लखनऊ: पेट्रोल-डीजल की बढ़ती कीमतों के विरोध में कांग्रेस द्वारा सोमवार को आहूत 'भारत बंद' का उत्तर प्रदेश में मिला-जुला असर रहा। प्रदेश के विभिन्न जिलों से मिली खबरों के मुताबिक 'भारत बंद' का मिला-जुला असर नजर आया। ज्यादातर बाजार और अन्य दुकानें सामान्य दिनों की तरह ही खुली रहीं। इसके अलावा कार्यालय, स्कूल और कालेज भी खुले। सड़कों पर यातायात भी सामान्य रहा। राज्य सरकार ने बंद के मद्देनजर सुरक्षा के कड़े बंदोबस्त किए थे।
बंद का मेरठ समेत पश्चिमी उत्तर प्रदेश में मिलाजुला असर देखने को मिला। बंद को सफल बनाने के लिए कांग्रेसियों ने पूरी ताकत झोंक दी। केंद्र सरकार और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का पुतला फूंकने के दौरान कांग्रेस कार्यकर्ताओं की एसपी सिटी से झड़प हुई। पुलिस की रोक के बाद भी कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने पुतला फूंका। पुलिस ने कांग्रेस के 470 कार्यकर्ताओं को गिरफ्तार किया। प्रदर्शनकारियों ने लिसाड़ी गेट रोड पर जाम लगाया और दुकानें बंद करा दी। गोली कुआं, श्याम नगर रोड, हापुड़ रोड आदि पर भी बंद का असर दिखा।
वहीं भाजपा समर्थक व्यापारियों ने प्रतिष्ठान खुले रखे। बंद के दौरान मेरठ में सारी निजी बसें बंद रहने से यात्री परेशान हुए। मेरठ में मवाना, सरधना, किठौर, हापुड़, रोहटा, बागपत, फलावदा आदि चलने वाली कई सौ बसें दोपहर बाद तक बंद रहीं जिससे यात्री परेशान रहे। हालांकि रोडवेज की बसें चलीं, लेकिन भीड़ की वजह से लोग परेशान रहे। बंद में बसपा का कोई नेता पश्चिमी उत्तर प्रदेश के जिलों में कांग्रेस के साथ खड़ा नहीं दिखाई दिया। बसपा के मेरठ जिलाध्यक्ष सुभाष प्रधान का कहना है कि बंद में बसपा शामिल नहीं हुई। हमें बंद के संबंध में पार्टी आलाकमान से कोई निर्देश नहीं मिले थे।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने जबरन दुकानें बंद कराने वालों पर सख्त कार्रवाई करने के निर्देश दिए थे। विशेषकर पेट्रोल पम्पों पर किसी तरह की अप्रिय घटना रोकने के लिये सुरक्षा प्रबन्ध किये गये थे।
इस बीच, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने पेट्रोलियम पदार्थों की बढ़ती कीमतों के विरोध में कांग्रेस द्वारा आहूत 'भारत बंद को विपक्ष की हताशा का नतीजा करार देते हुए कहा कि उससे इससे ज्यादा की उम्मीद भी नहीं की जा सकती। योगी आदित्यनाथ ने संवाददाताओं से बातचीत में भारत बंद के सवाल पर कहा कि यह विपक्ष की नकारात्मक सोच है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में जब भारत दुनिया की सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था के रूप में आगे बढ़ रहा है। जनकल्याणकारी योजनाएं चल रही हैं, जिनका लाभ समाज के हर तबको को मिल रहा है, ऐसे में हताश-निराश विपक्ष, जिसमें कोई नेतृत्व नहीं है, कोई नीति नहीं, आगामी कार्यों के लिये कोई रणनीति नहीं। उस विपक्ष से इससे ज्यादा की उम्मीद नहीं की जा सकती।
उन्होंने कहा कि भगवान उन्हें (विपक्ष को) सद्बुद्धि दे कि वे सही मायने में विकास के मुद्दे पर सरकार का सहयोग करें। विपक्ष अगर नकारात्मक के बजाय सकारात्मक भूमिका में रहेगा तो उसकी प्रासंगिकता भी बनी रहेगी, वरना नकारात्मकता उन्हें विपक्ष में बैठने लायक भी नहीं छोड़ेगी। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष राज बब्बर ने कहा कि देश में पेट्रोल और डीजल के दामों में बेतहाशा वृद्धि हो रही है और केन्द्र सरकार इन्हें काबू करने के लिये कुछ भी नहीं कर रही है। कांग्रेस आम लोगों की लड़ाई आगे भी लड़ती रहेगी।
वहीं, सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कांग्रेस द्वारा आहूत 'भारत बंद के बारे में पूछे जाने पर कहा ''ऐसे में जब विपक्ष विरोध कर रहा है, आज सुबह भी पेट्रोल और डीजल के दामों में कुछ पैसों की बढ़ोत्तरी कर दी गयी। महंगाई को लेकर मोदी सरकार का रवैया देखकर आम आदमी के प्रति उसकी संवेदनहीनता जाहिर होती है।" भाजपा को अहंकारी पार्टी करार देते हुए अखिलेश यादव ने कहा कि वे (भाजपा) कहते हैं कि वह अगले 50 साल तक राज करेंगे। यह उनके अहंकार को दिखाता है। यह सरकार का अहंकार है कि वह सोचती है कि महंगाई से क्या होगा। वह यह भी कह सकती है कि महंगाई से खुशहाली आती है। वह पिछले तीन उपचुनावों में मिली करारी हार को भूल गयी है। लोग अब इस कुशासन से खुद को आजाद करने का इंतजार कर रहे हैं।