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अलीगढ़: उत्तर प्रदेश के अलीगढ़ में नागरिकता संशोधन कानून (सीएए) के खिलाफ प्रदर्शन कर रही महिलाओं को हटाने गई पुलिस पर पथराव किया गया। रैपिड एक्शन फोर्स (आरएएफ) ने प्रदर्शनकारियों को काबू में करने के लिए आंसू गैस के गोले छोड़े हैं और लाठीचार्ज भी किया है। प्रदर्शनकारी शहर के कई इलाकों में पथराव कर रहे हैं। पुलिस की गाड़ी पर हमला हुआ है। आम लोगों की बाइक और गाड़ियों को भी प्रदर्शनकारियों ने आग के हवाले कर दिया है। दूसरी तरफ गोलीबारी में कुछ लोगों को गोली लगने की भी सूचना है। हालांकि इस बात की अभी तक आधिकारिक पुष्टि नहीं हुई है।

प्राप्त जानकारी के मुताबिक, अलीगढ़ के ऊपरकोट क्षेत्र में महिलाएं धरने पर बैठी थीं। रविवार देर शाम महिलाओं को हटाने गई पुलिस पर प्रदर्शनकारियों ने हमला कर दिया। कई दुकानों को आग के हवाले कर दिया। प्रदर्शनकारियों ने रैपिड एक्शन फोर्स की गाड़ियों में भी तोड़फोड़ की। हालात बेकाबू होता देख आरएएफ ने आंसू गैस के गोले छोड़े।

लखनऊ: समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने कहा है कि मुख्यमंत्री का पद संवैधानिक पद है, जिसकी अपनी गरिमा एवं मर्यादाएं हैं। इस पद पर बैठे व्यक्ति से भाषा में संयम और बर्ताव में आत्म अनुशासन की अपेक्षा की जाती है। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री जी द्वारा बोली की जगह गोली, ठोक दो और बदला लेंगे जैसी भाषा का इस्तेमाल पूर्णतया अलोकतांत्रिक एवं गैर जिम्मेदाराना है। लगता है मुख्यमंत्री जी इससे बेपरवाह बने हुए है। इस पर मुख्यमंत्री जी का यह कहना कि यह तो तुकबंदी है, घोर आपत्तिजनक है।

उन्होंने कहा, मुख्यमंत्री जी की ऐसी भाषा का प्रभाव है कि प्रदेश में अराजकता बढ़ी है और सामाजिक वातावरण प्रदूषित हुआ है। इसका यह भी दुष्परिणाम हो सकता है कि कोई भी निम्नस्तरीय, घटिया मानसिकता की गलत बयानी करने में संकोच नहीं करेगा। वह इसे भी तुकबंदी करार देगा। प्रदेश में इस हिसाब से तो तीन साल से तुकबंदी से सरकार चल रही है। क्या मुख्यमंत्री जी ऐसी तुकबंदी से ही प्रदेश की धरती पर रामराज उतारेंगे? यादव ने कहा कि समाजवादी सरकार में राज्य में व्यापक विकास कार्य हुए थे।

नई दिल्ली: भीम आर्मी के मुखिया चंद्रशेखर आजाद ने 23 फरवरी को भारत बंद का एलान किया है। जिसके कारण बिहार-यूपी खासकर पश्चिमी उत्तर प्रदेश को अलर्ट पर रखा गया है। पश्चिमी उत्तर प्रदेश में दो अप्रैल, 2018 को जहां-जहां हिंसा हुई थी, वहां पुलिसबलों को तैनात किया गया है। शनिवार को एसएसपी ने वायरलैस के जरिए संदेश दिया कि जिस क्षेत्र से भीड़ आई, वहां के थानेदार को निलंबित कर दिया जाएगा।

बिहार में बंद का असर

भारत बंद का असर बिहार के कई जिलों में दिखना शुरू हो गया है। दरभंगा में भाकपा (माले) के कार्यकर्ताओं ने ट्रेन रोक दी है वहीं बेगूसराय में भी असर देखने को मिल रहा है। बता दें कि बिहार में बंद का राजद, भाकपा (माले) समेत कई विपक्षी पार्टियों ने समर्थन किया है।

किसी भी अप्रिय घटना से बचें: चंद्रशेखर आजाद

चंद्रशेखर आजाद ने ट्वीट कर कहा, 'मैं सभी राजनीतिक पार्टियों से अपील करता हूं कि 23 फरवरी के भारत बंद में सहयोग करें। जय भीम।

कोलकाता/सोनभद्र: उत्तर प्रदेश के सोनभद्र की हरदी पहाड़ी में 3000 टन सोना होने की खबर को भारतीय भूवैज्ञानिक सर्वेक्षण (जीएसआई) ने शनिवार को खारिज कर दिया है। जीएसआई ने कहा है कि उत्तर प्रदेश के सोनभद्र जिले में करीब 3000 टन सोना मिलने की ऐसी कोई सूचना नहीं है। जबकि यूपी के जिला खनन अधिकारी ने यह दावा किया था। जीएसआई के महानिदेशक एम श्रीधर ने कोलकाता से यह जानकारी दी। उन्होंने कहा कि जीएसआई की ओर से इस तरह का डाटा किसी को नहीं दिया जाता। जीएसआई ने सोनभद्र जिले में इतना सोना होने का कोई अनुमान नहीं लगाया है।

उन्होंने कहा, 'राज्य यूनिट के साथ सर्वे करने के बाद हम किसी भी धातु मिलने की जानकारी को साझा करते हैं। हमने (जीएसआई, उत्तर क्षेत्र) ने इस क्षेत्र में 1998-99 और 1999-2000 में खुदाई की थी। वह रिपोर्ट यूपी के डीजीएम के साथ साझा कर दी थी ताकि वे आगे की कार्रवाई कर सकें।' श्रीधर ने कहा, 'सोने के लिए जीएसआई की खुदाई संतोषजनक नहीं थी और सोनभद्र जिले में सोने के विशाल स्रोत के परिणाम भी बहुत ज्यादा उत्साहित नहीं थे।'

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