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बेंगलुरु: कपड़ा फैक्टरी के कर्मचारियों के आंदोलन के दूसरे दिन हिंसक रूप लेने से कई बसों को आग लगा दी गई और एक पुलिस थाने पर हमला किया गया। कर्मचारी भविष्य निधि के नए नियमों के खिलाफ विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं। पुलिस ने कहा कि प्रदर्शनकारियों ने हेब्बागोडी पुलिस थाने पर पथराव किया और थाने पर जब्त कर खड़े किए गए वाहनों को आग लगा दी। पुलिस को स्थिति काबू में करने के लिए लाठीचार्ज करना पड़ा और प्रदर्शनकारियों को तितर-बितर करने के लिए उसने आंसूगैस के गोले छोड़े। उन्होंने कहा कि कर्नाटक राज्य सड़क परिवहन निगम की कम से कम दो बसों और बेंगलूरू मेट्रोपोलिटन ट्रांसपोर्ट कारपोरेशन की एक बस में आग लगा दी गई। बनेरघट्टा और जालाहल्ली चौराहे तथा इलेक्ट्रानिक सिटी सहित शहर के विभिन्न हिस्सों में बसों एवं अन्य वाहनों पर पथराव की घटनाओं की खबरें आई हैं। शहर में होसुर रोड जैसे विभिन्न प्रवेश एवं निकासी बिंदुओं पर ट्रैफिक जाम की खबरें आई हैं। होसुर रोड से इलेक्ट्रानिक सिटी तथा टुमकुर रोड के लिए रास्ता जाता है जहां बड़ी संख्या में वस्त्र इकाइयां हैं। शहर के पुलिस आयुक्त एन.एस. मेघरिख ने कहा कि स्थिति नियंत्रण में है, लेकिन शहर के बाहरी इलाकों में कुछ मुद्दे हैं।

‘हम काम कर रहे हैं और हमारे अधिकारी घटनास्थल पर हैं। स्थिति पर काबू पाया जा रहा है।’ शहर के पुलिस आयुक्त ने कहा कि बेंगलूरू में कपड़ा फैक्टरियों में करीब 12 लाख से अधिक कामगार हैं। कर्मचारी भविष्य निधि एवं विविध प्रावधान कानून, 1952 में संशोधन का विरोध कर रहे कर्मचारियों ने आशंका जताई है कि नया नियम भविष्य निधि में नियोक्ता के अंशदान पर उनका हक छीन लेगा।

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