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नई दिल्ली: सुप्रीम कोर्ट ने उत्तर प्रदेश के हाथरस कांड की पीड़िता के घर जा रहे केरल के पत्रकार सिद्दीकी कप्पन की गिरफ्तारी के मामले में यूपी सरकार को नोटिस जारी कर जवाब मांगा है। वरिष्ठ वकील कपिल सिब्बल ने सिद्दीकी की ओर से बहस करते हुए कहा, 'प्राथमिकी में उनके खिलाफ कोई अपराध नहीं बताया गया है। वह पांच अक्तूबर से जेल में हैं। जब हम मजिस्ट्रेट से पत्रकार से मिलने की अनुमति मांगने गए, तो उन्होंने कहा कि जेल जाओ।'

सोमवार को सुप्रीम कोर्ट के प्रधान न्यायाधीश एस ए बोबडे, न्यायमूर्ति ए एस बोपन्ना और न्यायमूर्ति वी रामासुब्रमणियन की पीठ ने केरल यूनियन ऑफ वर्किंग जर्नलिस्टस की ओर से पेश वरिष्ठ अधिवक्ता कपिल सिब्बल से जानना चाहा कि वह इलाहाबाद उच्च न्यायालय जाने की बजाये सीधे यहां क्योें आए? सिब्बल ने शीर्ष कोर्ट से पत्रकार कप्पन को जमानत देने का अनुरोध किया और कहा कि उसके खिलाफ कुछ भी नहीं है। उन्होंने कहा, ‘प्राथमिकी में उसका नाम नहीं है। किसी तरह के अपराध का आरोप नहीं है। वह पांच अक्टूबर से जेल में है।’

लखनऊ: सपा सुप्रीमो मायावती ने विधानसभा उप चुनाव में मिली करारी हार और मिशन 2022 को देखते हुए संगठन में फेरबदल शुरू कर दिया है। उन्होंने अति पिछड़े भीम राजभर को बसपा का नया प्रदेश अध्यक्ष बनाया है। प्रदेश अध्यक्ष रहे मुनकाद अली को हटा दिया गया है। मुनकाद को राष्ट्रीय महासचिव बनाए जाने की चर्चा है, लेकिन इसकी अधिकृत पुष्टि नहीं हुई है। इसके साथ ही लखनऊ मंडल संगठन में फेरदबल किया गया है। लखनऊ के जिलाध्यक्ष एचके गौतम को हटा दिया गया है।

बसपा सुप्रीमो इन दिनों दिल्ली में हैं। वह यूपी में सात सीटों पर हुए विधानसभा उप चुनाव में पार्टी की हार की समीक्षा कर रही हैं। भाजपा से नाराज मुस्लिमों को पार्टी के साथ जोड़ने के लिए मुनकाद अली को प्रदेश अध्यक्ष की जिम्मेदारी सौंपी थी। मुनकाद पश्चिमी यूपी से हैं। मायावती ने उन्हें कई सेक्टरों की जिम्मेदारी दे रखी थी, लेकिन समीक्षा के दौरान पाया गया कि विधानसभा उप चुनाव में मुनकाद अली अपेक्षाकृत मुस्लमानों को पार्टी के साथ नहीं जोड़ पाए। इसके चलते उन्हें पार्टी से हटा दिया गया है।

इटावा: उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव शनिवार को पूरे परिवार के साथ सैफई दीपावली मनाने के लिए पहुंचे। इस दौरान उन्होंने 2022 में होने वाले विधानसभा चुनावों के लिए बड़ा एलान किया है। उन्होंने कहा कि सपा अब किसी बड़े दल से गठजोड़ नहीं करेगी। इसके बदले छोटे दलों से तालमेल बढ़ाया जाएगा। अखिलेश यादव ने दीपावली के मौके पर इटावा में पत्रकारों से बातचीत के दौरान ये घोषणा की। 

इस मौके पर बसपा के तीन पूर्व जिला अध्यक्ष लाखन सिंह, राघवेंद्र गौतम,जितेंद्र दोहरे, बसपा नेता वीरू भदौरिया, कांग्रेस के पूर्व जिला अध्यक्ष कीरत पाल सहित कई नेता अखिलेश यादव के सामने सपा में शामिल हुए। अखिलेश पूर्व में हुए उत्तर प्रदेश के चुनावों में पहले कांग्रेस फिर बसपा से गठबंधन का प्रयोग कर चुके हैं। उनके ये दोनों प्रयोग असफल रहे। बड़े दलों से गठबंधन के बावजूद चुनावों में उन्हें हार का सामना करना पड़ा। शनिवार को अखिलेश यादव ने साफ किया कि अब यूपी में सपा किसी अन्य बड़े दल से कोई गठबंधन नहीं करेगी। इसकी बजाए छोटे दलों से गठजोड़ किया जाएगा।

लखनऊ: त्यौहारों में के सीजन में एक बार फिर कोरोना के मामले लगातार बढ़ रहें। दिल्ली में जहां पिछ्ले कई दिनों से लगातार 5 हजार से ज्यादा मामले सामने आ रहें है। वहीं उत्तर प्रदेश में पिछले 24 घंटो के दौरान 2361 नए मामले सामने आए हैं। इस दौरान 29 लोगों की जान कोरोना से हुई वहीं 2002 लोग स्वस्थ भी हुए हैं। आप को बता दें उत्तर प्रदेश में अभी तक 5,02,549 लोग कोरोना से संक्रमित हो चुके हैं। जिसमें 7354 लोगों की मौत अब तक कोरोना से हुई है। जबकि 4,79,182 लोग स्वस्थ भी हो चुके हैं। एक्टिव केस की बात करें ताजा आंकड़ों के अनुसार 23,367 लोगों का इलाज चल रहा है।  

प्रदेश की राजधानी में लखनऊ में सबसे ज्यादा नए मामले आए हैं। पिछ्ले 24 घंटे में लखनऊ में 394 नए कोरोना मरीजों की पुष्टि हुई है। जबकि 232 लोग डिस्चार्ज भी हुए हैं। लखनऊ में अभी तक 62,670 लोग कोरोना को मात दिया है। जबकि  अभी तक 932 लोगों की मौत लखनऊ में कोरोना से हुई है।

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