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बीजिंग: चीन ने डोनाल्ड ट्रम्प प्रशासन के अधीन अमेरिका के साथ किसी तरह के व्यापारिक युद्ध की आशंकों को तवज्जो ना देते हुए आज कहा कि नये अमेरिकी प्रशासन पर ताइवान को लेकर ‘एक चीन’ की नीति का पालन करने के पूर्ववर्ती अमेरिकी सरकारों के वादे का ‘सम्मान’ करने की ‘जिम्मेदारी’ है। विदेश मंत्रालय की प्रवक्ता हुआ चुनयिंग ने ट्रम्प को लेकर चीन की उम्मीदें साफ करते हुए यहां मीडिया से कहा, ‘एक चीन का सिद्धांत चीन-अमेरिका संबंधों का राजनीतिक आधार है। एक चीन के सिद्धांत का पालन करते रहने की अमेरिकी सरकारों की द्विदलीय प्रतिबद्धता का सम्मान करना हर अमेरिकी प्रशासन की जिम्मेदारी है।’ उन्होंने अमेरिका के राष्ट्रपति पद के शपथ ग्रहण समारोह में ट्रम्प के संबोधन को लेकर टिप्पणी ना करते हुए कहा कि अमेरिका को ताइवान के साथ अपने संबंधों पर उचित एवं सावधानीपूर्वक ध्यान देना चाहिए। हालांकि प्रवक्ता ने जोर दिया कि दोनों देशों के बीच व्यापार से जुड़े किसी भी युद्ध में कोई भी विजेता नहीं होगा क्योंकि अमेरिका-चीन के व्यापार से अमेरिका में 26 लाख नौकरियों का सृजन हुआ है। उन्होंने ‘अमेरिका फर्स्ट’ के बिंदु पर बहस में शामिल होने से इनकार करते हुए कहा कि ट्रम्प के संबोधन का अमेरिकी नागरिक बेहतर मूल्यांकन करेंगे। हालांकि प्रवक्ता ने कहा कि चीन ट्रम्प से एक चीन की नीति का पालन करने की उम्मीद करता है।

लाहौर: मुंबई हमले के मास्टरमाइंड हाफिज सईद के संगठन जमात उद दावा ने अपने सरगना के लिए बड़ी शर्मिंदगी की स्थिति पैदा कर दी जब उसने सईद के हवाले से बयान जारी कर कहा कि पाकिस्तान में आतंकवाद का षडयंत्र रचने में चीन और रूस की भूमिका है। सईद ने कल जेयूडी मुख्यालय पर संवाददाताओं से कहा, ‘पाकिस्तान को अपने वहां आतंकवाद को अंजाम देने से भारत को रोकने के लिये चीन, रूस और दूसरे देशों पर दवाब बनाना चाहिये।’ बहरहाल, बैठक के बाद जेयूडी ने सईद हे हवाले से एक बयान जारी कर कहा, ‘पाकिस्तानी सरकार को चीन, रूस और दूसरे देशों द्वारा यहां अंजाम दिए जा रहे आतंकवाद को रोकने के लिए भारत पर दबाव बढ़ाना चाहिए।’ बाद में जेयूडी अधिकारी अहमद नदीम ने कहा कि बयान में गलती से चीन का उल्लेख पाकिस्तान में आतंकवाद के संदर्भ में कर दिया गया। नदीम ने कहा, ‘हाफिज ने कहा कि पाकिस्तानी सरकार को चीन-पाकिस्तान आर्थिक गलियारे (सीपेक) को कश्मीर की आजादी से जोड़ना चाहिए और पाकिस्तान में आतंकवाद पैदा करने से भारत को रोकने के लिये चीन एवं रूस तथा सीपेक में शामिल अन्य देशों पर दवाब बनाना चाहिये।’ एक अन्य मांग में सईद ने कहा कि प्रधानमंत्री नवाज शरीफ और उनकी कैबिनेट के सदस्यों को कश्मीर संबंधी प्रस्तावों के क्रियान्वयन की मांग को लेकर संयुक्त राष्ट्र के कार्यालय के बाहर प्रदर्शन धरना देना चाहिए।

