ताज़ा खबरें
बंगाल: मुर्शिदाबाद हिंसा में तीन की मौत, 110 से ज्यादा लोग गिरफ्तार
'यह सेना वेना सब नकली है, यह सब बीजेपी वाले हैं': अखिलेश यादव
नेशनल हेराल्ड की संपत्तियों पर कब्जा लेने के लिए ईडी ने भेजे नोटिस
जम्मू में मुठभेड़ में सेना के जेसीओ शहीद, घुसपैठ की कोशिश नाकाम

जम्मू: जम्मू-कश्मीर के राजौरी जिले के गुंधा इलाके में सोमवार को सुबह संदिग्ध आतंकियों ने सेना के शिविर पर हमला कर दिया। आधिकारिक सूत्रों के अनुसार यह गोलीबारी सुबह 4 बजे की गई। इस आतंकी हमले में एक जवान के घायल होने की सूचना मिल रही है। आतंकियों द्वारा हमला करने के बाद सुरक्षाबलों ने घेराबंदी कर तलाशी अभियान शुरू कर दिया है।

एक नागरिक के जख्मी होने की सूचना

मिली जानकारी के अनुसार मुठभेड़ में एक आतंकी के मारे जाने और एक नागरिक के जख्मी होने की सूचना है। हालांकि, अधिकारियों ने कहा कि इलाके में आतंकियों और सुरक्षा बलों के बीच फिर से गोलीबारी हुई है, जबकि घेराबंदी और तलाशी अभियान जारी है।

सूत्रों ने कहा कि आतंकियों ने पहले एक गांव के बाहरी इलाके में एक ग्राम रक्षा समूह (वीडीजी) के सदस्य और पूर्व सैनिक के घर पर हमला करने की कोशिश की, लेकिन पुलिसकर्मियों की मौजूदगी के कारण उन्हें इलाके से भागने पर मजबूर होना पड़ा और बाद में उन्होंने सेना की चौकी को निशाना बनाया।

नई दिल्ली: जम्मू-कश्मीर के कुपवाड़ा जिले के केरन सेक्टर में गुरुवार (18 जुलाई) को मुठभेड़ में मारे गए आतंकियों के पास से सेना के जवानों द्वारा ऑस्ट्रिया में बनी स्टेयर एयूजी असॉल्ट राइफल बरामद की गई है। स्टेयर एयूजी असॉल्ट राइफल बरामद होने से सुरक्षा एजेंसियां ​​चिंतित हैं।

जानकारी के अनुसार, मारे गए आतंकवादियों के पास से हथियार और गोला-बारूद, युद्ध जैसे सामान और एक पाकिस्तानी पहचान पत्र बरामद किया गया। सूत्रों ने बताया कि बरामद की गई वस्तुओं में स्टेयर एयूजी भी शामिल है।

आतंकी कर रहे हैं अमेरिका निर्मित एम-4 कार्बाइन राइफलों का उपयोग

आतंकवादी पहले से ही अमेरिका निर्मित एम-4 कार्बाइन राइफलों का उपयोग कर रहे हैं। सुरक्षा बलों ने जम्मू क्षेत्र और कश्मीर दोनों में मारे गए आतंकवादियों से इसे बरामद भी किया था। एक सुरक्षा अधिकारी ने मीडिया को बताया कि "एम-4 का इस्तेमाल ज्यादातर शीर्ष कमांडरों और जम्मू-कश्मीर में सक्रिय पाकिस्तानी आतंकवादियों द्वारा किया जाता है।"

नई दिल्ली (जनादेश ब्यूरो): जम्मू-कश्मीर के कई हिस्सों में पिछले कुछ वक्त आंतकवादी गतिविधियों में बढ़ौतरी हुई है। इतना ही नहीं केवल जुलाई में ही 15 दिनों में घाटी में 4 बड़े आतंकी हमलों ने लोगों को डरा कर रख दिया है। इन हमलों में सेना के कई जवान शहीद हो गए और कई अन्य घायल हैं। इसी बीच 8 और 15 जुलाई को जम्मू-कश्मीर के कटूहा और डोडा में बड़े आतंकी हमले देखे गए। कटुहा में हुए हमले में 5 जवान शहीद हो गए. वहीं 15 जुलाई को आंतकियों के साथ हुई मुठभेड़ में पांच जवान शहीद हो गए थे।

2021 से 2024 तक घाटी में 14 बड़े आतंकी हमले हुए हैं और इन हमलों में 50 सैनिक शहीद हुए हैं। हांलाकि केंद्र सरकार का दावा है कि जम्मू-कश्मीर मेंं अनुच्छेद 370 ख़त्म करने और राज्य को दो केंद्र शासित प्रदेश बनाने के बाद आतंकी गतिविधियां कम हुई है।

सुप्रीम कोर्ट ने केंद्र सरकार को निर्देश दिए हैं कि 30 सितंबर तक जम्मू-कश्मीर को पूर्ण राज्य का दर्जा वापस देते हुए विधानसभा के चुनाव करवाएं जाए और सूबे की सत्ता वहां के निर्वाचित प्रतिनिधियों को सौंपी जाए।

जम्मू: जम्मू-कश्मीर के डोडा जिले में आतंकवादियों के साथ सोमवार रात में हुई मुठभेड़ में एक अधिकारी समेत चार सैन्यकर्मियों शहीद हो गए हैं। अधिकारियों ने बताया कि 15 और 16 जुलाई की रात डोडा के एक वन क्षेत्र में आतंकवादियों के साथ मुठभेड़ में एक सैन्य अधिकारी और एक पुलिसकर्मी समेत पांच सुरक्षाकर्मी गंभीर रूप से घायल हो गए थे। जम्मू-कश्मीर में बीते 8 दिनों में यह दूसरी बार है जब सेना के जवानों की आतंकवादियों के साथ मुठभेड़ हुई है। आतंकियों की मौजूदगी के बारे में विशेष खुफिया जानकारी के आधार पर सोमवार की शाम को डोडा के उत्तरी क्षेत्र में भारतीय सेना और जम्मू कश्मीर पुलिस ने संयुक्त अभियान शुरू किया था।

जानकारी के मुताबिक सोमवार रात को करीब नौ बजे आतंकवादियों से सेना के जवानों का सामना हुआ था और इसके बाद भारी गोलीबारी हो गई थी। अधिकारियों ने बताया कि मुठभेड़ उस वक्त शुरू हुई थी जब राष्ट्रीय राइफल्स और जम्मू-कश्मीर पुलिस के स्पेशल ऑपरेशन ग्रुप के जवानों ने शाम को करीब 7 बजकर 45 मिनट पर देसा के जंगलों के धारी गोटे उरारबागी में संयुक्त घेराबंदी और तलाशी अभियान शुरू किया था। 

  • देश
  • प्रदेश
  • आलेख