ताज़ा खबरें
प्रयागराज में बुलडोजर एक्शन को सुप्रीम कोर्ट ने अमानवीय-अवैध बताया
अमेरिका ने भारत को दी कृषि उत्पादों पर 100 फीसद टैरिफ की धमकी

नई दिल्ली (जनादेश ब्यूरो): दिल्ली में विधानसभा चुनाव के नतीजे आए 11 दिन हो गये हैं। बुधवार (19 फरवरी) को बारहवां दिन है और शाम को बीजेपी विधायक दल की बैठक बुलाई गई है। 20 फरवरी को होने वाले शपथ ग्रहण समारोह की तैयारियां जोरों पर हैं। रामलीला मैदान में शपथ मंच बनाया जा रहा है। मैदान को भगवा मय किया जा रहा है। बीजेपी के नेता जायजा ले रहे हैं। मंच भले ही बनने लगा है लेकिन ताज किसके सिर पर सजेगा इसका सस्पेंस अभी भी बना हुआ है। दर्जन भर नेताओं की दावेदारी के बाद अब तीन चार नामों पर आकर मामला सिमट गया है।

19 फरवरी को बीजेपी विधायक दल की बैठक शाम 7 बजे होगी। विधायक दल की बैठक में मुख्यमंत्री के नाम का एलान होना है। इसी बीच मंगलवार शाम भाजपा नेता विनोद तावड़े, तरुण चुघ और प्रदेश बीजेपी अध्यक्ष वीरेंद्र सचदेवा ने दिल्ली के उपराज्यपाल विनय सक्सेना से मिलने राजनिवास पहुंचे। इसके बाद भाजपा नेताओं में हलचल तेज हो गई है। इस मुलाकात के संबंध में बीजेपी नेताओं कहना है कि शपथ ग्रहण समारोह में आने वाले अतिथियों के बारे में जानकारी देने के लिए बीजेपी नेता राजनिवास गए थे।

नई दिल्ली (जनादेश ब्यूरो): दिल्ली में 27 साल के बाद सत्ता में लौटी बीजेपी अब सीएम के चयन को लेकर बड़ी बैठक करने जा रही है।

सूत्रों के मुताबिक बीजेपी ने सोमवार (17 फरवरी) को विधायक दल की बैठक बुलाई है, जिसमें मुख्यमंत्री का नाम तय किया जाएगा। दिल्ली में 5 फरवरी को चुनाव कराए गए थे और 8 फरवरी को नतीजे आए थे।

शपथ ग्रहण 23 फरवरी से पहले होने की संभावना

दिल्ली में बीजेपी ने जबर्दस्त वापसी करते हुए 70 में से 48 विधानसभा सीटें जीत ली हैं। बीजेपी ने चुनाव के वक्त अपना कोई सीएम चेहरा घोषित नहीं किया था। वहीं, माना जा रहा था कि पीएम मोदी के अमेरिका दौरे के बाद बीजेपी अपने सीएम के चेहरे की घोषणा करेगी। दिल्ली विधानसभा का कार्यकाल 23 फरवरी को समाप्त हो रहा है। लिहाजा इससे पहले शपथ ग्रहण होने की संभावना है।

बीते आठ दिनों में मनजिंदर सिंह सिरसा और रेखा गुप्ता से लेकर प्रवेश वर्मा तक के नाम की चर्चा रही। दिल्ली में बीजेपी को हर वर्ग का वोट मिला है, जाट-सिख या फिर पूर्वांचली, हर किसी ने बीजेपी पर भरोसा जताया।

नई दिल्ली: नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर शनिवार रात कुंभ जाने वाले यात्रियों की भीड़ अधिक होने से भगदड़ मच गई। इसकी चपेट में आने से 18 लोगों की मौत हो गई। 12 लोग घायल हुए हैं। इनमें कुछ की हालत गंभीर है। लोकनायक अस्पताल ने इसकी पुष्टि की है। बताया जा रहा है कि शनिवार रात प्लेटफार्म नंबर 14 पर प्रयागराज ट्रेन खड़ी थी। इसमें सवार होने के लिए काफी संख्या में लोग पहुंचे थे। केंद्र ने जांच के आदेश दिए।

स्वतंत्रता सेनानी एक्सप्रेस और भुवनेश्वर राजधानी विलंब से चलने के कारण इसके यात्री भी प्लेटफार्म पर नंबर 12,13 और 14 पर थे। इसी दौरान प्रयागराज ट्रेन के और यात्री आने लगे। इससे प्लेटफार्म नंबर 16 के एस्केलेटर के पास और प्लेटफार्म नंबर 14 व 15 पर भगदड़ मच गई। इसमें महिलाएं और बच्चों समेत कई लोग गिर गए। लोग उनके ऊपर से चढ़कर पार होने लगे।

रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने ट्वीट किया, "नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर स्थिति नियंत्रण में है। दिल्ली पुलिस और आरपीएफ पहुंच गई। घायलों को अस्पताल ले जाया गया। भीड़ को हटाने के लिए विशेष ट्रेनें चलाई जा रही हैं।"

नई दिल्ली (जनादेश ब्यूरो): आम आदमी पार्टी (आप) के राष्ट्रीय संयोजक और दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की मुश्किलें एक बार फिर बढ़ती हुई नजर आ रही है। केंद्रीय सतर्कता आयोग (सीवीसी) ने उनके आवास, 6 फ्लैग स्टाफ बंगले के नवीनीकरण मामले में जांच का आदेश दिया है। आदेश 13 फरवरी को जारी किया गया, जब केंद्रीय लोक निर्माण विभाग (सीपीडब्ल्यूडी) द्वारा एक तथ्यानुसार रिपोर्ट प्रस्तुत की गई।

केंद्रीय सतर्कता आयोग द्वारा दिए गए आदेश के अनुसार, सीपीडब्ल्यूडी को यह जांच करनी है कि क्या इस आलीशान महल (जिसे 'शीश महल' कहा जा रहा है) के निर्माण में भवन निर्माण के नियमों की अनदेखी की गई थी। इस बंगले का नवीनीकरण 40,000 वर्ग गज (करीब 8 एकड़) में किया गया है और आरोप है कि इसके निर्माण के दौरान कई नियमों की अवहेलना की गई। यह जांच खासतौर पर इस बात को लेकर की जाएगी कि क्या फ्लैगस्टाफ बंगले के नवीनीकरण के लिए निर्धारित भवन निर्माण नियमों को तोड़ा गया था, ताकि यह आलीशान महल बनाया जा सके।

  • देश
  • प्रदेश
  • आलेख