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गुवाहाटी: असम के पूर्व मुख्यमंत्री तरण गोगोई ने राज्य विधानसभा चुनावों में कांग्रेस की हार के लिए आज (बुधवार) अपनी जिम्मेदारी स्वीकार की और जनता की आकांक्षाएं पूरी नहीं कर पाने पर खेद जताया। गोगोई से जब संवाददाता सम्मेलन में पूछा गया कि क्या वह कांग्रेस के खराब प्रदर्शन की जिम्मेदारी लेंगे तो उन्होंने कहा, ‘हां, मैं चुनावी हार के लिए जिम्मेदार हूं। मैं नेता हूं। अगर मैं जिम्मेदार नहीं हूं तो कौन होगा?’ उन्होंने कहा कि संभवत: उनकी सरकार जनता की आकांक्षाओं पर खरी नहीं उतरी और इसलिए वे चुनाव में हार गये। गोगोई ने कहा, ‘हम इस बात का विश्लेषण करेंगे कि हमें ऐसी हार क्यों मिली। हमने कुछ गलतियां की होंगी। हम इसके लिए जनता से खेद प्रकट करते हैं। हम अब पार्टी को मजबूत करेंगे। हम पार्टी के पुनर्गठन पर काम कर रहे हैं। गलतियां पता लगाने और जनता के पास जाने की चुनौती है।’ इस बार के हालात 1985 में असम गण परिषद के सत्ता में आने के समय जैसे बताते हुए उन्होंने कहा कि तब भी विदेशियों के मुद्दे ने मुख्य भूमिका निभाई थी और इस बार भी ऐसा ही हुआ। गोगोई ने कहा, ‘एजीपी ने समय का फायदा उठाया था और अब भाजपा ने।

गुवाहाटी: सर्बानंद सोनोवाल ने मंगलवार को असम के मुख्यमंत्री पद की शपथ ली। शपथ ग्रहण समारोह का आयोजन गुवाहाटी के खानपारा मैदान में किया गया था। शपथ ग्रहण समारोह में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, भाजपा अध्यक्ष अमित शाह और रेल मत्री सुरेश प्रभु भी मौजूद थे। समारोह में बीजेपी शासित कई राज्‍यों के मुख्यमंत्रियों पार्टी के नेताओं ने शिरकत की। असम में यह पहली भाजपा नीत सरकार है। सर्वानंद असम के 14वें मुख्यमंत्री बने हैं। शपथ ग्रहण करने के बाद सर्वानंद मंच पर पीएम मोदी से मिले। पीएम ने उन्हें शुभकामनाएं दीं। जबकि हेमंत विश्वा शर्मा, प्रमिला रानी, अतुल बोरा, चंद्र मोहन पटवारी, परिमल शुक्ला, रंजीत दत्त, केशव मोहंता, रिहोन दैमारी ने मंत्री पद की शपथ ली। शपथ ग्रहण समारोह में गृह मंत्री राजनाथ सिंह, लालकृष्ण आडवाणी, वेंकैया नायडू, नितिन गडकरी और असम के पूर्व मुख्यमंत्री तरूण गोगोई भी मौजूद थे। सर्बानंद सोनोवाल को बीते दिनों सर्वसम्मति से असम में भाजपा विधायक दल के नेता चुन लिये गए जिससे उनके राज्य के अगले मुख्यमंत्री बनने का मार्ग प्रशस्त हो गया। सोनोवाल को गुवाहाटी में नवनिर्वाचित विधायकों की एक बैठक में भाजपा विधायक दल का नेता चुना गया और उन्हें राज्यपाल पीबी आचार्य ने सरकार बनाने का न्यौता दिया।

नई दिल्ली: असम के मनोनीत मुख्यमंत्री सर्बानंद सोनोवाल ने रविवार को केंद्रीय मंत्रिपरिषद से इस्तीफा दे दिया। राष्ट्रपति भवन की विज्ञप्ति में कहा गया है, ‘प्रधानमंत्री की सलाह पर राष्ट्रपति ने केंद्रीय मंत्रिपरिषद से युवा मामलों और खेल राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) सर्बानंद सोनोवाल का इस्तीफा तत्काल प्रभार से स्वीकर कर लिया है।’ विज्ञप्ति में कहा गया है, ‘प्रधानमंत्री की सलाह पर राष्ट्रपति ने निर्देश दिया है कि राज्य मंत्री जितेंद्र सिंह को उनके वर्तमान विभाग के अलावा युवा मामलों एवं खेल मंत्रालय का अतिरिक्त प्रभार सौंपा जाए।’ सोनोवाल को आज दोपहर गुवाहाटी में नवनिर्वाचित विधायकों की एक बैठक में भाजपा विधायक दल का नेता चुना गया और उन्हें राज्यपाल पी बी आचार्य ने सरकार बनाने का न्यौता दिया। आज अपने रेडियो कार्यक्रम ‘मन की बात’ में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोनोवाल की असम में चुनाव के बावजूद एनआईएस पटियाला जाकर वहां रियो ओलंपिक्स की तैयारी कर रहे खिलाड़ियों के प्रशिक्षण से जुड़ी चीजों का निरीक्षण करने के वास्ते वक्त निकालने को लेकर प्रशंसा की। प्रधानमंत्री ने कहा, ‘चुनाव हो रहे थे, वह मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार थे लेकिन उन्होंने बतौर खेल मंत्री अपना कर्तव्य निभाया। यह बड़ी बात है।’

गुवाहाटी: प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की उपस्थिति में असम में भाजपा के नेतृत्व वाली नयी सरकार 24 मई को शपथ लेगी। भाजपा के मुख्यमंत्री पद के प्रत्याशी सर्वानंद सोनोवाल ने यह जानकारी दी है। सोनोवाल ने बताया कि शपथ ग्रहण समारोह का आयोजन गुवाहाटी के खानपारा मैदान में आयोजित किया जाएगा। 126 सदस्यीय असम विधानसभा में भाजपा ने 60 सीटों पर जीत दर्ज की है। इसके गठबंधन सहयोगी असम गण परिषद (अगप) और बोडो पीपुल्स फ्रंट ने क्रमश: 14 और 12 सीटों पर जीत हासिल की है। असम के चुनावी नतीजों में भाजपा ने 60 सीटों पर जीत दर्ज की जबकि उसकी सहयोगी असम गण परिषद ने 14 सीटें जीती हैं, साथ ही बोडोलैंड पीपुल्स फ्रंट (बीपीएफ) को 12 सीटों पर जीत मिली। तरूण गोगोई के नेतृत्व में कांग्रेस ने 26 सीटें से ही संतोष करना पड़ा जबकि एआईयूडीएफ 13 सीट जीत पाई। निर्दलीय ने एक सीट जीती है। अगप ने पिछले चुनाव में केवल नौ सीटें जीती थीं और इस बार बेहतर प्रदर्शन कर 14 सीटें अपने नाम कीं।

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