बेंगलुरु: अगले लोकसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी और प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को कड़ी चुनौती देने की रणनीति पर चर्चा कर रहे 26 विपक्षी दलों के संभावित गठबंधन का नाम ‘भारतीय राष्ट्रीय लोकतांत्रिक समावेशी गठबंधन’ (इंडिया) हो सकता है। सूत्रों ने मंगलवार को यह जानकारी दी। हालांकि उनका यह भी कहना है कि इस नाम पर अंतिम निर्णय नहीं हुआ है, लेकिन ज्यादातर विपक्षी नेताओं की इस नाम पर सहमति है।
इस नाम का संकेत देते हुए कांग्रेस सांसद मणिकम टैगोर ने ट्वीट किया, ‘‘इंडिया की जीत होगी।’’ तृणमूल कांग्रेस के सांसद डेरेक ओब्रायन ने ट्वीट कर कहा, ‘‘चक दे इंडिया।’’
बैठक में मौजूद पश्चिम बंगाल की सीएम और टीएमसी नेता ममता बनर्जी ने कहा कि ये एक अच्छी, सार्थक बैठक है। रचनात्मक निर्णय लिया जाएगा। आज हमने जो चर्चा की, उसके बाद का नतीजा इस देश के लोगों के लिए अच्छा हो सकता है।
दिल्ली के मुख्यमंत्री और आप के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल ने कहा कि पीएम मोदी को पिछले 10 वर्षों तक देश पर शासन करने का मौका मिला और उन्होंने देश के लगभग हर क्षेत्र को पूरी तरह से बर्बाद कर दिया है। उन्होंने लोगों के बीच नफरत पैदा की है। केजरीवाल ने कहा कि देश की अर्थव्यवस्था खस्ताहाल है, इतनी महंगाई है, सभी क्षेत्रों में इतनी बेरोजगारी है। मुझे लगता है, अब समय आ गया है कि इस देश के लोग इनसे छुटकारा पाना चाहते हैं, इसलिए सभी को एक साथ आने की जरूरत है।
बता दें कि पहले दिन की बैठक में एनसीपी चीफ शरद पवार शामिल नहीं हुए थे। दूसरे दिन की बैठक में शामिल होने के लिए शरद पवार मंगलवार सुबह मुंबई से बेंगलुरु पहुंचे गए। दूसरे दिन की बैठक में शरद पवार के अलावा पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी, समाजवादी पार्टी प्रमुख अखिलेश यादव, पीडीपी प्रमुख महबूबा मुफ्ती, राजद प्रमुख लालू प्रसाद यादव, तेजस्वी यादव, एनसीपी प्रमख शरद पवार समेत 26 पार्टियों के नेता मौजूद हैं।