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नई दिल्ली (जनादेश ब्यूरो): उत्तर प्रदेश में सीटों के बंटवारे को लेकर समाजवादी पार्टी के साथ गठबंधन की बातचीत लगभग टूट जाने के बाद अब कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने इस मामले में दखल दिया है। सोनिया गांधी के हस्तक्षेप से कांग्रेस को यूपी में गठबंधन की खत्म होती उम्मीदों में एक बार फिर से आशा की किरण नजर आई है। कयास लगाए जा रहे हैं कि आज (रविवार) दोपहर बाद तस्वीर साफ हो जाएगी। पार्टी सूत्रों के मुताबिक, सोनिया के करीबी सपा से संपर्क स्थापित करके इस बात की कोशिश में लगे हैं कि सपा अब कम से कम 104 सीटें पर सहमत हो जाएं। गौरतलब है कि शनिवार को मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने कांग्रेस को 99 सीटें ही देने का प्रस्ताव रखते हुए कहा था कि 'जोड़ लो या फिर तोड़ दो'। जानकार बताते हैं कि अखिलेश यादव और प्रशांत किशोर की एक बार फिर सीटों के मुद्दे पर बात हुई है। इस बातचीत का नतीजा क्या रहा, यह साफ नहीं हो पाया है। वहीं प्रियंका गांधी भी नई दिल्ली में अपने स्तर पर सपा आलाकमान से बातचीत कर रही हैं। यूपी कांग्रेस से जुड़े नेता शनिवार को सुबह से देर शाम तक खामोश रहे। देर शाम यूपी के प्रभारी और पार्टी महासचिव गुलाम नबी आजाद दस जनपथ सोनिया गांधी के आवास से बाहर निकले। कार का शीशा थोड़ा सा खोला और संक्षिप्त बातचीत में मीडिया से कहा कि गठबंधन पर सुबह तक पता चलेगा। ऐसा ही बयान प्रदेश अध्यक्ष राज बब्बर ने दिया। उन्होंने कहा कि बातचीत में किसी तरह की कोई रुकावट नहीं है।

लखनऊ: उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव के लिए समाजवादी पार्टी और कांग्रेस के बीच गठबंधन बनने से पहले ही टूट गया। दोनों पार्टियों में सीट बंटवारे को लेकर आम सहमति नहीं बन पायी जिसके बाद सपा नेता नरेश अग्रवाल ने शनिवार को कहा कि दोनों दलों के बीच गठबंधन करीब-करीब टूट गया है। वहीं, मीडिया रिपोर्टों में कहा गया कि दोनों दलों के बीच गठबंधन नहीं होगा। दोनों दल अलग-अलग चुनाव लड़ेंगे। मीडिया रिपोर्टों में सूत्रों के हवाले से कहा गया कि यूपी चुनावों को लेकर नई दिल्ली में कांग्रेस की केंद्रीय चुनाव समिति की बैठक हुई। कांग्रेस पहले और दूसरे चरण के चुनावों के लिए करीब 140 सीटों पर अपने उम्मीदवारों की घोषणा कर सकती है। सीटों पर कांग्रेस के साथ बात नहीं बनने पर सपा नेता नरेश अग्रवाल ने कहा, 'हमने कांग्रेस से गठबंधन करने की कोशिश की। सीएम अखिलेश यादव कांग्रेस को 100 सीटें देने को तैयार थे लेकिन कांग्रेस 120 सीटों के कम पर मान नहीं रही थी। वह अपनी जिद पर अड़ी थी।' सपा नेता ने कहा कि गठबंधन ना होने की जिम्मेदार कांग्रेस है और इससे कहीं न कहीं भाजपा को बल मिलेगा। अग्रवाल ने कहा कि सपा 300 सीटों से कम पर नहीं लड़ सकती। यूपी में कांग्रेस का ज्यादा प्रभाव नहीं है। हालांकि, कांग्रेस अभी गठबंधन टूटने की बात से इंकार कर रही है। यूपी कांग्रेस के चुनाव प्रभारी गुलाम नबी आजाद ने कहा कि कल सुबह तक गठबंधन का पता चल जाएगा।

लखनऊ: उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव से ठीक पहले राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के आरक्षण खत्म करने संबंधी विवादित बयान पर निशाना साधते हुए बहुजन समाज पार्टी की सुप्रीमो मायावती ने शनिवार को कहा कि यह संवैधानिक है और इसे कोई खत्म नहीं कर सकता। कांग्रेस को सलाह देते हुए माया ने कहा कि यदि वास्तव में कांग्रेस खुद को धर्मनिरपेक्ष मानती है तो वह या तो अकेले चुनाव में उतरे या फिर उन्हें छोटी-छोटी धर्मनिरपेक्ष पार्टियों के साथ गठबंधन कर लड़ना चाहिए। मायावती राजधानी लखनऊ में शनिवार सुबह मीडिया से बात की और उसके बाद उमरिया से मौजूदा सपा विधायक अंबिका चौधरी को बसपा में शामिल होने की घोषणा कर समाजवादी पार्टी को बड़ा झटका भी दिया। मायावती ने आरक्षण पर दिए बयान संघ के बयान पर संघ और भाजपा दोनो को घेरा। मायावती ने कहा कि आरक्षण दलितों का संवैधानिक हक है। इसे कोई सरकार, भाजपा या आरएसएस रोक नहीं सकती है। अगर सरकार इसको लेकर संसद में कोई कानून लाती है तो भाजपा-कांग्रेस हमेशा के लिए राजनीति से साफ हो जाएगी। मेरी जनता से अपील है कि भाजपा और आरएसएस को आने वाले चुनाव में सबक सिखाए। मायावती ने कहा कि उत्तर प्रदेश में अगर भाजपा की सरकार बनी तो तय मानिए, ये लोग आरक्षण खत्म कर देंगे। हम आरक्षण बचाने के लिए जान की बाजी तक लगाने को तैयार हैं। सपा और कांग्रेस के बीच गठबंधन को लेकर चल रहे ‘गतिरोध’ के बीच मायावती कांग्रेस को भी सलाह देने से नहीं चूकीं।

लखनऊ: सपा और कांग्रेस के बीच गठजोड़ को लेकर जारी गतिरोध के बीच उत्तर प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष राज बब्बर ने आज कहा कि गठबंधन करते समय पार्टी कार्यकर्ताओं के आत्मसम्मान और आकांक्षाओं का ध्यान रखा जाएगा। बब्बर ने कहा, ‘अगले विधानसभा चुनाव के लिए गठजोड़ बनाते समय पार्टी कार्यकर्ताटों के आत्मसम्मान और आकांक्षाओं का ध्यान रखा जाएगा। पार्टी कार्यकर्ताओं की भावनाओं का ख्याल रखा जाएगा।’ रालोद के संभावित गठजोड़ से अलग होने के बारे में बब्बर ने कहा कि चुनाव में क्षेत्रीय दलों का भी अपना महत्व होता है। सपा द्वारा 210 सीटों के लिए प्रत्याशियों के नामों की सूची जारी करने के बारे में सवाल करने पर उन्होंने कहा कि हर पार्टी को उम्मीदवार घोषित करने का अधिकार है। इस बीच कांग्रेस सूत्रों ने बताया कि बब्बर की सपा प्रमुख मुख्यमंत्री अखिलेश यादव के साथ भेंट हो सकती है। कांग्रेस नेता अजय माकन का कहना है कि उत्तर प्रदेश में जिन नौ सीटों पर फिलहाल कांग्रेस के विधायक हैं, उन पर सपा द्वारा प्रत्याशियों के नाम की घोषणा दुर्भाग्यपूर्ण है।

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