बेंगलूरू: यहां एक तंजानियाई छात्रा पर कथित हमले तथा उसे निर्वस्त्र किए जाने के मामले में चार और लोगों को गिरफ्तार किया गया है तथा दो पुलिस अधिकारियों को निलंबित कर दिया गया है । रविवार की रात हुई घटना के बाद से अब तक मामले में गिरफ्तार होने वालों की संख्या नौ हो चुकी है । घटना तब हुई थी जब एक सूडानी व्यक्ति द्वारा चलाई जा रही कार से एक महिला के कुचले जाने के बाद भीड़ ने ‘गलत पहचान’ के चलते 21 वर्षीय तंजानियाई छात्रा पर कथित हमला कर दिया था । बेंगलूरू के पुलिस आयुक्त एनएस मेघारिख ने बताया कि निरीक्षक प्रवीण बाबू और कांस्टेबल मंजूनाथ को निलंबित कर दिया गया है । उन्होंने कहा, ‘बाबू को ड्यूटी में लापरवाही और मंजूनाथ को घटनास्थल पर मौजूद होने के बावजूद कार्रवाई न करने पर निलंबित किया गया है ।’
मेघारिख ने बताया कि चार आरोपियों को बीती रात गिरफ्तार किया गया । उन्होंने कहा कि इन लोगों के खिलाफ हमले, गैर कानूनी रूप से एकत्र होने, आगजनी, दंगे और महिला की गरिमा को नुकसान पहुंचाने का मामला दर्ज किया गया है । उन्होंने कहा कि पुलिस संदिग्धों से पूछताछ कर रही है तथा कुछ अन्य व्यक्तियों को भी गिरफ्तार किया जा सकता है । यह पूछे जाने पर कि क्या गिरफ्तार लोगों में से एक व्यक्ति भाजपा से है, मेघारिख ने कहा, ‘वह पंचायत सदस्य है ।’ दिल्ली से एक टीम यहां छात्रों से मिलेगी और घटना पर राज्य सरकार का आकलन हासिल करेगी । टीम में तंजानियाई उच्चायुक्त डब्ल्यू एच किजाजी और विदेश मंत्रालय से अधिकारी शामिल हैं । पुलिस के अनुसार एक सूडानी नागिरक द्वारा एक महिला को कार से कुचले जाने के बाद भीड़ ने गलत पहचान के चलते तंजानियाई महिला को तब उसकी कार से कथित तौर पर खींच लिया था जब वह दुर्घटनास्थल पर पहुंची । वह अपने तीन मित्रों के साथ कार में सवार थी । कर्नाटक के गृहमंत्री जी. परमेश्वर ने इस बात से इनकार किया है कि लोगों ने तंजानियाई महिला को निर्वस्त्र कर दिया था और उसे निर्वस्त्र कर घुमाया था । उन्होंने दावा किया कि यह नस्ली हमला नहीं है ।