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चेन्नई: अन्नाद्रमुक के समन्वयक ओ. पनीरसेल्वम बृहस्पतिवार को यहां पार्टी की आम परिषद में सदस्यों के एकल नेतृत्व की मांग पर अड़े रहने और उनके प्रतिद्वंद्वी व संयुक्त संयोजक ई.के. पलानीस्वामी का पक्ष लिए जाने के बाद बैठक छोड़कर चले गए। पलानीस्वामी के समर्थकों ने जैसे ही उन्हें एक सजा हुआ ताज, एक तलवार और राजदंड भेंट किया, पन्नीरसेल्वम और अन्नाद्रमुक उप सचिव वैथीलिंगम समेत उनके समर्थक बैठक से चले गए। शोर-गुल के बीच परिषद की बैठक 40 मिनट तक चली।

सर्वोच्च नेता बनाने की मांग पर अड़े रहे

वरिष्ठ पदाधिकारी व पूर्व मंत्री बी. वलरमथी ने पलानीस्वामी के समर्थन में पार्टी के संस्थापक एमजी रामचंद्रन की फिल्म का एक गाना गाया और कहा, 'एक नेता उभरेगा'। बैठक में पलानीस्वामी के समर्थक उन्हें पार्टी का सर्वोच्च नेता बनाने की मांग पर अड़े रहे। यह घटनाक्रम पन्नीरसेल्वम के समर्थकों के सामने पलानीस्वामी खेमे की ताकत को दर्शाता है।

बैठक में जब एकल नेतृत्व की मांग उठी, तब पन्नीरसेल्वम मंच पर पलानीस्वामी के निकट बैठे थे। पार्टी ने घोषणा की कि आम परिषद की अगली बैठक 11 जुलाई को होगी। गौरतलब है कि बैठक से पहले मद्रास उच्च न्यायालय ने अन्नाद्रमुक की आम परिषद की आज होने वाली बैठक में एकल नेतृत्व के फार्मूले से संबंधित प्रस्ताव पर किसी भी तरह का फैसला लेने पर रोक लगा दी थी।

कोर्ट ने सुनाया था ये फैसला

कोर्ट के इस फैसले को पूर्व मुख्यमंत्री एडप्पादी पलानीस्वामी के लिए एक झटके के रूप में देखा जा रहा था। डिवीजन बेंच ने देर रात की सुनवाई के बाद फैसला सुनाया कि पार्टी की सर्वोच्च निर्णय लेने वाली संस्था केवल पहले से सूचीबद्ध 23 प्रस्तावों को ही अपना सकती है।

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