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लंदन: ब्रिटेन आम चुनाव का रिजल्ट लगभर साफ हो गया है। लेबर पार्टी के कीर स्टार्मर ब्रिटेन के नए प्रधानमंत्री बनने जा रहे हैं। वह सुनक की कंजर्वेटिव पार्टी से काफी आगे हैं और जीत के लिए बहुमत के आंकड़े से काफी आगे निकल चुके हैं। ओपिनियन और एग्जिट पोल, दोनों में लेबर पार्टी की ऐतिहासिक जीत का अनुमान जताया गया था, जो सही साबित हुआ है। इसके साथ ही ऋषि सुनक की कंजर्वेटिव पार्टी के 14 साल का शासन खत्म हो गया है।

ब्रिटेन के चुनाव नतीजों में लेबर पार्टी 358 सीटों पर जीत दर्ज कर बहुमत का आंकड़ा पार कर चुकी है। वहीं कंजर्वेटिव पार्टी सिर्फ 81 सीटों पर ही जीत दर्ज कर सकी है।

कीर स्टार्मर ने मतदाताओं को दिया धन्यवाद

ब्रिटेन के नए प्रधानमंत्री बनने के करीब पहुंच चुके लेबर पार्टी के नेता कीर स्टार्मर ने शुक्रवार को वोटों की गिनती के बीच मतदाताओं का आभार व्यक्त किया और कहा कि देश के लोग परिवर्तन के लिए तैयार हैं और दिखावे की राजनीति को खत्म करने के लिए उन्होंने मतदान किया है।

होलबोर्न और सेंट पैनक्रास सीटों से जीतने के बाद अपने विजय भाषण में 61 वर्षीय स्टार्मर ने कहा कि 'चाहे लोगों ने उन्हें वोट दिया हो या नहीं, मैं इस निर्वाचन क्षेत्र के हर व्यक्ति की सेवा करूंगा। मैं आपके लिए बोलूंगा, आपका साथ दूंगा, हर दिन आपकी लड़ाई लड़ूंगा। अब समय आ गया है कि हम अपना काम करें।'

एग्जिट पोल के अनुसार, लेबर 410 सीटें जीत सकती है, जबकि प्रधानमंत्री ऋषि सुनक के नेतृत्व वाली मौजूदा कंजर्वेटिव पार्टी सिर्फ 131 सीटों पर सिमट कर रह जाएगी। स्टार्मर ने मतगणना में शामिल सभी लोगों और अपने साथी उम्मीदवारों का आभार व्यक्त किया।उन्होंने कहा कि 'हमारे लोकतंत्र का दिल वेस्टमिंस्टर या व्हाइटहॉल में नहीं, बल्कि टाउन हॉल, सामुदायिक केंद्रों और वोट करने वाले लोगों के हाथों में धड़कता है।'

पेशे से वकील हैं स्टार्मर

ब्रिटेन में 2 सितंबर, 1962 को जन्मे स्टार्मर पेशे से वकील हैं। लेबर पार्टी के अनुसार, उनका पूरा पेशेवर जीवन जरूरतमंद लोगों को न्याय दिलाने के लिए रहा है। वह ब्रिटेन की संसद में साल 2020 से प्रतिपक्ष और लेबर पार्टी के नेता हैं। वह 2015 से 2024 के लिए होलबोर्न और सैंट पैनक्रास से सांसद भी चुने गए हैं। स्टार्मर 2008 से 2013 तक सरकारी अभियोजन के निदेशक भी रहे हैं।

चुनौतियों से भरा रहा बचपन

स्टार्मर पूर्वी इंग्लैंड के सरी में ऑक्सटेड नामक एक छोटे शहर में पले-बढ़े हैं। उनके पिता एक कारखाने में कारीगर थे और मां अस्पताल में नर्स थीं। स्टार्मर की मां को एक दुर्लभ और गंभीर बीमारी थी, जिसके चलते बचपन में उन्हें काफी परेशानियां उठानी पड़ीं। इन सबके बीच स्टार्मर ने 1985 में लीड्स विश्वविद्यालय से कानून में स्नातक की डिग्री प्राप्त की। इसी के साथ स्टार्मर विश्वविद्यालय जाने वाले परिवार के पहले सदस्य बन गए।

