ताज़ा खबरें
महाराष्ट्र के नतीजे पर उद्धव बोले- 'यह सिर्फ एक लहर नहीं, सुनामी थी'
संसद में वायनाड के लोगों की आवाज बनूंगी: चुनाव नतीजे के बाद प्रियंका
झारखंड में 'इंडिया' गठबंधन को मिला बहुमत, जेएमएम ने 34 सीटें जीतीं
पंजाब उपचुनाव: तीन सीटों पर आप और एक पर कांग्रेस ने की जीत दर्ज

राजपीपला: गुजरात के मुख्‍यमंत्री विजय रूपाणी की सभा में शुक्रवार को एक शहीद की बेटी ने मिलने की गुहार लगायी जिसे नजरअंदाज कर दिया गया। जानकारी के अनुसार जब रुपाणी एक रैली के दौरान भाषण दे रहे थे, तब शहीद अशोक तडवी की बेटी रूपल सरकार के ऐलान के बाद भी प्लॉट आवंटित नहीं किये जाने की शिकायत लेकर मुख्‍यमंत्री की ओर बढ़ने लगी। रूपल को ऐसा करने से सुरक्षाकर्मियों ने रोका, इतना ही नहीं मुख्‍यमंत्री भी उससे मिले बिना चले गये।

बताया जा रहा है कि रूपल एक आदिवासी महिला जो 26 साल की है। वह कई सालों से इस बात को लेकर प्रदर्शन कर रही है कि उसके पिता अशोक तडवी के शहीद होने के बाद सरकार ने जो जमीन देने का कथित रुप से वादा किया था वह आज तक पूरा नहीं किया। उसने बताया कि उसके पिता बीएसएफ में थे और शहीद हुए थे।

रुपाणी शुक्रवार एक रैली को संबोधित कर रहे थे। रुपल दर्शकों में बैठी थी और अचानक से चिल्लाते हुए मंच की ओर दौड पड़ी, मैं उनसे मिलना चाहती हूं...मैं उनसे मिलना चाहती हूं। इससे पहले कि वह मुख्यमंत्री के करीब जा पाती, महिला पुलिसकर्मी उसे वहां से ले गयी। रुपाणी ने मंच से कहा, मैं आपसे इस कार्यक्रम के बाद मिलूंगा। लेकिन कोई मुलाकात नहीं हुई।

रुपल को पुलिस कर्मियों द्वारा ले जाने के दौरान बचने के लिए संघर्ष करने का वीडियो वायरल हो गया है।

कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने घटना का वीडियो ट्विटर पर पोस्ट किया है। उन्होंने कहा कि भाजपा का अहंकार अपने चरम पर है। गांधी ने हिंदी में ट्वीट करके आरोप लगाया परम देशभक्त रपाणीजी ने शहीद की बेटी को सभा से बाहर फेंकवा कर मानवता को शर्मसार किया। 15 साल से परिवार को मदद नहीं मिली, खोखले वादे मिले।

  • देश
  • प्रदेश
  • आलेख