गांधी नगर: देश के गृह मंत्री अमित शाह ने नागरिकता संशोधन कानून (सीएए) पर अपने गृह राज्य में विपक्ष के ऊपर बड़ा हमला बोला। उन्होंने कहा कि सीएए पर पर विपक्ष झूठ बोल रहा है। अपने गृह राज्य गुजरात के गांधी नगर में शनिवार को साइबर से जुड़े एक कार्यक्रम के दौरान अमित शाह ने कहा, “विपक्ष सीएए पर झूठ फैला रहा है और इस कानून का मकसद लोगों को नागरिकता देना है न कि नागरिकता छीनना है।”
गृहमंत्री ने आगे कहा, “मैं भाजपा कार्यकर्ताओं से अपील करता हूं कि वह लोगों को समझाएं कि संशोधित नागरिकता कानून क्या है, इसके बाद विपक्ष की पोल खुलेगी।” शाह ने अपराधों में तकनीक की भूमिका के बारे में बोलते हुए कहा केंद्र और राज्य सरकारों द्वारा अधिक से अधिक तकनीक के इस्तेमाल के जरिए अपराधों को रोका जा सकता है। गौरतलब है कि नागरिकता कानून संशोधन संसद के दोनों सदनों में पास होने और उस पर राष्ट्रपति की मुहर लगने के बाद इसके खिलाफ देशभर में प्रदर्शन हो रहा है। पिछले दिनों कई जगहों पर हिंसक प्रदर्शन देखने को मिला।
क्यों है इसका विरोध?
नागरिकता कानून में प्रावधान है कि भारत के पड़ोसी देश पाकिस्तान, अफगानिस्तान और बांग्लादेश में रह रहे सिख, ईसाई, बौद्ध, हिन्दू, पारसी जिन्हें धर्म के आधार पर प्रताड़ित किया जा रहा हैं, उन्हें नागरिकता देने का प्रावधान है। जबकि, इसमें मुसलमान को बाहर रखा गया है। प्रदर्शनकारियों का ऐतराज इसी बात को लेकर है कि नागरिकता संशोधन कानून में मुसलमानों को अलग क्यों रखा गया है।