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वॉशिंगटन: यूक्रेन के बूका में रूसी सेना के बर्बर हमले के बाद पूरी दुनिया में रोष है। अमेरिका ने अब दूसरे प्रतिबंध बढ़ाने के साथ रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन की दोनों बेटियों पर प्रतिबंध लगा दिए हैं। खबर यह भी है कि ईयू भी पुतिन की बेटियों पर प्रतिबंध लगाना चाहता है। पुतिन की एक बेटी का नाम मारिया वोरोत्सोवा है और दोसरी का नाम कतेरीना तिखोनोवा है।

माना जा रहा है कि पुतिन के परिवार पर प्रतिबंध लगाने के बाद उनपर दबाव बढ़ेगा। हालांकि अभी यह स्पष्ट नहीं है कि उनकी बेटियों की कोई संपत्ति रूस के बाहर है या नहीं। पुतिन ने अपनी बेटियों के बारे में जानकारी को काफी गुप्त रखा है। बताया जाता है कि उनको अलग-अलग नाम से पुकारा जाता है और पुतिन ने अपनी बेटियों के नाम की कभी पुष्टि नहीं की। पुतिन की बेटियों की कोई आधिकारिक तस्वीर भी नहीं जारी की गई।

अमेरिका ने पुतिन की बेटियों के साथ रूस के बैंकों पर जुर्माना भी बढ़ा दिया है। बता दें कि यूक्रेन की राजधानी कीव में रूसी सेना ने नरसंहार किया था। इसमें कम से कम 410 आम नागरिक मारे गए थे।

वाशिंगटन: अमेरिकी रक्षा सचिव लॉयड ऑस्टिन ने मंगलवार को कहा कि उन्हें उम्मीद है कि भारत आगे चलकर रूसी सैन्य उपकरणों पर अपनी निर्भरता को कम करेगा। ऑस्टिन ने सदन की सशस्त्र सेवा समिति के सदस्यों से कहा, "हम यह सुनिश्चित करने के लिए उनके (भारत) के साथ काम कर रहे हैं कि यह उनके लिए (हमारा मानना है कि) रूसी उपकरणों में निवेश जारी रखना उनके हित में नहीं है।" वार्षिक रक्षा बजट पर कांग्रेस की सुनवाई के दौरान उन्होंने ये बयान दिया।

ऑस्टिन ने कहा, "और आगे हमारी मांग यह है कि वे (भारत) उन इक्विपमेंट्स के प्रकारों को कम करें जिनमें वे निवेश कर रहे हैं और बल्कि उन इक्विपमेंट्स को खरीदें जो अधिक अनुकूल हों।"

यह टिप्पणी तब आई जब रक्षा सचिव कांग्रेसी जो विल्सन के एक सवाल का जवाब दे रहे थे, जिन्होंने रूस और यूक्रेन युद्ध के बीच रूस पर भारत की स्थिति की आलोचना की थी। विल्सन ने कहा, "भयानक रूप से, दुनिया का सबसे बड़ा लोकतंत्र, हमारा कीमती सहयोगी भारत, अमेरिकी और संबद्ध विकल्पों पर रूसी हथियार प्रणालियों को चुनकर क्रेमलिन के साथ खुद को जोड़ने का विकल्प चुन रहा है।"

संयुक्‍त राष्‍ट्र: भारत ने संयुक्‍त राष्‍ट्र में कहा है कि यूक्रेन के बुचा ने आम नागरिकों के मारे जाने की रिपोर्ट परेशान करने वाली हैं। हम इसकी स्‍वतंत्र जांच की मांग करते हैं। संयुक्‍त राष्‍ट्र सुरक्षा परिषद में अब तक के अपने सख्‍त बयान में भारत के दूत टीएस तिरुमूर्ति ने कहा, 'यूक्रेन के बुचा में आम नागरिकों के मारे जाने की हाल की रिपोर्ट्स परेशान करने वाली है। हम इन हत्‍याओं की स्‍पष्‍ट रूप से निंदा करते हैं और मामले की स्‍वतंत्र जांच का समर्थन करते हैं।' इसके साथ ही भारत ने हिंसा को तत्‍काल खत्‍म करने और शत्रुता समाप्‍त करने के आह्वान को दोहराया।

रूस के कब्‍जे वाले बुचा शहर में मारे गए नाग‍रिकों की कब्रों और शवों को लेकर दुनियाभर में आक्रोश है और रूस के खिलाफ और अधिक व सख्‍त प्रतिबंधों और अंतराष्‍ट्रीय आपराधिक कोर्ट में कार्रवाई की मांग की जा रही है। यू्क्रेन और पश्चिमी देशों ने रूस के सैनिकों पर युद्ध अपराध का आरोप लगाया है। ब्रिटेन, फ्रांस, जर्मनी, अमेरिका और नाटो ने बुचा से आई इन डरावनी तस्‍वीरों को लेकर आवाज उठाई है, यहां सड़कों पर नागरिकों के शव पाए गए हैं। यही नहीं, कुछ को गोली लगने के पहले उनके हाथ और पैर बंधे हुए नजर आए।

कीव/मॉस्‍को/वाशिंगटन: यूक्रेन के राष्ट्रपति वलोडिमिर ज़ेलेंस्की ने मंगलवार को संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद (यूएनएससी) में अपने संबोधन के दौरान रूस पर जमकर निशाना साधा। यूक्रेन के राष्‍ट्रपति ने कहा कि रूस का रवैया आतंकियों से अलग नहीं है। उन्‍होंने कहा कि दुनिया को यू्क्रेन का पूरा सच जानना अभी बाकी है।

रूस-यूक्रेन युद्ध से जुड़ी अहम जानकारियां

सोमवार को यूक्रेन के राष्ट्रपति वलोडिमिर ज़ेलेंस्की ने संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद को संबोधित किया। बुचा में बड़े पैमाने पर नागरिकों की हत्या को लेकर उन्होंने कहा, रूस का रवैया आतंकवादियों से अलग नहीं है। जेलेंस्की ने कहा कि बुचा शहर को रूसी सेना के कब्जे से छुड़ाने के बाद वहां पर सामूहिक कब्रें मिली हैं। लोगों के शव मिले हैं। कम से कम 300 नागरिक मारे गए हैं। उन्होंने कहा कि बोरोडंका और अन्य शहरों में भी हताहतों की संख्या बढ़ सकती है।

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