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लखनऊ: उत्तर प्रदेश में धर्म परिवर्तन प्रतिषेध एक्ट को लेकर सियासी पारा चढ़ने लगा है। सोमवार को बहुजन समाज पार्टी ने सरकार से इस एक्ट पर पुनर्विचार करने की मांग की जबकि इसके पहले समाजवादी पार्टी ने दो टूक कहा कि इस तरह का कोई कानून उसे मंजूर नहीं है और इसका पुरजोर विरोध किया जाएगा। दूसरी तरफ मुस्लिम धर्म गुरुओं की ओर से भी प्रतिक्रिया आनी शुरू हो गई है।

सोमवार को बसपा अध्‍यक्ष और पूर्व मुख्‍यमंत्री मायावती ने ट्वीट कर पार्टी की मंशा को जाहिर किया। मायावती ने ट्वीट किया कि लव जिहाद को लेकर उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा आपाधापी में लाया गया धर्म परिवर्तन अध्यादेश अनेक आशंकाओं से भरा है जबकि देश में कहीं भी जबरन व छल से धर्मांतरण को ना तो खास मान्यता और ना ही स्वीकार्यता है। उन्होंने आगे कहा कि इस संबंध में कई कानून पहले से ही प्रभावी हैं। सरकार इस पर पुनर्विचार करे, बसपा की यह मांग है।

वाराणसी: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को वाराणसी पहुंचकर वाराणसी-प्रयागराज राजमार्ग के 6 लेन का लोकार्पण किया। इस दौरान, प्रधानमंत्री ने अपने संबोधन की शुरुआत देव दीपावली की शुभकामनाओं के साथ की। कृषि कानूनों को लेकर हो रहे प्रदर्शन के बीच प्रधानमंत्री ने कहा कि नए कृषि सुधारों से किसानों को नए विकल्प और नए कानूनी संरक्षण दिए गए हैं। अब छोटा किसान भी, मंडी से बाहर हुए हर सौदे को लेकर कानूनी कार्रवाई कर सकता है। किसान को अब नए विकल्प भी मिले हैं और धोखे से कानूनी संरक्षण भी मिला है। उन्होंने कहा कि कृषि सुधारों को लेकर भ्रम फैलाया जा रहा है।

प्रधानमंत्री ने कहा कि पिछले कुछ समय से एक अलग ही ट्रेंड देश में देखने को मिल रहा है। पहले सरकार का कोई फैसला अगर किसी को पसंद नहीं आता था तो उसका विरोध होता था, लेकिन बीते कुछ समय से हम देख रहे हैं कि अब विरोध का आधार फैसला नहीं, बल्कि आशंकाओं को बनाया जा रहा है। 

लखनऊ: बलरामपुर में शुक्रवार की रात कोतवाली देहात बलरामपुर के ग्राम कलवारी निवासी पत्रकार राकेश सिंह निर्भीक तथा उनके साथी हिंदूवादी नेता पिंटू साहू की जलाकर की गई हत्या का मामला तूल पकड़ने लगा है। पत्रकार की शवयात्रा से पूर्व उनकी पत्नी विभा सिंह ने कहा कि मुझे पुलिस पर रत्ती भर भी भरोसा नहीं है। यदि दो दिन के अंदर सभी मुजरिम गिरफ्तार नहीं हुए तो वह कलेक्ट्रेट जिलाधिकारी कार्यालय के सामने अपनी दो बेटियों के साथ आत्मदाह कर लेंगी।

उन्होंने पुलिस पर तरह-तरह के आरोप लगाए। मौके पर पहुंचे सदर विधायक पलटू राम ने पत्रकार की पत्नी को दो दिन के अंदर आरोपियों की गिरफ्तारी का भरोसा दिलाया और कहा कि विभा सिंह को नौकरी तथा बेटियों को आर्थिक सहायता दिलाई जाएगी। विधायक के आश्वासन के बाद पत्रकार का शव श्मशान घाट के लिए भारी सुरक्षा के बीच रवाना हुआ।

लखनऊ: लखनऊ: बसपा अध्‍यक्ष और यूपी की पूर्व मुख्‍यमंत्री मायावती ने कृषि कानूनों के खिलाफ आंदोलन कर रहे किसानों का समर्थन किया है। मायावती ने ट्वीट किया कि पूरे देश में किसान केंद्र सरकार द्वारा कृषि से संबंधित हाल में लागू किए गए तीन कानूनों को लेकर काफी नाराज हैं। इन कानूनों के खिलाफ किसान आंदोलन कर रहे हैं। हजारों की संख्या में किसान दिल्ली-हरियाणा बॉर्डर पर जमा हैं। वे दिल्ली के रामलीला मैदान पर विरोध प्रदर्शन की इजाजत मांग रहे हैं। हालांकि केंद्र सरकार ने उन्हें 3 दिसंबर को बातचीत का न्योता दिया है।

मायावती ने ट्वीट किया कि केंद्र सरकार किसानों की आम सहमति के बिना बनाए गए इन कानूनों पर पुनर्विचार करे तो बेहतर होगा। बसपा के अलावा सपा और कांग्रेस समेत उत्तर प्रदेश में कई प्रमुख राजनीतिक दलों ने किसानों के आंदोलन का समर्थन किया है। कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह ने कहा कि कानूनों को पारित कराए जाने से पहले सरकार को किसानों से बातचीत करनी चाहिए थी। बसपा सुप्रीमो ने भी कहा कि यह बेहतर होगा कि सरकार इस मामले में दोबारा सोचे। मायावती ने कहा है कि कृषि कानूनों को लेकर किसान उग्र और आंदोलित हैं।

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