- Details
बीजिंग: चीनी की सरकारी मीडिया का कहना है कि अगले हफ्ते रणनीतिक वार्ता के दौरान भारत और चीन को संबंधों को सुधारने के लिए अपनी कूटनीतिक रणनीति में बदलाव करना चाहिए क्योंकि टकरावों को दूर करने में बफर के रूप में काम करने वाले आर्थिक रिश्ते बाजारों में कड़ी प्रतिस्पर्धा के चलते कमजोर हो रहे हैं। सरकारी अखबार ग्लोबल टाइम्स में छपे एक आलेख में कहा गया है, ‘जब प्रतिस्पर्धा बढ़ती है तो व्यापारिक टकराव को दूर करने के रूप में काम करने वाला आर्थिक रिश्ता कमजोर होता है। ऐसे में दोनों पड़ोसियों को जटिल राजनीतिक स्थिति से और सावधानी से निबटने की जरूरत है।’ इस दैनिक वेबवाइट का यह आलेख कहता है कि पहला भारत चीन रणनीतिक वार्ता 22 फरवरी को बीजिंग में होने की संभावना है। यह अपनी कूटनीतिक रणनीति में बदलाव के लिए दोनों देशों को एक बड़ा मौका प्रदान करेगा। चीन-भारत वार्ता में विदेश सचिव एस. जयशंकर भारतीय प्रतिनिधिमंडल की अगुवाई करेंगे। संभावना है कि दोनों पक्ष विभिन्न मुद्दों पर बढ़ते तनाव के समाधान के लिए कदमों पर चर्चा करेंगे। इन मुद्दों में जैश-ए-मोहम्मद के नेता मसूद अजहर को आतंकवादी घोषित करने और परमाणु आपूर्तिकर्ता समूह में भारत के प्रवेश के मार्ग में चीन द्वारा अवरोध खड़ा करना शामिल है। अखबार कहता है, ‘ताईवान के महिला प्रतिनिधिमंडल के भारत दौरे के बाद भारत-चीन संबंध गंभीर इम्तिहान से गुजर रहा है। ऐसे मुद्दों को भविष्य में और सावधानी से संभाला जाना चाहिए।’
- Details
इस्लामाबाद: पाकिस्तानी वायुसेना में आज 16 नए जेएफ-17 लड़ाकू विमान शामिल किए गए। इस मौके पर पाकिस्तान के रक्षा मंत्री ने कहा कि उनका देश किसी भी आक्रामक कार्रवाई के खिलाफ अपनी सीमाओं की रक्षा करने के लिए तैयार है। जेएफ-17 लड़ाकू विमानों का निर्माण चीन के साथ संयुक्त रूप से किया गया है। पाकिस्तानी पंजाब प्रांत के एटक इलाके में स्थित पाकिस्तान एयरोनॉटिक्स कॉम्पलेक्स में आज इन विमानों को पाकिस्तानी वायुसेना के सुपुर्द किया गया। पाकिस्तान में निर्मित इन विमानों को पाकिस्तानी वायुसेना के 14-स्क्वाड्रन में शामिल किया गया। इस मौके पर पाकिस्तानी रक्षा मंत्री ख्वाजा आसिफ ने कहा कि पाकिस्तान एक अमनपसंद देश है और अंतरराष्ट्रीय समुदाय खासकर पड़ोसियों के साथ शांतिपूर्ण संबंध बरकरार रखने का इच्छुक है। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान किसी भी आक्रामक कार्रवाई से अपने राष्ट्रीय हितों और अपनी सीमाओं की रक्षा करने को प्रतिबद्ध है।
- Details
इस्लामाबाद: पाकिस्तान ने आज भारत पर आरोप लगाया कि वह अपनी सैन्य क्षमता निर्माण के माध्यम से क्षेत्रीय शांति को खतरे में डाल रहा है। पाकिस्तानी विदेश विभाग के प्रवक्ता नफीस जकरिया ने कहा, ‘भारतीय रक्षा निर्माण क्षेत्र के हित में नहीं है। यह गंभीर चिंता का विषय है और क्षेत्र में शांति को खतरे में डाल रहा है और सामरिक संतुलन को बिगाड़ रहा है।’ जकरिया की यह टिप्पणी उस वक्त आई है जब कुछ दिन पहले ही पाकिस्तान ने दावा किया था कि भारत ‘गुप्त परमाणु शहर’ का निर्माण कर रहा है और परमाणु हथियारों का जखीरा एकत्र कर लिया है जो क्षेत्र में सामारिक संतुलन के लिए खतरा पैदा करता है। इस्लामाबाद में साप्ताहिक संवाददाता सम्मेलन के दौरान जकरिया ने आरोप लगाया कि कश्मीरियों के खिलाफ भारतीय अत्याचार जस का तस जारी है। उन्होंने भारत पर ‘नियंत्रण रेखा एवं कामकाजी सीमा’ पर संघर्ष विराम के उल्लंघन का भी आरोप लगाया।
- Details
