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बेंगलुरु: कर्नाटक के उपमुख्यमंत्री डीके शिवकुमार ने राज्य में पार्टी की जीत के लिए कांग्रेस नेताओं और कार्यकर्ताओं के ‘एकजुट प्रयास’ को श्रेय देते हुए बुधवार को कहा कि सरकार पांच गारंटी को पूरा करने के लिए पूरी तरह से प्रतिबद्ध है।

शिवकुमार ने साथ ही कहा कि सरकार परिवार की प्रत्येक महिला मुखिया को 2,000 रुपये प्रति महीने देने की ‘गृह लक्ष्मी’ योजना एक महीने के भीतर लागू करेगी। उन्होंने कहा कि विधानसभा चुनाव में कांग्रेस के प्रदर्शन को ‘‘अस्तित्व की लड़ाई’’ करार दिया और कहा कि उनके लिए यह व्यक्तिगत रूप से ‘‘करो या मरो की लड़ाई’’ थी।

‘द वीक’ के साथ एक विशेष साक्षात्कार में यह पूछे जाने पर कि क्या उन्हें मुख्यमंत्री नहीं बनाए जाने से वोक्कालिगा समुदाय खफा है, उन्होंने कहा, ‘‘बेशक, यह काफी स्वाभाविक है। रक्त पानी से अधिक गाढ़ा होता है। लेकिन हमें (समझौता) करना पड़ता है।’’

बेंगलुरू: मुख्यमंत्री सिद्दरमैया ने पिछले एक हफ्ते से विभागों के बंटवारे को लेकर चल रहे सस्पेंस पर से पर्दा उठा दिया है। सिद्दरमैया के मंत्रिमंडल के लिए विभागों के आवंटन की अधिसूचना जारी कर दी गई है। सीएम सिद्दरमैया ने अपने पास वित्त की जिम्मेदारी रखी है। वहीं, डिप्टी सीएम डीके शिवकुमार को सिंचाई विभाग और बेंगलुरु शहर के विकास की जिम्मेदारी मिली है। मीडिया रिपोर्ट्स में यह जानकारी दी गई है।

सीएम सिद्दरमैया ने वित्त सहित कई विभागों को अपने पास रखा

मालूम हो कि कर्नाटक चुनाव अभियान के दौरान कांग्रेस द्वारा की गई गारंटियों को पूरा करने के लिए बजट तैयार करने के उद्देश्य से मुख्यमंत्री सिद्धारमैया ने वित्त मंत्रालय को अपने पास ही रखा है। हालांकि, कैबिनेट मामलों, कार्मिक और प्रशासनिक सुधार विभाग, खुफिया, सूचना और बुनियादी ढांचा विकास जैसे विभाग भी सिद्दरमैया के पास होंगे। सरकार में एच.के. पाटिल के पास कानून और संसदीय मामले, विधान, पर्यटन और दिनेश गुंडु राव के पास स्वास्थ्य और परिवार कल्याण, कृष्णा बायरेगौड़ा के पास राजस्व (मुजरई को छोड़कर) रहेगा।

बेंगलुरुः कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्धारमैया ने शनिवार को कहा कि नए शपथ लेने वाले मंत्रियों के विभागों का आवंटन जल्द किया जाएगा। सिद्धारमैया ने संवाददाताओं से बात करते हुए कहा, 'राज्य में पूर्ण कैबिनेट का गठन किया गया है। विभागों का आवंटन आज या कल किया जाएगा। मुख्यमंत्री पद के अलावा 33 सीटें कैबिनेट मंत्रियों के लिए हैं। सरकार ने फैसला किया है कि लोगों द्वारा किए गए वादे को पूरा किया जाना चाहिए।' मुख्यमंत्री ने नए मंत्रिमंडल की संरचना के बारे में बताते हुए कहा कि यह नए और पुराने चेहरों का मिश्रण है।

इसके साथ ही उन्होंने आगे बताया कि जो पहली बार जीते उन्हें मंत्री नहीं बनाया गया। कुछ असंतोष था कि जिलों को प्रतिनिधित्व नहीं दिया गया है। इस बार हमने कुछ मानकों का पालन किया। कई जिलों के विधायकों को पहली बार जीते मंत्री का पद नहीं मिला, कुछ नाराजगी थी। कुछ निराशाओं में सुकून होता है। कोडागु, हावेरी, हासन, चिकमंगलूर और अन्य जिलों को प्रतिनिधित्व नहीं मिला और सीएम के अनुसार कुछ निश्चित मानदंडों का पालन करते हुए ऐसा किया गया।

बेंगलुरु जनादेश ब्यूरो): कर्नाटक में सरकार बनने के एक हफ्ते बाद आज 24 विधायकों ने मंत्री पद की शपथ ली। मुख्यमंत्री सिद्धारमैया ने अपने मंत्रिमंडल का विस्तार किया। कर्नाटक सरकार में 34 मंत्री हो सकते हैं। मुख्यमंत्री सिद्धारमैया और उपमुख्यमंत्री डीके शिवकुमार सहित 10 मंत्रियों को 20 मई को शपथ दिलाई गई थी। जबकि 24 अन्य विधायकों को आज मंत्रिमंडल में शामिल किया गया।

वरिष्ठ विधायक एच के पाटिल, कृष्ण बायरेगौड़ा, एन चेलुवरायस्वामी, के वेंकटेश, डॉण् एच सी महादेवप्पा, प्रदेश कांग्रेस के कार्यकारी अध्यक्ष ईश्वर खंडरे और प्रदेश कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष दिनेश गुंडु राव उन विधायकों में शामिल हैं, जिन्होंंने मंत्री पद की शपथ ली।

साथ ही केएन राजन्ना, शरणबसप्पा दर्शनपुर, शिवानंद पाटिल, रामप्पा बलप्पा तिम्मापुर, एस एस मल्लिकार्जुन, शिवराज संगप्पा तंगदागी, डॉ शरण प्रकाश रुद्रप्पा पाटिल, मंकल वैद्य, लक्ष्मी हेब्बलकर, रहीम खान, डी सुधाकर, संतोष लाड, एन एस बोसेराजू, सुरेश बीएस, पूर्व मुख्यमंत्री एस बंगारप्पा के बेटे मधु बंगारप्पा, डॉ एमसी सुधाकर और बी नागेंद्र को भी मंत्री पद की शपथ दिलाई गई है।

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