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अहमदाबाद: गुजरात के अहमदाबाद और महाराष्‍ट्र के मुंबई सेंट्रल के बीच नई अत्‍याधुनिक तेजस एक्‍सप्रैस रेलगाड़ी शुरू हो गई है। गुजरात के मुख्‍यमंत्री विजय रूपाणी ने आज सुबह अहमदाबाद रेलवे स्‍टेशन से इस रेलगाड़ी को हरी झंडी दिखाई। अहमदाबाद से सुबह साढ़े 9 बजे शुरू हुई यह ट्रेन आज शाम चार बजे मुम्‍बई पहुंचेगी। यह रेलगाड़ी नाडियाड, वडोदरा, भरूच, सूरत, वापी और बोरीवलि रूकेगी।

इस रेलगाड़ी में विश्‍व स्‍तरीय आराम दायक सुविधाएं उपलब्‍ध कराई गई हैं। ये रेलगाड़ी बृहस्‍पतिवार को छोड़कर सप्‍ताह में छह दिन चलेगी। इसे आईआरसीटीसी संचालित करेगा। पश्चिम रेलवे के मुख्‍य जनसंपर्क अधिकारी ने बताया कि यह रेलगाड़ी पूरी तरह वातानुकूलित है और इसमें सीटों पर व्‍यक्तिगत बल्‍ब, मोबाइल चार्जिंग प्‍वाइंट, कॉल बटन, स्‍वचालित प्रवेश और निकास द्वार और सीसीटीवी कैमरों जैसी सभी अतिआधुनिक सुविधाएं मौजूद हैं।

गांधी नगर: देश के गृह मंत्री अमित शाह ने नागरिकता संशोधन कानून (सीएए) पर अपने गृह राज्य में विपक्ष के ऊपर बड़ा हमला बोला। उन्होंने कहा कि सीएए पर पर विपक्ष झूठ बोल रहा है। अपने गृह राज्य गुजरात के गांधी नगर में शनिवार को साइबर से जुड़े एक कार्यक्रम के दौरान अमित शाह ने कहा, “विपक्ष सीएए पर झूठ फैला रहा है और इस कानून का मकसद लोगों को नागरिकता देना है न कि नागरिकता छीनना है।”

गृहमंत्री ने आगे कहा, “मैं भाजपा कार्यकर्ताओं से अपील करता हूं कि वह लोगों को समझाएं कि संशोधित नागरिकता कानून क्या है, इसके बाद विपक्ष की पोल खुलेगी।” शाह ने अपराधों में तकनीक की भूमिका के बारे में बोलते हुए कहा केंद्र और राज्य सरकारों द्वारा अधिक से अधिक तकनीक के इस्तेमाल के जरिए अपराधों को रोका जा सकता है। गौरतलब है कि नागरिकता कानून संशोधन संसद के दोनों सदनों में पास होने और उस पर राष्ट्रपति की मुहर लगने के बाद इसके खिलाफ देशभर में प्रदर्शन हो रहा है। पिछले दिनों कई जगहों पर हिंसक प्रदर्शन देखने को मिला।

राजकोट: राजस्थान में बच्चों के मरने का सिलसिला जारी है। यहां अब तक 350 से ज्यादा बच्चे काल के गाल में समा चुके हैं। यहां का मामला अभी थमा भी नहीं था कि गुजरात में भी इसी तरह की स्थिति देखने को मिल रही है। यहां राजकोट के सिविल अस्पताल में 111 और अहमदाबाद में 85 मासूमों के मौत की घटना सामने आई है। जिसे लेकर सवाल पूछने पर मुख्यमंत्री विजय रुपाणी ने चुप्पी साध ली। राजकोट के एक सरकारी अस्पताल में पिछले महीने दिसंबर में 111 मासूम जिंदगी की जंग हार गए। यहां बच्चों की मौत की वजह कुपोषण, जन्म से ही बीमार, वक्त से पहले जन्म, मां का खुद कुपोषित होना बताया जा रहा है।

बताया जा रहा है कि राजकोट के सिविल अस्पताल में मरने वाले सभी बच्चे नवजात थे। अस्पताल के एनआईसीयू में ढाई किलो से कम वजन वाले बच्चों को बचाने की व्यवस्थाएं और क्षमता ही नहीं है। राजकोट सिविल अस्पताल के डीन मनीष मेहता ने कहा, राजकोट सिविल अस्पताल में दिसंबर के महीने में 111 बच्चों की मौत हो गई। वहीं मुख्यमंत्री से जब बच्चों की मौत को लेकर सवाल किया गया तो वह बिना जवाब दिए वहां से चले गए।

अहमदाबाद: गुजरात में प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना (पीएमजेएवाई) के तहत जारी करीब 20,000 आयुष्मान कार्डों को अपात्र लाभार्थियों के कारण निरस्त कर दिया गया है। एक वरिष्ठ अधिकारी ने शनिवार को यह जानकारी दी। यह योजना 2018 में शुरू हुई थी और इसमें प्रति परिवार हर वर्ष पांच लाख रुपए का स्वास्थ्य बीमा कवर मिलता है। यह योजना समाज के गरीब और कमजोर वर्गों के लिए है और इसमें परिवार के सदस्यों की संख्या को लेकर कोई सीमा नहीं है।

प्रधान सचिव (स्वास्थ्य) जयंती रवि ने कहा कि गुजरात के स्वास्थ्य विभाग और राष्ट्रीय स्वास्थ्य एजेंसी की एक टीम को कई ऐसे मामले मिले जिनमें कई अपात्र व्यक्ति संबंधित परिवार के सदस्य नहीं थे लेकिन कार्ड में उन्हें लाभार्थी के रूप में दिखाया गया था। उन्होंने कहा, ''हमने पिछले साल जुलाई से ऐसे मामलों की जांच शुरू की। सबसे पहले पंचमहल जिले में ऐसे मामले मिले और तब से 27 जिलों में लगभग 20,000 फर्जी आयुष्मान कार्डों को निरस्त कर दिया है। इस मामले में अभियान अब चल रहा है।

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