नई दिल्ली: पाकिस्तान के पूर्व राष्ट्रपति परवेज मुशर्रफ ने कहा है कि सीमा के करीब पठानकोट वायुसेना अड्डे पर आतंकवादी हमला सरकार से इतर लोगों ने किया था तथा इस हमले का संदिग्ध योजनाकार जैश ए मोहम्मद प्रमुख मसूद अजहर को पाकिस्तान में खुला नहीं घूमने देना चाहिए। पूर्व पाक सैन्य शासक ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के लाहौर दौरे की आलोचना करते हुए कहा कि वह इस्लाबाद के साथ संबंधों को लेकर गंभीर नहीं हैं। उन्होंने कहा कि मोदी की अपने पाकिस्तानी समकक्ष नवाज शरीफ से मुलाकात का कोई मतलब नहीं है और यह महज एक दिखावा थी। पाकिस्तान में 1999 से 2008 तक शासन करने वाले 72 वर्षीय मुशर्रफ ने कहा कि वह इस बात को लेकर आश्वस्त हैं कि पाकिस्तान की सेना एवं आईएसआई का पठानकोट हमले से कोई लेनादेना नहीं है।
उन्होंने दावा किया कि देश का सैन्य प्रतिष्ठान दोनों पड़ोसियों के बीच शत प्रतिशत शांति के लिए है। मुशर्रफ ने सीएनएन आईबीएन से कहा, ‘‘पठानकोट सरकार से इतर लोगों द्वारा किया गया।’’ भारी हथियारों से लैस पाकिस्तानी आतंकवादियों ने सुबह होने से पहले दो जनवरी को पठानकोट वायुसेना अड्डे पर हमला बोला था। जिसमें सात सुरक्षा कर्मी शहीद हो गये। इस घटना में छह आतंकवादी मारे गये थे। माना जा रहा है कि आतंकवादी जैश ए मोहम्मद के थे।