ताज़ा खबरें
संभल में मस्जिद सर्वे के दौरान भड़की हिंसा:अब तक 4 लोगों की मौत
निज्जर हत्याकांड: कनाडा में चार भारतीयों के खिलाफ सीधे होगा ट्रायल
हेमंत सोरेन ने पेश किया सरकार बनाने का दावा, 28 को लेंगे शपथ

हैदराबाद: इंफोसिस के सह-संस्थापक क्रिस गोपालकृष्णन का मानना है कि भारतीय सूचना प्रौद्योगिकी उद्योग का ‘स्वर्ण काल’ खत्म नहीं हुआ है और इसका वक्त फिर से वापस आ सकता है, भले ही यह अभी मंदी के दौर से गुजर रहा हो। उन्होंने कहा कि वर्ष 2008 की वैश्विक मंदी के बाद भी यह क्षेत्र वापस उभरकर आया था। वह वर्ष 2007 से 2011 के बीच इंफोसिस के मुख्य कार्यकारी अधिकारी और प्रबंध निदेशक रहे। गोपालकृष्णन ने कहा, ‘मैं इस बात को भरोसे के साथ कह सकता हूं कि भारतीय सूचना प्रौद्योगिकी उद्योग रोजगार निर्माण का इंजन बना रहेगा। यह वृद्धि करना जारी रखेगा। इसकी वृद्धि दोहरे अंकों में हो सकती है।’ उन्होंने पिछली कुछ तिमाहियों में इसकी वृद्धि एकल अंक में रहने पर इसके पिछड़ने की धारणा को दरकिनार करते हुए कहा कि आईटी कंपनियों के लिए यह ‘नयी सामान्य’ वृद्धि हो सकती है। उन्होंने कहा, ‘आईटी सेवाओं की वृद्धि में कमी आई है। वित्त वर्ष 2016-17 के लिए यह 12-15 प्रतिशत के बजाय आठ-नौ प्रतिशत रह सकती है। अगले साल की वृद्धि वैश्विक अर्थव्यवस्था पर निर्भर करेगी।’ उन्होंने कहा कि इस क्षेत्र के अलावा और कौन सा क्षेत्र है जो एक साल में अच्छे वेतनमान वाली एक से दो लाख नौकरियां पैदा कर रहा हो? वह यह नहीं कह सकते कि भारतीय आईटी सेवा उद्योग का ‘स्वर्ण काल’ बीत चुका है।

  • देश
  • प्रदेश
  • आलेख