लखनऊ: उत्तर प्रदेश सरकार व विदेश मंत्रालय के बीच एनआरआई दिवस के कामयाब आयोजन के लिए एक एमओयू साइन होगा। दिल्ली में 15 सितंबर को विदेश मंत्री सुषमा स्वराज व मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ इस मौके पर मौजूद रहेंगे। वाराणसी में अगले साल 21 से 23 जनवरी तक होने वाले इस मेगा इवेंट का उद्घाटन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी व समापन राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद करेंगे। इस आयोजन पर करीब 150 करोड़ से ज्यादा का खर्च आएगा। इसका आधा खर्च केंद्र सरकार उठाएगी।
प्रदेश सरकार इस पूरे मेगा इवेंट के जरिए यूपी की खास ब्रांडिंग करेगी। अतिथियों के स्वागत सत्कार के लिए भव्य व्यवस्था की जा रही है। वाराणसी में मुख्य आयोजन के लिए टेंट सिटी बनेगा। इसमें 6000 से ज्यादा प्रतिनिधियों के बैठने के लिए वाटरप्रूफ व साउंड प्रूफ विशाल हैंगर लगेगा। प्रधानमंत्री व राष्ट्रपति के आगमन को देखते हुए सारी व्यवस्था एक इवेंट मैनेजमेंट कंपनी को देने की तैयारी है। इसके अलावा मेहमानों को लाने ले जाने के लिए लग्जरी कारें व बसों का इंतजाम भी होना है।
इसके लिए भी एजेंसी का चयन होगा। इन तीनों कामों के लिए तीन एजेंसी का चयन टेंडर के जरिए होगा। विदेश मंत्रालय के इस आयोजन में यूपी पार्टनर स्टेट है।
एनआरआई पोर्टल लांच होगा
15 सितंबर को दिल्ली में विदेश मंत्रालय द्वारा एनआरआई के लिए तैयार एक पोर्टल लांच होगा। इसी के जरिए इस आयोजन में शामिल होने के लिए एनआरआई को पहले रजिस्ट्रेशन कराना होगा। इसके लिए उन्हें निर्धारित फीस भी देनी होगी। रजिस्ट्रेशन से साफ होगा कि वास्तव में कितने एनआरआई शिरकत करेंगे।
एनआरआई दिवस कार्यक्रम -2019
21 जनवरी : यूथ प्रवासी दिवस व यूपी प्रवासी दिवस
22 जनवरी : भारतीय प्रवासी दिवस समारोह का उद्घाटन प्रधानमंत्री द्वारा
23 जनवरी : भारतीय प्रवासी दिवस समारोह का समापन राष्ट्रपति द्वारा
24 जनवरी : एनआरआई प्रतिनिधियों का इलाहाबाद में कुंभ मेले का भ्रमण
25 जनवरी : दिल्ली में भ्रमण व विश्राम
26 जनवरी : दिल्ली में गणतंत्र दिवस समारोह में शिरकत।