वाशिंगटन: शीर्ष अमेरिकी सांसदों ने चेतावनी दी है कि अमेरिका के इस्लामिक स्टेट के साथ ‘पहले से व्यस्त’ होने का फायदा उठाकर अलकायदा दक्षिण एशिया में फिर से खुद को मजबूत कर रहा है और पश्चिमी पाकिस्तान में अपने ‘घर’ से भारत में अपनी विचारधारा के प्रसार की तैयारी कर रहा है। जॉर्जटाउन यूनिवर्सिटी में सेंटर फॉर सिक्योरिटी स्टडीज के ब्रूस हॉफमैन ने हाउस आर्म्ड सर्विसेज कमेटी के सदस्यों से कहा, ‘अलकायदा कभी नहीं बदला और वह अब भी यही समझता है कि वह पश्चिम और विशेषकर अमेरिका के खिलाफ अस्तित्व की लड़ाई लड़ रहा है।’ उन्होंने कमेटी के अध्यक्ष मैक थॉर्नबेरी से कहा, ‘मुझे लगता है कि वह हमारे आईएसआईएस के साथ व्यस्त होने का फायदा उठाकर खुद को फिर से, खासकर दक्षिण एशिया में मजबूत बना रहा है।’ हॉफमैन ने आतंकवाद एवं आतंकवाद के खिलाफ रणनीतियों पर कल कांग्रेस की सुनवाई के दौरान कहा कि अलकायदा भारत में अपनी विचारधारा के प्रसार की तैयारी कर रहा है जो विश्व में सर्वाधिक मुस्लिम जनसंख्या वाले देशों के मामले में दूसरे नंबर पर है। उन्होंने कहा, ‘हम बांग्लादेश और म्यांमा में उसका प्रभाव पहले ही देख रहे हैं।’ कॉम्बेटिंग टेरररिज्म सेन्टर, वेस्ट प्वाइंट के माइकल शीहान ने एक सवाल के जवाब में सांसदों से कहा कि पाकिस्तान का संघ प्रशासित जनजातीय इलाका अलकायदा का ‘घर’ है जो पारंपरिक तौर पर अमेरिका के लिए सबसे बड़ा कूटनीतिक खतरा है।
- देश
- प्रदेश
- आलेख
- अडानी मुद्दे पर विपक्ष के हंगामें के चलते संसद में कामकाज रहा ठप
- वक्फ विधेयक पर जेपीसी बैठक का विपक्षी सदस्यों ने किया बहिष्कार
- संसद में अडानी और संभल पर हंगामा, दोनों सदनों की कार्यवाही स्थगित
- किसान आंदोलन: एसकेएम नेता डल्लेवाल को पुलिस ने हिरासत मे लिया
- दिल्ली-यूपी में बढ़ी ठंड, हिमालयी क्षेत्रों में बर्फबारी; तमिलनाडु में तूफान
- आप हारें तो ईवीएम खराब, जीते तो सब ठीक रहता है: सुप्रीम कोर्ट
- 'जम्मू-कश्मीर में पहली बार मनाया गया संविधान दिवस': पीएम मोदी
- बैलेट पेपर से चुनाव कराने के लिए देशभर में चलाएंगे अभियान: खड़गे
- 'संविधान, हमारे लोकतांत्रिक मूल्यों की आधारशिला': राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू
- संविधान ने देश में बदलाव लाने में उल्लेखनीय मदद की: सीजेआई खन्ना
- दिल्ली में हो सकता है महाराष्ट्र में बीजेपी के अगले मुख्यमंत्री पर फैसला
- सोरेन ने ली सीएम पद की शपथ, समारोह में विपक्ष के नेता रहे मौजूद
- शिंदे या फडणवीस, कौन बनेगा मुख्यमंत्री? अजित पवार हैं किंग मेकर
- संभल हिंसा: बख्शे नहीं जाएंगे उपद्रवी, पत्थरबाजों के लगेंगे पोस्टर
- कन्नौज में एक्सप्रेस-वे पर दुर्घटना, सैफई में तैनात पांच डॉक्टरों की मौत
- हाईकोर्ट ने राहुल की नागरिकता पर गृह मंत्रालय से मांगी स्टेटस रिपोर्ट
- 'रोज सफाईकर्मियों के साथ चाय-नाश्ता करें आप विधायक': केजरीवाल
- संभल में सर्वे के दौरान बीजेपी नेता लगा रहे थे भड़काऊ नारे: अखिलेश
- एकनाथ शिंदे ने दिया इस्तीफा, अब कौन होगा महाराष्ट्र का अगला सीएम
- दिल्ली में आज फिर एक्यूआई 400 पहुंचा, हाइब्रिड मोड में स्कूल क्लास
- अमेरिका में एक ऐसा राज्य जो दूसरे देशों के लोगों के लिए है धनकुबेर!
- महाराष्ट्र और झारखंड़ चुनाव नतीजे तय करेंगे पीएम मोदी का भविष्य
- इंडोनेशिया में नई वीजा पॉलिसी के बाद विदेशी पर्यटकों की संख्या बढ़ी
- खूंखार इजरायली खुफिया एजेंसी "मोसाद" ऐसे देती है टारगेट को अंजाम
- झारखंड चुनाव में इस बार आदिवासी महिलाएं तय करेंगी सत्ता का ताज
- महाराष्ट्र:ओबीसी वोटरों की ताकत से किला फतह करना चाहती है बीजेपी
- धर्म निरपेक्ष दलों के समर्थन पर निर्भर होगी अब तीसरी मोदी सरकार
- अयोध्या, काशी और मथुरा वाले यूपी में मोदी को मिल रही है शिकस्त
- जाट लैंड पश्चिमी उत्तर प्रदेश में सत्तारूढ़ बीजेपी को नुकसान का संकेत
- लोकसभा सीटों का बंटवारा एनडीए के लिए भी कम सिरदर्द नहीं होगा