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नई दिल्ली: गुजरात विधानसभा चुनावमें पीएम मोदी से कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल ने हर रोज एक सवाल पूछने का फैसला किया है। इसी के तहत आज उन्होंने चौथा सवाल दागा है।

गुजरात मॉडल पर सवाल उठाते हुए राहुल गांधी ने ट्वीटर पर पूछा कि सरकारी शिक्षा में खर्च पर गुजरात देश में 26 वें स्थान पर क्यों है।सरकारी स्कूल और कॉलेजों की कीमत पर शिक्षा का व्यापार किया गया है। महंगी फीस की मार हर छात्र पर पड़ी है। इस तरह न्यू इंडिया का सपना कैसे पूरा होगा।

आपको बता दें कि शुक्रवार को भी राहुल गांधी ने तीसरा सवाल किया था उन्होंने पूछा ‘‘प्रधानमंत्री से मेरा तीसरा सवाल है कि वर्ष 2012 से 2016 के बीच 62,549 करोड़ रुपये की बिजली खरीदकर चार निजी कंपनियों का खजाना क्यों भरा गया।’

गौरतलब है कि गुजरात विधानसभा चुनाव को लेकर इस समय भाजपा और कांग्रेस के बीच जमकर जुबानी जंग चल रही है।

सूरत: गुजरात विधानसभा के चुनावी मैदान में शनिवार को कांग्रेस का प्रचार करने के लिए पूर्व प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह भी उतरे। उन्होंने सूरत में पेशेवरों और कारोबारियों को संबोधित करते हुए कहा, वित्तवर्ष 2017-18 की दूसरी तिमाही में जीडीपी दर में वृद्धि को नोटबंदी और जीएसटी के नकारात्मक असर खत्म होने के रूप में देखना जल्दबाजी होगी।

डॉ.सिंह ने कहा, यह निष्कर्ष निकालना जल्दबाजी होगी कि अर्थव्यवस्था में गिरावट का रुख खत्म हो गया है, जो पिछली पांच तिमाहियों से देखा जा रहा था। कुछ अर्थशास्त्रियों का मानना है कि सीएसओ (केंद्रीय सांख्यिकी कार्यालय) के आंकड़ों में अनौपचारिक क्षेत्र पर जीएसटी और नोटबंदी के असर का सही आकलन नहीं हुआ है। जबकि अनौपचारिक क्षेत्र की अर्थव्यवस्था में हिस्सेदारी करीब 30 फीसदी है।

पूर्व प्रधानमंत्री ने प्रतिष्ठित अर्थशास्त्री गोविंद राव के हवाले से कहा, इसमें छोटे और मझौले क्षेत्र की गणना नहीं की जाती है, जो नोटबंदी और जीएसटी से सबसे ज्यादा प्रभावित हुआ है। अभी भी बड़ी समस्याएं बरकरार हैं। कृषि क्षेत्र की वृद्धि दर गिरकर 1.7 फीसदी हो चुकी है, जो पिछली तिमाही में 2.3 फीसदी थी। जबकि पिछले साल की समान तिमाही में यह 4.1 फीसदी थी।

राजपीपला: गुजरात के मुख्‍यमंत्री विजय रूपाणी की सभा में शुक्रवार को एक शहीद की बेटी ने मिलने की गुहार लगायी जिसे नजरअंदाज कर दिया गया। जानकारी के अनुसार जब रुपाणी एक रैली के दौरान भाषण दे रहे थे, तब शहीद अशोक तडवी की बेटी रूपल सरकार के ऐलान के बाद भी प्लॉट आवंटित नहीं किये जाने की शिकायत लेकर मुख्‍यमंत्री की ओर बढ़ने लगी। रूपल को ऐसा करने से सुरक्षाकर्मियों ने रोका, इतना ही नहीं मुख्‍यमंत्री भी उससे मिले बिना चले गये।

बताया जा रहा है कि रूपल एक आदिवासी महिला जो 26 साल की है। वह कई सालों से इस बात को लेकर प्रदर्शन कर रही है कि उसके पिता अशोक तडवी के शहीद होने के बाद सरकार ने जो जमीन देने का कथित रुप से वादा किया था वह आज तक पूरा नहीं किया। उसने बताया कि उसके पिता बीएसएफ में थे और शहीद हुए थे।

रुपाणी शुक्रवार एक रैली को संबोधित कर रहे थे। रुपल दर्शकों में बैठी थी और अचानक से चिल्लाते हुए मंच की ओर दौड पड़ी, मैं उनसे मिलना चाहती हूं...मैं उनसे मिलना चाहती हूं। इससे पहले कि वह मुख्यमंत्री के करीब जा पाती, महिला पुलिसकर्मी उसे वहां से ले गयी। रुपाणी ने मंच से कहा, मैं आपसे इस कार्यक्रम के बाद मिलूंगा। लेकिन कोई मुलाकात नहीं हुई।

अमरेली: अपने धर्म के बारे में विवाद होने के एक दिन बाद कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधीने कहा है कि वह और उनके परिवार के सदस्य ‘शिवभक्त’ हैं, लेकिन राजनैतिक फायदे के लिये वह अपने धर्म का इस्तेमाल नहीं करना चाहते हैं। बंद कमरे में व्यापारियों की बैठक को संबोधित करते हुए राहुल ने कहा कि उन्हें अपने धर्म के बारे में किसी के सर्टिफिकेट की जरूरत नहीं है और न ही वह धर्म को लेकर ‘दलाली’ करते हैं।

कांग्रेस नेता ने आरोप लगाया कि भाजपा के कुछ कार्यकर्ताओं ने सोमनाथ मंदिर में गैर हिंदुओं वाले रजिस्टर में उनका नाम दर्ज कर दिया, जिसकी वजह से विवाद हुआ।

उन्होंने कहा, ‘‘मेरी दादी (दिवंगत इंदिरा गांधी) और मेरा परिवार शिवभक्त है। लेकिन हम इन चीजों को निजी रखते हैं। हम आमतौर पर इस बारे में बातचीत नहीं करते हैं, क्योंकि, हमारा मानना है कि यह बेहद व्यक्तिगत मामला है और हमें इस बारे में किसी के सर्टिफिकेट की आवश्यकता नहीं है।’’

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