मुंबई: कमजोर वैश्विक रूख के बीच बंबई शेयर बाजार का सेंसेक्स आज 349 अंक की जोरदार गिरावट के साथ 27,527.22 अंक पर आ गया। ताजा सर्वेक्षण में अमेरिकी राष्ट्रपति पद के चुनाव में रिपब्लिकन उम्मीदार डोनाल्ड ट्रंप को हिलेरी क्लिंटन से आगे दिखाया गया है। इसके अलावा नेशनल स्टाक एक्सचेंज का निफ्टी भी 8,600 अंक से नीचे लगभग तीन माह के निचले स्तर पर आ गया। निवेशकों की निगाह अब अमेरिकी फेडरल रिजर्व के ब्याज दर पर आज आने वाले फैसले पर टिकी है। बंबई शेयर बाजार का 30 शेयरों वाला सेंसेक्स पूरे दिन दबाव में रहने के बाद अंत में 349.39 अंक या 1.25 प्रतिशत के नुकसान से 27,527.22 अंक पर आ गया। यह 13 अक्तूबर के बाद सेंसेक्स की एक दिन की सबसे बड़ी गिरावट है। यह 17 अक्टूबर के बाद सेंसेक्स का सबसे निचला बंद स्तर है। उस दिन सेंसेक्स 27,529.97 अंक पर बंद हुआ था। पिछले दो सत्रों में सेंसेक्स 64.90 अंक टूटा था। निफ्टी पर भी बिकवाली दबाव दिखा। यह 112.25 अंक या 1.30 प्रतिशत टूटकर 8,600 अंक से नीचे 8,514 अंक पर आ गया। यह 21 जुलाई के बाद निफ्टी का सबसे निचला स्तर है। कारोबार के दौरान निफ्टी 8,504.85 अंक के निचले स्तर तक आया। सेंसेक्स की कंपनियांे में ओएनजीसी में सबसे अधिक 4.10 प्रतिशत की गिरावट आई और यह 277.35 रपये पर आ गया।
टाटा मोटर्स का शेयर 3.19 प्रतिशत टूटकर 514 रपये पर आ गया। इसके अलावा एसबीआई, सनफार्मा, रिलायंस इंडस्ट्रीज, भारती एयरटेल, डॉ रेड्डीज लैब, सिप्ला, टीसीएस, हीरो मोटोकार्प, मारति सुजुकी, एशियन पेंट और आईसीआईसीआई बैंक के शेयरांे में 2.75 प्रतिशत तक की गिरावट आई।