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नई दिल्ली: हाथरस मामले को लेकर इलाहाबाद हाईकोर्ट ने गंभीर टिप्‍पणी की है। हाईकोर्ट ने कहा है कि पीड़िता कम से कम धार्मिक रीति-रिवाजों के अनुसार अंतिम संस्कार की हकदार थी। इलाहाबाद हाईकोर्ट की लखनऊ पीठ ने कहा कि किसी को भी पीड़िता के चरित्र हनन के प्रयास में शामिल नहीं होना चाहिए, ठीक उसी तरह जैसे कि आरोपियों को निष्‍पक्ष सुनवाई के पहले दोषी नहीं ठहराया नहीं जाना चाहिए। कोर्ट ने हाथरस मामले में स्‍वत: संज्ञान लिया है। अदालत यूपी के हाथरस के एक गांव में 20 साल की दलित युवती के साथ कथित गैंगरेप और बर्बर तरीके से टॉर्चर के मामले पर सुनवाई कर रही है। युवती की बाद में दिल्‍ली के अस्‍पताल में मौत हो गई थी। 

इससे पहले, पीड़ित पक्ष की वकील सीमा कुशवाहा ने सोमवार को बताया था, कि "कोर्ट का कहना है कि अगर पीड़ित परिवार की जगह कोई बहुत ही रिच पर्सन होता तो क्या इस तरीक़े से आप जला देते। चूंकि कोर्ट ने स्वतः संज्ञान लिया है, इसलिए पूरा सेंसिटिव होकर सुन रहा है।" इस पर हाथरस के डीएम ने कहा कि रात में लड़की का अंतिम संस्कार करने का फ़ैसला उनका था।

लखनऊ: केंद्र की तर्ज पर यूपी सरकार भी अपने कर्मचारियों को त्योहार से पहले अग्रिम धनराशि देने की तैयारी कर रही है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने राज्य के वित्त विभाग को कर्मचारियों के लिए केंद्र जैसी योजना तैयार करने के निर्देश दिए हैं। मालूम हो कि केंद्र सरकार ने सोमवार को अपने सभी अधिकारियों और कर्मचारियों को त्यौहारों के मौके पर 10,000 रुपये का ब्याज मुक्त अग्रिम धनराशि देने का फैसला किया था। उपभोक्ता खर्च बढ़ाकर अर्थव्यवस्था में मांग बढ़ाने की योजना के तहत सरकार ने यह कदम उठाया था। 

वहीं, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने रोजगार को लेकर भी बड़ा एलान किया। उन्होंने कहा कि 16 अक्तूबर  को बेसिक शिक्षा विभाग के तहत 31 हजार से अधिक सहायक अध्यापकों को नियुक्ति पत्र वितरित किए जाएंगे। 17 अक्तूबर से महिलाओं और बालिकाओं की सुरक्षा व सम्मान के लिए 'मिशन शक्ति' व्यापक जागरूकता अभियान का शुभारम्भ होगा।

हाथरस: हाथरस गैंगरेप मामले में जांच के सिलसिले में सीबीआई (सीबीआई) मंगलवार को हाथरस पहुंची। सीबीआई टीम क्राइम सीन की जांच-पड़ताल के बाद उस जगह पर गई जहां पीड़िता के शव का अंतिम संस्कार किया गया था। सीबीआई ने जहां पीड़िता का शव जलाया गया था वहां से राख के नमूने लिए और आसपास की जगह की तलाशी ली। पूरी जगह की वीडियोग्राफी और फोटोग्राफी भी हो रही है। जहां शव जलाया गया है वहां से फोरेंसिक एक्सपर्ट  मिट्टी की राख और दूसरे सैंपल ले रहे हैं। पीड़िता के बड़े भाई को भी अंतिम संस्कार की जगह लाया गया।

इससे पहले, सीबीआई की टीम ने करीब ढाई घंटे तक क्राइम स्पॉट पर जांच पड़ताल की थी। पीड़िता की मां और भाई को भी क्राइम सीन पर लेकर गई थी। दरअसल, पीड़िता की मां की तबियत खराब होने की वजह से उन्हें अस्पताल ले जाया गया था। जब एम्बुलेंस पीड़ित की मां को लेकर अस्पताल से वापस आ रही थी, तो सीबीआई ने पीड़िता की मां को एम्बुलेंस से उतार लिया। सीबीआई पीड़िता की मां को भी क्राइम सीन पर ले गई. पीड़िता का भाई भी वहां मौजद रहा। 

गोंडा: उत्तर प्रदेश के हाथरस में युवती के साथ हैवानियत का मामला अभी सुर्खियों में था ही कि गोंडा ज़िले में तीन दलित नाबालिग बहनों के ऊपर तेज़ाब फेंकने का मामला सामने आया है। उन्हें गोंडा के सरकारी अस्पताल में इलाज के लिए भर्ती किया गया है। बड़ी बहन की उम्र क़रीब 17 साल है जो क़रीब 30 फीसद जल गयी है। मंझली लड़की की उम्र 12 साल है जो क़रीब 20 फीसद जल गई है और छोटी लड़की की उम्र 8 साल है जो 5-7 फीसद जली है। तीनों बहने अपने घर में एक ही कमरे में सो रही थीं। देर रात करीब 2 बजे तेज़ाब फेंकने वाला शख्स बाहर से छत के रास्ते घर में घुसा और तेज़ाब फेंक कर भाग गया। लड़कियों की चीख सुन कर उनके पिता उनके कमरे में पहुंचे तब उन्हें इसकी जानकारी हुई।

लड़कियों के पिता राम अवतार गांव में एक पेड़ के नीचे कपड़े प्रेस कर गुज़र-बसर करते हैं। उनका कहना है कि "बड़ी लड़की जो ज़्यादा जल गई है, उसकी शादी तय हो गयी थी और जल्दी ही शादी होने वाली थी। तेज़ाब के हमले से उसका चेहरा जल गया है। अब पता नहीं उसकी शादी कैसे होगी?"

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