कोलंबो: आर्थिक संकट से जूझ रहे श्रीलंका की स्थिति बेहद गंभीर हो गई है। राजधानी कोलंबो समेत कई शहरों में आपातकाल घोषित किया जा चुका है। इस बीच, श्रीलंका ने अपने कई देशों में दूतावासों को अस्थायी रूप से बंद कर दिया है। मीडिया रिर्पोटस के मुताबिक, श्रीलंका ने नार्वे की राजधानी ओस्लों और इराक की राजधानी बगदाद में अपने दूतावास को बंद किया है। इसके साथ ही श्रीलंकाई सरकार ने आस्ट्रेलिया की राजधानी सिडनी में भी अपने वाणिज्य दूतावास को अस्थायी रूप से बंद कर दिया है।
श्रीलंकाई सरकार ने संसद में खोया अपना बहुमत
इससे पहले दिन में राष्ट्रपति गोटबया राजपक्षे के सत्तारूढ़ गठबंधन ने मंगलवार को संसद में अपना बहुमत खो दिया, जब कम से कम 41 सांसदों ने आर्थिक संकट पर बढ़ती अशांति के बीच गठबंधन से बाहर हो गए। श्रीलंका के विपक्ष ने कल राष्ट्रपति राजपक्षे के सरकार में शामिल होने के निमंत्रण को खारिज कर दिया और इसके बजाय देश में भोजन, ईंधन और दवाओं की बढ़ती कमी पर इस्तीफा देने की मांग की।
आपातकाल लागू होने के बाद पहली बार श्रीलंका की संसद मंगलवार को बुलाई गई।
गंभीर रूप से कर्ज में डूबा हुआ है श्रीलंका
बता दें कि कोलंबो में संसद के बाहर सरकार और विशेष रूप से राजपक्षे के खिलाफ विरोध प्रदर्शन जारी है। श्रीलंका रिकार्ड महंगाई और बिजली कटौती के साथ-साथ भोजन, ईंधन और अन्य आवश्यक चीजों की कमी का सामना कर रहा है। श्रीलंका में आवश्यक वस्तुओं के आयात के लिए सरकार के पास पैसे नहीं हैं। यह गंभीर रूप से कर्ज में डूबा हुआ है।
श्रीलंका की हालिया स्थिति पर आईएमएफ कर रहा निगरानी
इस बीच, अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष (आईएमएफ) ने मंगलवार को कहा कि वह श्रीलंका में राजनीतिक और आर्थिक स्थिति की बहुत बारीकी से निगरानी कर रहा है। दशकों में सबसे खराब आर्थिक संकट के बीच श्रीलंका में सार्वजनिक उथल-पुथल बढ़ी हुई है।