नई दिल्ली: तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एमके स्टालिन ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के सामने हिंदी की तरह तमिल को भी आधिकारिक भाषा बनाने की मांग की है। सीएम ने कहा कि तमिल को हिंदी की तरह आधिकारिक भाषा और मद्रास उच्च न्यायालय में भी आधिकारिक भाषा बनाया जाए। साथ ही उन्होंने तमिलनाडु को राष्ट्रीय चिकित्सा प्रवेश परीक्षा नीट से अलग करने की मांग भी की है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जवाहरलाल नेहरू इंडोर स्टेडियम में 31,000 करोड़ रुपये से अधिक की लागत के विकास कार्यों का उद्घाटन एवं शिलान्यास करने के लिए तमिलनाडु पहुंचे थे। इन परियोजनाओं में रेलवे, पेट्रोलियम, आवास और सड़क जैसे प्रमुख बुनियादी क्षेत्र शामिल हैं। लोगों को संबोधित करते हुए पीएम मोदी ने कहा कि तमिलनाडु में आना हमेशा शानदार रहा है। इस राज्य की जनता, संस्कृति और भाषा बेजोड़ है। प्रधानमंत्री ने कहा कि तमिल भाषा शाश्वत है और तमिल संस्कृति वैश्विक है। चेन्नई से कनाडा तक, मदुरै से मलेशिया तकनमक्कल से न्यूयॉर्क तक, सेलम से दक्षिण अफ्रीका तक पोंगल और पुथंडु के अवसरों को बड़े उत्साह के साथ मनाया जाता है।
प्रधानमंत्री ने कहा कि अभी हाल ही में मैंने अपने आवास पर भारतीय मूक बधिर ओलंपिक में हिस्सा लेने वाले दल की मेजबानी की। आपको पता ही होगा कि इस बार टूर्नामेंट में भारत का सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन रहा लेकिन हमने जो 16 पदक जीते हैं, उनमें से 6 पदकों में तमिलनाडु के युवाओं की भूमिका रही है।