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चेन्नई: तमिलनाडु में अन्नाद्रमुक (एआईएडीएमके) पर वर्चस्व की जंग में पूर्व मुख्यमंत्री ओ. पनीरसेल्वम को बड़ा झटका लगा है। दरअसल, मद्रास हाईकोर्ट की हरी झंडी मिलने के बाद एडप्पादी के. पलानीस्वामी को पार्टी की जनरल काउंसिल की बैठक में अन्नाद्रमुक का अंतरिम महासचिव चुना गया। बैठक में अन्नाद्रमुक जनरल काउंसिल ने महासचिव पद को फिर से स्थापित करने और पार्टी के प्राथमिक सदस्यों द्वारा पद के लिए एक व्यक्ति का चुनाव सुनिश्चित करने के लिए प्रस्ताव पारित किया है। चुनाव 4 महीने बाद होगा। इसके अलावा बैठक में पार्टी के दोहरे नेतृत्व को खत्म करने और पार्टी के लिए उप महासचिव पद सृजित करने का प्रस्ताव पारित किया। बता दें कि आज सुबह पनीरसेल्वम को उस समय झटका लगा जब मद्रास हाईकोर्ट ने बैठक की मंजूरी दे दी। इस फैसला के बाद ही उनकी हार तय मानी जा रही थी।

अन्नाद्रमुक की आम परिषद की बैठक में पेरियार, एमजी रामचंद्रन (एमजीआर) और जे जयललिता को भारत रत्न देने की मांग का प्रस्ताव पारित किया गया।

चेन्नई: अन्नाद्रमुक के समन्वयक ओ. पनीरसेल्वम बृहस्पतिवार को यहां पार्टी की आम परिषद में सदस्यों के एकल नेतृत्व की मांग पर अड़े रहने और उनके प्रतिद्वंद्वी व संयुक्त संयोजक ई.के. पलानीस्वामी का पक्ष लिए जाने के बाद बैठक छोड़कर चले गए। पलानीस्वामी के समर्थकों ने जैसे ही उन्हें एक सजा हुआ ताज, एक तलवार और राजदंड भेंट किया, पन्नीरसेल्वम और अन्नाद्रमुक उप सचिव वैथीलिंगम समेत उनके समर्थक बैठक से चले गए। शोर-गुल के बीच परिषद की बैठक 40 मिनट तक चली।

सर्वोच्च नेता बनाने की मांग पर अड़े रहे

वरिष्ठ पदाधिकारी व पूर्व मंत्री बी. वलरमथी ने पलानीस्वामी के समर्थन में पार्टी के संस्थापक एमजी रामचंद्रन की फिल्म का एक गाना गाया और कहा, 'एक नेता उभरेगा'। बैठक में पलानीस्वामी के समर्थक उन्हें पार्टी का सर्वोच्च नेता बनाने की मांग पर अड़े रहे। यह घटनाक्रम पन्नीरसेल्वम के समर्थकों के सामने पलानीस्वामी खेमे की ताकत को दर्शाता है।

चेन्‍नई: द्रमुक नेता और राज्यसभा सांसद टीकेएस एलनगोवन ने अपने एक विवादास्पद बयान में दावा किया है कि हिंदी तमिलों का दर्जा घटाकर ‘शुद्र' कर देगी और कहा कि हिंदी भाषी राज्य देश के विकसित प्रदेश नहीं हैं जबकि जिन राज्यों की मातृ ज़बान स्थानीय भाषा है, वे अच्छा प्रदर्शन कर रहे हैं। एलनगोवन ने यहां हाल में भाषा थोपने को लेकर द्रविड़र कझगम की ओर से आयोजित पत्रकार वार्ता में कहा कि ‘हिंदी को लादकर मनुवादी विचार थोपने' की कोशिश की जा रही है। उनकी यह टिप्पणी वायरल हो गई है। द्रमुक नेता ने हिंदी की पैरवी करने के लिए अमित शाह की भी आलोचना की। वह टिप्पणी के लिए तत्काल उपलब्ध नहीं हो सके। उन्होंने कहा, “ हिंदी क्या करेगी? सिर्फ हमें शुद्र बनाएगी। यह हमें फायदा नहीं देगी।” तथाकथित वर्ण व्यवस्था में ‘शुद्र' शब्द का इस्तेमाल सबसे निचले वर्ण के लिए किया जाता है।

एलनगोवन ने पूछा कि गैर हिंदी भाषी पश्चिम बंगाल, ओडिशा, आंध्र प्रदेश, तेलंगाना, तमिलनाडु, केरल, कर्नाटक, महाराष्ट्र और गुजरात क्या विकसित राज्य हैं या नहीं? उन्होंने कहा, “मैं यह इसलिए पूछ रहा हूं, क्योंकि इन राज्यों की मातृभाषा हिंदी नहीं है।

नई दिल्ली: तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एमके स्टालिन ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के सामने हिंदी की तरह तमिल को भी आधिकारिक भाषा बनाने की मांग की है। सीएम ने कहा कि तमिल को हिंदी की तरह आधिकारिक भाषा और मद्रास उच्च न्यायालय में भी आधिकारिक भाषा बनाया जाए। साथ ही उन्होंने तमिलनाडु को राष्ट्रीय चिकित्सा प्रवेश परीक्षा नीट से अलग करने की मांग भी की है।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जवाहरलाल नेहरू इंडोर स्टेडियम में 31,000 करोड़ रुपये से अधिक की लागत के विकास कार्यों का उद्घाटन एवं शिलान्यास करने के लिए तमिलनाडु पहुंचे थे। इन परियोजनाओं में रेलवे, पेट्रोलियम, आवास और सड़क जैसे प्रमुख बुनियादी क्षेत्र शामिल हैं। लोगों को संबोधित करते हुए पीएम मोदी ने कहा कि तमिलनाडु में आना हमेशा शानदार रहा है। इस राज्य की जनता, संस्कृति और भाषा बेजोड़ है। प्रधानमंत्री ने कहा कि तमिल भाषा शाश्वत है और तमिल संस्कृति वैश्विक है। चेन्नई से कनाडा तक, मदुरै से मलेशिया तकनमक्कल से न्यूयॉर्क तक, सेलम से दक्षिण अफ्रीका तक पोंगल और पुथंडु के अवसरों को बड़े उत्साह के साथ मनाया जाता है।

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