बतौर वकील हासिल की कई उपलब्धियां

वकील बनने के बाद स्टार्मर ने काफी समय तक गरीबों को मुफ्त कानूनी सलाह दी और कई बड़े मामलों की पैरवी की। उन्हें मानवाधिकारों से जुड़े मामलों में विशेषज्ञता हासिल है। स्टार्मर ने उत्तरी आयरलैंड पुलिसिंग बोर्ड के मानवाधिकार सलाहकार के रूप में भी काम किया है। 2002 में उन्हें क्वीन्स काउंसिल नियुक्त किया गया। कानून और आपराधिक न्याय के क्षेत्र में सेवाओं के लिए 2014 में स्टार्मर को 'नाइट कमांडर ऑफ द ऑर्डर ऑफ द बाथ' नियुक्त किया गया।

कैसा रहा सियासी सफर?

स्टार्मर पहली बार 2015 में संसद के लिए चुने गए। इसके बाद वे एक साल तक ब्रिटेन की शैडो कैबिनेट में आव्रजन मंत्री थे। इसके अलावा स्टार्मर 2016 से 2020 तक यूरोपीय संघ (ईयू) से बाहर निकलने के लिए शैडो राज्य सचिव भी थे। अप्रैल 2020 में स्टार्मर को लेबर पार्टी का अध्यक्ष चुना गया, लेकिन इसके ठीक बाद उनकी पार्टी को 85 सालों में सबसे बड़ी हार का सामना करना पड़ा।

पुरानी पार्टी लाइन से खुद को किया अलग

ऋषि सुनक की तरह उनके पास भी ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी का बैकग्राउंड है, जहां उन्होंने कानून की पढ़ाई की और लेबर पार्टी के नेतृत्व वाली सरकार में डायरेक्टर ऑफ पब्लिक प्रोसेक्यूटर (डीपीपी) की रैंक तक पहुंचे। 2019 के आम चुनाव की हार के बाद, वह पार्टी के लीडर रूप में उभरे। कीर ने इस बात पर जोर दिया कि उन्होंने खुद को पिछली पार्टी लाइन से अलग कर लिया है और उनकी लीडरशिप में लेबर पार्टी का घोषणापत्र हाउस बिल्डिंग, अर्थव्यवस्था और एनएचएस को ठीक करने जैसी चिंताओं को दूर करने पर केंद्रित है।

क्या है कीर की विदेश नीति?

विदेश नीति पर, रूस के साथ चल रहे संघर्ष में लेबर पार्टी यूक्रेन के लिए समर्थन जारी रख सकती है। हालांकि इजरायल-गाजा विवाद के दृष्टिकोण में कुछ बदलाव की उम्मीद है, क्योंकि लेबर इजरायल को हथियारों की बिक्री रोकने की योजना बना रही है और फिलिस्तीनी देश को मान्यता देने की दिशा में आगे बढ़ना चाहती है।

'बदलाव के लिए करें वोट'

आम चुनाव के लिए उनकी थीम और मैसेज साफ था- 'अगर आप बदलाव चाहते हैं तो आपको इसके लिए मतदान करना होगा।' लेबर नेता ने चुनाव से पहले अपनी पार्टी की स्पष्ट बढ़त बनाए रखने के लिए हरसंभव प्रयास किया है। उन्होंने कहा, 'अगर हमें मौका मिलता है, तो हम उसी तरह शासन करेंगे जैसे हमने लेबर पार्टी को बदला है, जिसका मतलब है कि देश को वर्तमान 'खराब स्थिति' से बाहर निकालना और इसे बदलना है।'

स्टार्मर के क्या हैं वादे?

आवास क्षेत्र में, स्टार्मर का लक्ष्य पहली बार घर खरीदने वालों को बढ़ावा देना है। इसके लिए एक ऐसी योजना शुरू की गई है जो उन्हें नए आवास विकास तक प्राथमिकता प्रदान करती है। साथ ही 1.5 मिलियन नए घर बनाने के लिए नियोजन कानूनों में सुधार का वादा भी किया गया है। शिक्षा भी एक अन्य प्राथमिकता है, स्टार्मर ने 6,500 शिक्षकों की भर्ती करने तथा निजी स्कूलों के लिए कर छूट समाप्त करके उनके वेतन का वित्तपोषण करने का वचन दिया है।

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