श्रीनगर: भारत और पाकिस्तान के बीच तनातनी खत्म होने के बाद कश्मीर घाटी और जम्मू में शैक्षणिक संस्थान मंगलवार (13 मई) को फिर से खुलेंगे। वहीं बुरी तरह प्रभावित जम्मू संभाग और कश्मीर के सीमावर्ती जिलों में जमीनी स्थिति का और आकलन करने के बाद स्कूल फिर से खुलेंगे।
जम्मू-कश्मीर की शिक्षा मंत्री सकीना इटू ने सोमवार (12 मई) को कहा कि गैर-सीमावर्ती क्षेत्रों में आने वाले स्कूल मंगलवार को फिर से खुलेंगे, हालांकि सरकार सीमावर्ती क्षेत्रों में स्कूलों को फिर से खोलने का फैसला मंगलवार को करेगी। स्कूल शिक्षा निदेशक कश्मीर (डीएसईके) जी एन इटू ने घोषणा की कि कश्मीर घाटी में सीमावर्ती जिलों कुपवाड़ा बारामुल्ला और बांदीपोरा के उप-मंडल गुरेज को छोड़कर सभी स्कूल कल 13 मई 2025 को खुलेंगे। हालांकि सीमा पार से गोलाबारी से बुरी तरह प्रभावित जम्मू क्षेत्र के कई जिलों के छात्रों को अभी और इंतजार करना होगा। जम्मू के संभागीय प्रशासन ने सोमवार को घोषणा की कि 13 मई को जम्मू संभाग में मेडिकल कॉलेजों को छोड़कर निजी और सरकारी स्कूल और कॉलेज समेत सभी शैक्षणिक संस्थान बंद रहेंगे।
मंत्री सकीना इट्टू ने कहा, "मौजूदा स्थिति को देखते हुए मेडिकल कॉलेजों को छोड़कर जम्मू प्रांत में सभी स्कूल, कॉलेज और शैक्षणिक संस्थान (निजी और सरकारी) कल 13 मई को बंद रहेंगे।" जम्मू के संभागीय आयुक्त ने कहा, प्रशासन ने छात्रों और अभिभावकों को आगे की सूचनाओं के लिए आधिकारिक चैनलों के माध्यम से अपडेट रहने की सलाह दी है।
'सरकार छात्रों की सुरक्षा के लिए प्रतिबद्ध'
सकीना इट्टू ने अपने एक्स हैंडल पर लिखा, "जम्मू-कश्मीर सरकार ने छात्रों की सहायता के लिए हेल्पलाइन नंबर जारी किया है। जम्मू-कश्मीर के बाहर पढ़ने वाले छात्र जिन्हें घर लौटने की ज़रूरत है, वे जम्मू संभाग के स्कूली शिक्षा और परिवहन विभाग के अधिकारियों से संपर्क करें। इसी तरह, जम्मू कश्मीर से बाहर के छात्र जो अभी जम्मू-कश्मीर में पढ़ रहे हैं, वे परिवहन, घर या किसी भी संबंधित सहायता के लिए कश्मीर संभाग के एसईडी और परिवहन विभाग के अधिकारियों से संपर्क कर सकते हैं। सरकार सभी छात्रों की सुरक्षा और भलाई सुनिश्चित करने के लिए प्रतिबद्ध है।"