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वाराणसी: वाराणसी हादसे का जायजा लेने पहुंचे कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष राज बब्बर ने कहा कि कांग्रेस इस हादसे से बहुत दुखी है। वे पीड़ितों से मिलने अस्पताल पहुंचे। मीडिया से बात करते हुए उन्होंने कहा, मुझे जानकारी मिली है कि चुनाव से पहले फ्लाईओवर का काम पूरा करने के लिए तीन विनायक मंदिर तोड़कर निर्माण काम पूरा किया जा रहा था। लोगों का मानना है कि यह हादसा मंदिर तोड़ने की वजह से हुआ है।' पीएम मोदी पर निशाना साधते हुए राज बब्बर और संजय सिंह ने कहा कि पीएम मोदी के संसदीय क्षेत्र में लापरवाही के चलते इतना बड़ा हादसा हो जाते हैं, दूसरी तरफ वे जश्न मना रहे होते हैं।

कांग्रेस के नेताओं ने कहा कि इस हादसे में जितनी जिम्मेदारी अधिकारियों की है, उतनी ही जिम्मेदारी मंत्रियों की भी है, इसलिए दोनों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई होनी चाहिए। राज बब्बर ने कहा कि अधिकारियों के खिलाफ तो कार्रवाई हो गई है। कैबिनेट मंत्रियों को भी सस्पेंड किया जाना चाहिए। राज बब्बर ने मृतकों के परिजनों के लिए 5-5 लाख मुआवजे की जगह 50-50 लाख मुआवजे की मांग की है।

उन्होंने आरोप लगाया कि 2019 लोकसभा चुनाव से पहले इन कामों को पूरा किया जाना था। वक्त कम होने की वजह से अधिकारी दबाव में काम कर रहे थे, जिसकी वजह से सुरक्षा मानकों की अनदेखी की गई। सुरक्षा मानकों की अनदेखी की वजह से यह हादसा हुआ है। कांग्रेसी नेताओं ने कहा कि प्रदेश में जहां-जहां काम हो रहे हैं, वहां पहले काम रुकवा कर सुरक्षा सुनिश्चित करवानी चाहिए।

मंगलवार शाम करीब 5.45 बजे वाराणसी के कैंट रेलवे स्टेशन के पास तीन साल से बन रहे फ्लाईओवर का एक हिस्सा भड़भड़ाकर नीचे गिर गया। इस हादसे में 18 लोगों की मौत हो गई, जबकि 25 लोग घायल हुए हैं. घायलों में कई लोगों की हालत गंभीर बनी हुई है। सीएम की तरफ से मृतक के परिजनों को 5-5 लाख मुआवजा देने की घोषणा की गी है। इस मामले की जांच के लिए सीएम योगी ने उच्चस्तरीय जांच कमेटी का गठन किया है जो 48 घंटे के भीतर जांच रिपोर्ट सौंपेगी। जांच कमेटी में एपीसी की अगुवाई में प्रमुख अभियंता, सिंचाई विभाग के विभागाध्यक्ष और एमडी जल निगम को रखा गया है।

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