नई दिल्ली: रेलवे की महत्वकांक्षी 2500 करोड़ रुपये की ट्रेनसेट परियोजना को झटका लगा है। इस संबंध में छांटे गये बोलीदाताओं ने और समय मांगा है तथा वित्तीय बोली जमा करने से पहले बोली दस्तावेज में बदलाव की मांग की है। यह परियोजना प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की ‘मेक इन इंडिया’ कार्यक्रम का हिस्सा है। रेलवे ने 17 ट्रेन सेट के लिये 316 डिब्बों की खरीद, रखरखाव एवं विनिर्माण हेतु पिछले वर्ष जून में वैश्विक निविदा जारी की थी। परियोजना के अनुरोध प्रस्ताव के तहत 276 डिब्बों का विनिर्माण भारत में ‘मेक इन इंडिया’ कार्यक्रम के तहत किये जाएंगे जबकि 40 का आयात किया जाएगा। इसके लिये पांच बोलीदाता पात्र पाये गये थे और उन्हें पिछले साल दिसंबर के अंत तक बोली जमा करनी थी। लेकिन अब बोलीदाताओं का परियोजना को लेकर रूख ठंडा है।
बोली जमा करने का समय बढ़ाकर फरवरी अंत कर दिया गया है। सूत्रों के अनुसार अब बोलीदाता चाहते हैं कि डिब्बों की संख्या 316 से बढ़ाकर 1,000 किया जाए क्योंकि 300 इतनी पर्याप्त संख्या नहीं है जिसको लेकर वह यहां विनिर्माण के लिये इकाई लगायें। परियोजना के लिये पांच पात्र बोलीदाता अल्सतॉम-बीईएमएल, सीएएफ-बमबार्डियर, हिताची-अंसालदो कावासाकी-तोशिबा-भेल तथा सीमेंस हैं। सूत्रों ने कहा कि हमने 25 जनवरी को बोलीदाताओं की बोली पूर्व बैठक बुलायी है ताकि उनके द्वारा उठाये गये मुद्दों का समाधान किया जा सके।