सीतापुर: मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ शुक्रवार को भले ही सीतापुर दौरे पर कुत्तों के हमले से घायल लोगों को देखने अस्पताल पहुंचे हों, लेकिन उनके इस दौरे के चलते कुछ आम लोगों को खुद का और अपनों का इलाज कराने में दिक्कतों का सामना करना पड़ा। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के सीतापुर दौरे के कारण ट्रैफिक को जिला अस्पताल से एक किमी पहले ही रोक दिया गया था। इसके कारण यहां एक घायल मां को इलाज मुहैया कराने के लिए बेटा उन्हें अपने कंधे पर लेकर जिला अस्पताल पहुंचा।
जिला अस्पताल के डॉक्टरों ने महिला को लखनऊ रेफर कर दिया। इसके बाद संवेदनहीनता दिखाते हुए उसे स्ट्रेचर और एंबुलेंस भी मुहैया नहीं कराई गई। जिससे बेटे ने फिर मां को कंधे पर रखकर एक किमी का सफर तय किया। रामकोट इलाके के धनई खेड़ा की रहने वाली महिला शुक्रवार को काम करते हुए गिरकर चुटहिल हो गई थी। उसके सिर पर चोट आई थी। इस पर घायल मां को लेकर उनका बेटा ऑटो से जिला अस्पताल जा रहा था।
सीएम योगी के दौरे की वजह से ट्रैफिक को जिला अस्पताल के एक किमी पहले ही रोक दिया गया था। इसके चलते उसके ऑटो को भी नहीं जाने दिया गया। उसके अनुसार उसने पुलिसवालों को समझाया कि वह अपनी मां का इलाज कराने जिला अस्पताल जा रहा है। इसके बावजूद पुलिस वालों ने उसे जाने नहीं दिया।
जब पुलिस ने उसे ऑटो से नहीं जाने दिया, तब वह अपनी मां को कंधे पर रखकर जिला अस्पताल ले जाने लगा। इस दौरान सड़क पर लोगों की भीड़ लग गई। वह मां को इलाज के लिए जिला अस्पताल ले गया। लेकिन वहां डॉक्टरों ने उसकी मां को भर्ती करने की बजाय उन्हें लखनऊ रेफर कर दिया। उसे स्ट्रेचर और एंबुलेंस भी नहीं मुहैया कराई गई। इसके चलते वह फिर अपनी मां को कंधे पर रखकर वापस ऑटो तक पहुंचा।
बता दें कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ शुक्रवार (11 मई) को सीतापुर पहुंचे। यहां उन्होंने खैराबाद इलाके में कुत्तों के हमले में घायलों और मृतक बच्चों के परिजनों से मुलाकात की। इस दौरान सीएम ने जिला अस्पताल में भर्ती बच्चों से मुलाकात की और उनके परिजनों से बातचीत की। मुख्यमंत्री ने अस्पताल के डॉक्टरों को समुचित इलाज करने के निर्देश दिए. सीएम ने कुत्तों के आतंक में मारे गए बच्चों के परिवार को दो-दो लाख और घायलों को 25 हजार रुपए की आर्थिक सहायता देने की घोषणा की।