बेंगलुरु: विधानसभा का घेराव करने के लिए आए किसानों पर पुलिस ने गुरुवार को लाठीचार्ज किया। पुलिस ने करीब सौ किसानों को हिरासत में लिया है और 60 वाहन जब्त किए हैं। किसानों के आंदोलन के दौरान शहर की यातायात व्यवस्था बिगड़ने पर पुलिस को मजबूरन सख्ती बरतनी पड़ी। गुरुवार को कर्नाटक विधानसभा का घेराव करने के लिए आए किसानों के ट्रेक्टरों और लॉरियों को जब पुलिस ने एयरपोर्ट के बाहर रोकने की कोशिश की तो वे भड़क गए। पुलिस का कहना था कि शहर में ट्रेक्टरों और लारियों की आवाजाही पर सुबह 6 बजे से शाम 6 बजे तक प्रतिबंध है। ऐसे में वे प्रदर्शन स्थल फ्रीडम पार्क तक सरकारी बस में जा सकते थे। पुलिस और किसानों के बीच संघर्ष तकरीबन 4 घंटे तक चला और इस बीच पुलिस काफी संयम बरतती रही, लेकिन इसी बीच किसान अपने ट्रेक्टरों के साथ शहर में घुस आए और इससे शहर में ट्रैफिक जाम हो गया। गुस्साए किसान पुलिस की चेतावनी को नजरअंदाज करके मेक्रि सर्किल से आगे बढ़ने की कोशिश करने लगे।
इस पर मजबूरन पुलिस को लाठीचार्ज करनी पड़ी। इसके बाद हालात नियंत्रण में आ सके। बेंगलुरु के पुलिस कमिश्नर एन मेघरिक ने बताया कि करीब सौ किसानों को हिरासत में लिया गया है और 60 ट्रेक्टर जब्त किए गए हैं। इस दौरान कई बसों और निजी वाहनों को भी किसानों ने क्षति पहुंचाई। दक्षिण कर्नाटक खासकर चिकबलपुर तुमकुर कोलार और बाहरी बेंगलुरु के किसानों को सिंचाई के पानी की किल्लत का सामना करना पड़ रहा है। इसी वजह से किसान अपनी मांगों को लेकर विधानसभा का घेराव करना चाहते थे। राज्य के कृषि मंत्री कृष्णा बैरे गौड़ा ने बतया कि इस समस्या के समाधान के लिए एक प्रोजेक्ट पर काम चल रहा है। यह अगले दो सालों में पूरा हो जाएगा। चालू वित्तीय वर्ष में इस प्रोजेक्ट के लिए 400 करोड़ रुपये दिए गए हैं।