बेंगलुरु: कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्धरमैया ने रविवार को अपने मंत्रिमंडल में व्यापक फेरबदल करते हुए 14 मंत्रियों को हटा दिया और 13 नए मंत्रियों को इसमें शामिल किया। कांग्रेस आलाकमान द्वारा इस बहुप्रतीक्षित फेरबदल को हरी झंडी दिखाने के साथ मुख्यमंत्री ने नौ कैबिनेट मंत्री और चार राज्य मंत्री अपने मंत्रिमंडल में शामिल किए। राजभवन में आयोजित एक समारोह में राज्यपाल वाजूभाई वाला ने नए मंत्रियों को पद एवं गोपनीयता की शपथ दिलाई। शपथग्रहण के पहले मुख्यमंत्री ने 14 मंत्रियों को पद से हटाने की सिफारिश की, जिसे राज्यपाल ने स्वीकार कर लिया। तनवीर सैत, के थिम्मप्पा, रमेश कुमार, बासवराज राया रेड्डी, एचवाई मेती, एसएस मल्लिकार्जुन, एमआर सीताराम, संतोष लाड और रमेश जरकिहोली को कैबिनेट मंत्री बनाया गया है। प्रियांक खड़गे, रूद्रप्पा लमनी, ईश्वर खंद्रे और प्रमोद माधवराज को राज्य मंत्री नियुक्त किया गया है। थिम्मप्पा और रमेश कुमार पूर्व विधानसभाध्यक्ष हैं, जबकि खड़गे लोकसभा में कांग्रेस के नेता मल्लिकार्जुन खड़गे के पुत्र हैं। जिन मंत्रियों को हटाया गया है, उनमें कमरूल इस्लाम, शामनूर शिवशंकरप्पा, वी श्रीनिवास प्रसाद, एमएच अंबरीश, विनय कुमार सोराके, सतीश जारकिहोली, बाबूराव चिंचानसूर, शिवराज संगप्पा तांगदागी, एसआर पाटिल, मनोहर तहसीलदार, के अभयचंद्र जैन, दिनेश गुंडू राव, किमाने रत्नाकर, पीटी परमेश्वर नाइक शामिल हैं।
मुख्यमंत्री को शनिवार को पार्टी आलाकमान से फेरबदल के लिए हरी झंडी मिली थी। फेरबदल में मुख्यमंत्री ने जाति और क्षेत्र के समीकरण को संतुलित करने का प्रयास किया है। इस फेरबदल के साथ ही मंत्रियों की संख्या 33 हो गई है। कर्नाटक में दो साल बाद विधानसभा चुनाव होने हैं और यह एकमात्र ऐसा बड़ा राज्य है, जहां कांग्रेस का शासन है।