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पेरिस: फ्रांस में ट्रक हमला करके 84 लोगों की जान लेने वाला मोहम्मद लाहोउआएज बूहलेल पांच अन्य संदिग्धों के साथ मिलकर लंबे समय से इस हमले की साजिश रच रहा था। अन्य पांचों संदिग्धों को औपचारिक रूप से आरोपी बनाया गया है। यह जानकारी अभियोजक फ्रांस्वा मोलिन्स ने दी है। बूहलेल ने बास्तील दिवस पर आतिशबाजी प्रदर्शन का आनंद ले रही भीड़ पर ट्रक से हमला कर दिया था। इस हमले में 84 लोग मारे गए थे। इस घटना के एक सप्ताह बाद मोलिन्स ने कल बताया कि बूहलेल के फोन में मौजूद फोटो दिखाते हैं कि वर्ष 2015 से ही समारोह पर उसकी नजर थी। यह भी पता चला है कि हिरासत में बंद पांच संदिग्धों में शामिल मोहम्मद ओआलिद जी ने जनसंहार के एक दिन बाद अपराधस्थल का वीडियो बनाया था। यह संदिग्ध ट्यूनीशिया का नागरिक है। पांचों संदिग्धों को कल देर रात आतंकवाद से जुड़े मामलों की सुनवाई करने वाले जजों के सामने पेश किया गया और उनके खिलाफ आरोप लगाए गए।

बीजिंग: एनएसजी में प्रवेश पाने के लिए परमाणु अप्रसार संधि (एनपीटी) पर हस्ताक्षर नहीं करने के भारत के बयान के बीच अपने रूख पर अड़े चीन ने गुरुवार को कहा कि किसी भी देश को खुद को एनपीटी के खिलाफ नहीं रखना चाहिए, ना ही खुद को इसके खिलाफ रख सकता है। चीन के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता लु कांग ने यहां कहा, हमने परमाणु आपूर्तिकर्ता समूह में गैर एनपीटी देशों को शामिल किए जाने पर बार-बार अपना रूख बताया है। लु ने लोकसभा में बुधवार को विदेश मंत्री सुषमा स्वराज के दिए बयान पर प्रतिक्रिया जाहिर की, जिन्होंने कहा था कि भारत एनपीटी पर हस्ताक्षर नहीं करेगा। उन्होंने कहा, यह जिक्र करना लाजिमी है कि नये सदस्य बनाने के तरीके के लिए चीन नियम नहीं बनाता। अंतरराष्ट्रीय समुदाय ने काफी समय पहले ही यह आमराय बना लिया था कि एनपीटी अंतरराष्ट्रीय अप्रसार व्यवस्था की एनपीटी बुनियाद है। किसी देश को खुद को एनपीटी के खिलाफ नहीं रखना चाहिए या वह खुद को इसके खिलाफ नहीं रख सकता। लु की टिप्पणी में कहा गया कि एनपीटी पर चीन के रूख में कोई बदलाव नहीं आया है और इसलिए एनएसजी में शामिल होने की इच्छा रखने वाले नये सदस्यों को इस पर हस्ताक्षर करना होगा।

क्लीवलैंड: टेक्सास के सीनेटर टेड क्रूज ने डोनाल्ड ट्रंप के रिपब्लिकन पार्टी का उम्मीदवार चुने जाने पर उन्हें बधाई दी है और साथ ही राष्ट्रपति बराक ओबामा पर हमला बोलते हुए कहा है कि वह हर चीज को पीछे की ओर लेकर जा रहे हैं और हिलेरी क्लिंटन भी उन्हीं की नीतियों पर चल रही हैं। क्रूज ने रिपब्लिकन नेशनल कन्वेंशन की भीड़ को संबोधित करते हुए कहा, ‘मैं डोनाल्ड ट्रंप को कल रात नामांकन जीतने पर बधाई देता हूं।’ टेक्सास के जूनियर सीनेटर को ट्रंप ने प्राइमरी के दौरान हरा दिया था। ट्रंप को प्राइमरी चुनाव जीतने की बधाई देने के अलावा क्रूज ने राष्ट्रपति ओबामा और डेमोक्रेटिक पार्टी की उम्मीदवार हिलेरी क्लिंटन पर तीखे हमले बोले। क्रूज ने कहा कि हमारे दो दलों में एक बड़ा अंतर भविष्य के प्रति हमारे नजरियों को लेकर है। यहां एक पार्टी है, जो सोचती है कि आईएसआईएस एक ‘जेवी टीम’ है। उसे लगता है कि उस ईरान के साथ संधि की जा सकती है, जो ‘डेथ टू अमेरिका डे’ और ‘डेथ टू इजरायल डे’ के रूप में छुट्टियां मनाता है। यह पागलपन है। क्रूज ने कहा, ‘राष्ट्रपति ओबामा एक ऐसे आदमी हैं, जो हर चीज को पीछे ले जाने का काम करते हैं। वह ग्वांतानामो बे को बंद करना और हमारी सीमाओं को खोलना चाहते हैं। वह नौकरियों का निर्यात और आतंकियों का आयात करते हैं। बहुत हो गया। हमारे भविष्य के लिए एक बेहतर नजरिया है, जो कहता है- स्वतंत्रता की ओर लौटो।’

अंकारा: तुर्की के राष्ट्रपति रेसेप तैयप एर्दोगन ने तीन महीने के आपातकाल की घोषणा की है और पिछले सप्ताह हुई तख्तापलट की कोशिश के लिए जिम्मेदार ‘आतंकवादी’ समूह का पता लगाकर उसका खात्मा करने का संकल्प लिया है। राष्ट्रपति ने अपने कट्टर दुश्मन एवं अमेरिका में रहने वाले इस्लामी धर्मगुरु फतहुल्लाह गुलेन के अनुयायियों को तख्तापलट की इस कोशिश के लिए जिम्मेदार बताया है। इस कोशिश के बाद करीब 50,000 लोगों को गिरफ्तार किया गया है और संदिग्ध साजिशकर्ताओं को उनके पदों से बर्खास्‍त किया गया है। एर्दोगन ने अंकारा में राष्ट्रपति भवन से कहा कि ‘तख्तापलट की कोशिश में शामिल आतंकवादी समूह के सभी तत्वों को तेजी से समाप्त करने के लिए आपातकाल की स्थिति घोषित करने की जरूरत थी।’ हालांकि यह कदम उठाए जाने से सरकार की सुरक्षा संबंधी शक्तियां बहुत बढ़ जाएंगी लेकिन उन्होंने ‘लोकतंत्र से कोई समझौता’ नहीं करने का संकल्प लिया। घोषणा के बाद राष्ट्रपति भवन में एर्दोगन की अध्यक्षता में कैबिनेट और तुर्की की राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद की लंबी बैठकें हुईं। एक अधिकारी ने कहा कि आपातकाल की घोषणा से सरकार को गतिविधि की स्वतंत्रता प्रतिबंधित करने की अतिरिक्त शक्तियां मिलेंगी। इससे वित्तीय एवं वाणिज्यिक गतिविधियों पर रोक नहीं लगेगी क्योंकि ‘अंतरराष्ट्रीय कानून इन प्रतिबंधों की सीमाएं निर्धारित करता है।’

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