इस्लामाबाद: पाकिस्तान के पूर्व सैनिक शासक जनरल परवेज मुशर्रफ देशद्रोह के मामले में घिर गए हैं। उनके खिलाफ सुनवाई कर रही विशेष अदालत ने आज उनके बैंक खातों को सील करने और संपत्ति जब्त करने का आदेश दिया। पाकिस्तानी अखबार डॉन के मुताबिक पेशावर उच्च न्यायालय के मुख्य न्यायधीश मजहर आलम मियांखेल की अध्यक्षता वाली विशेष अदालत की तीन सदस्यीय खंडपीठ ने बार-बार नोटिस भेजे जाने के बावजूद सुनवाई के दौरान अदालत में उनके अनुपस्थित होने के मामले की सुनवाई के दौरान यह फैसला सुनाया। विशेष अदालत ने जनरल मुशर्रफ के बैंक खातों को सील करने और उनकी संपत्ति को जब्त करने का आदेश अधिकारियों को दिया। न्यायाधीश मियांखेल ने अपने आदेश में कहा कि जनरल मुशर्रफ की अनुपस्थिति में अदालत मामले की आगे की सुनवाई नहीं कर सकती। कानून के अनुसार उन्हें इस मामले में अदालत में उपस्थित होना होगा। उन्होंने कहा कि आरोपी के रवैये के कारण उनके सामने दूसरा कोई विकल्प नहीं बचा है। उन्होंने जनरल मुशर्रफ के बैंक खातों को सील करने और उनकी संपत्ति को जब्त करने का आदेश अधिकारियों को दिया। अदालत के आदेश की अनुपालना रिपोर्ट को अदालत में जमा करने का आदेश भी दिया गया है। अदालत में उपस्थित होने के लगातार नोटिस दिये जाने के बाद भी वे वहां नहीं जा रहे थे। अदालत ने मामले की सुनवाई तब तक के लिये स्थगित कर दी है जब तक वे आत्मसमर्पण नहीं करते या उन्हें गिरफ्तार नहीं कर लिया जाता।
वहीं पूर्व राष्ट्रपति के वकील ने कहा कि उनका मुवक्किल बीमार है और इलाज के लिये विदेश में है। वकील ने स्काइप के जरिये जनरल मुशर्रफ का बयान दर्ज करने का आग्रह किया जिसे अदालत ने नामंजूर कर दिया। इससे पहले अदालत ने पूर्व राष्ट्रपति के गारंटर राशिद कुरैशी की ओर से जमा किये गये जमानती बांड को भी जब्त कर लिया था और 25 लाख रुपये की जमानत राशि विशेष अदालत के रजिस्ट्रार के पास जमा करने का आदेश दिया था।