगतिशील कदम बताया। वहीं वातित पेय पदार्थ बनाने वाली कंपनियों के अधिकारियों ने इस पर कोई प्रतिक्रिया नहीं दी। उन्होंने कहा कि वह इसके ब्योरे आने का इंतजार करेंगे।
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