न्यूयॉर्क: लगातार ट्वीट करने के लिए मशहूर डोनाल्ड ट्रंप ने राष्ट्रपति बनने के बाद अपने ट्वीट में स्पेलिंग मिस्टेक कर दी जिसके लिए कहीं उनका मजाक उड़ाया जा रहा है जो कहीं उनकी आलोचना हो रही हैं। ट्रंप ने कार्यभार संभालने के कुछ देर बाद ट्वीट किया, ‘अमेरिका के 45वें राष्ट्रपति के रूप में अमेरिका की महान जनता की सेवा करने में गौरवान्वित हूं।’ इस ट्वीट में उन्होंने ‘ऑनर्ड’ की स्पेलिंग में गलती कर दी, हालांकि इस ट्वीट को तत्काल हटाते हुए नया ट्वीट किया गया लेकिन इससे पहले ही बहुत से लोगों ने इस पर प्रतिक्रिया दे डालीं। एक ट्वीट में कहा गया, ‘अच्छा झटका, अभी चार वर्ष और।’ एक अन्य ट्वीट में ट्रंप को अब तक का सबसे अधिक अशिक्षित रास्ट्रपति करार दिया गया। इससे पहले भी ट्रंप अपने कई ट्वीटों में गलती कर चुके हैं जिसके लिए उनकी काफी आलोचना हो चुकी है।

न्यूयॉर्क: अमेरिका में एक मुस्लिम परिवार को राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के शपथ ग्रहण के बाद एक दिल को छू लेने वाला पत्र मिला जिसे उनके पड़ोसियों ने लिखा था। इसमें इस परिवार को बिना किसी भेदभाव के रहने के लिए समर्थन की पेशकश की गयी थी। चार दशकों से ओहायो के सिनसिनाती में रह रहे अबूबाकर आमरी ने कहा कि वे तथा उनके पड़ोसी केवल ‘हैलो’ के अलावा ज्यादा कोई बातचीत नहीं करते थे इसलिए यह पत्र उनके लिए बड़ी हैरानी की बात थी। जिस दिन 70 वर्षीय ट्रंप ने शपथ ली वेस्टवुड में उनका एक पड़ोसी यह पत्र उनके लैटर बॉक्स में छोड़ गया। जिसमें लिखा था, ‘प्यारे पडोसी, हमारे देश में आज से एक नया चरण शुरू हुआ है। इससे कोई फर्क नहीं पड़ता कि क्या होता है लेकिन कृपया इस बात को जान लीजिए कि अभी भी बहुत से लोग हैं जो आपको आपके धर्म का अनुपालन करने, भेदभाव के बिना आपके जिंदगी जीने के अधिकार के लिए लड़ेंगे। हमारे पड़ोस में आपका स्वागत है और यदि आपको कोई जरूरत हो तो हमें बताने में नहीं झिझकें।’ आमरी ने कहा, ‘मेरी बेटी, उसे कोई और जगह मालूम ही नहीं और बाकी अन्य मुस्लिम अमेरिकियों की तरह वह भी राष्ट्रपति ट्रंप के प्रचार के दौरान दिए गए भाषणों को लेकर चिंतित हैं। हमें नहीं पता कि वह केवल ऐसा कहने के लिए कह रहे थे या ये सच होगा।’ उन्होंने कहा, ‘ये पत्र बहुत मायने रखता है। इसे पाने के बाद मैं अपनी भावना बयां नहीं कर सकता।’ उन्होंने कहा कि उनके पड़ोसियों के इस खत ने उनके मन को छू लिया है। आमरी की भतीजी ने इस पत्र की एक फोटो ट्वीट की जो तुरंत वायरल हो गयी। आमरी ने कहा, ‘यह अमेरिका का एक और रूप है। यह सबसे बढ़िया, बढ़िया, बढ़िया अनुभव है।’

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