सुकमा: छत्तीसगढ़ राज्य में नक्सलियों ने अगवा किए पांचों ग्रामीणों को रिहा कर दिया है। यह सभी ग्रामीण, कोंटा ब्लॉक के क्वेल गांव के थे। शुक्रवार को नक्सलियों ने चार और शनिवार को एक ग्रामीण को अपहृत किया था। सर्वा आदिवासी समिति ने नक्सलियों से इन ग्रामीणों को सुरक्षित छोड़ने की अपील की थी। इसके बाद आज नक्सलियों ने इन ग्रामीणों को आज रिहा कर दिया। नक्सलियों ने इससे पहले एक लेटर भी जारी किया था जिसमें ग्रामीणों को चुनौती भरे लहजे में जिला बीजापुर में पुलिस भर्ती अभियान का बहिष्कार करने का फरमान दिया गया था।
लेटर में कहा गया था कि बीजापुर के अंतर्गत आने वाले चार ब्लॉकों के सभी ग्राम पंचायत के आदिवासी, गैर आदिवासियों के युवक, युवती और बेराजगार, बस्तर फाइटर्स बटालियन व दुर्गा महिला पैटर्स, दंतेश्वरी महिला फाइटर्स में भर्ती न होवें। बस्तर फाइटर्स में आरक्षक के 300 पदों पर भर्ती के लिए 22 अक्टूबर को नोटिफिकेशन जारी किया गया है और आवेदन की अंतिम तारीख 12 नवंबर निर्धारित है।
गौरतलब है कि सुरक्षाबलों ने नक्सलियों के खिलाफ मुहिम छेड़ रखी है।
इसी माह नक्सल प्रभावित सुकमा जिले में सुरक्षाबलों ने छह इनामी नक्सलियों समेत आठ नक्सलियों को गिरफ्तार किया था। सुकमा जिले के पुलिस अधिकारियों ने बताया था कि जिले के चिंतलनार थाना क्षेत्र के अंतर्गत मोरपल्ली गांव के जंगल में आठ नक्सलियों कवासी राजू, कलमू माड़ा, कोमराम कन्ना, मड़कम हिड़मा, तुरसम मुदराज, मड़कम एंका, मड़कम सोमा और मड़कम मुत्ता को गिरफ्तार किया गया है। सभी की उम्र 30 से 45 साल के बीच है। उन्होंने बताया कि कवासी के सर पर आठ लाख रुपये, कलमू के सर पर पांच लाख रुपये, कोमराम के सर पर एक लाख रुपये, मड़कम हिड़मा के सर पर एक लाख रुपये, तुरसम के सर पर एक लाख रुपये और मड़कम एंका के सर पर एक लाख रुपये का इनाम है। उन्होंने बताया था कि दल जब बृहस्पतिवार को मोरपल्ली गांव के जंगल में था तब कुछ संदिग्ध व्यक्ति संदिग्ध वस्तुओं के साथ दिखे जो जंगल में भागने की कोशिश कर रहे थे। बाद में सुरक्षा बलों ने उन्हें घेराबंदी कर पकड़ लिया। सुरक्षाबलों ने इन नक्सलियों के पास से विस्फोटक सामान बरामद किया था।