ताज़ा खबरें
एस जयशंकर से पहले सेना दे चुकी है राहुल गांधी के सवाल का जवाब
हैदराबाद के चारमीनार के पास इमारत में लगी भीषण आग, 17 की मौत

नई दिल्ली: दिल्ली विधानसभा सत्र में सोमवार को भी जोरदार हंगामा देखने को मिला। सदन में स्वास्थ्य क्षेत्र से जुड़ी कैग रिपोर्ट पर चर्चा हो रही है। सत्तापक्ष के सदस्य कैग रिपोर्ट में व्यक्त की गई अस्पतालों की बदहाली को लेकर पूर्ववर्ती आम आदमी पार्टी (आप) सरकार को घेर रहे हैं तो वहीं विपक्ष के सदस्यों ने इसका विरोध और सदन में जमकर हंगामा किया। आप विधायकों के हंगामें के बीच सदन की कार्यवाही को दो बजे तक के लिए स्थगित कर दिया गया है।

विधानसभा में भाजपा विधायक कुलवंत राणा अपने इलाके की सड़क की समस्या रख रहे थे। पूर्व विधायक पर जांच की आवश्यकता कहते ही तभी किसी आप विधायक ने टोका। जिस पर भाजपा विधायक कुलवंत राणा भड़क गए। जिसके बाद संजीव झा ने कहा धमकाओं नहीं और खूब बहस हुई। बाद में स्पीकर विजेंद्र गुप्ता को अपनी चेयर से खड़ा होना पड़ा। दोनों विधायकों से बैठने की अपील की है।

आम आदमी पार्टी के विधायक गोपाल राय ने कहा कि यह बहुत ही निंदनीय कार्य था कि विधानसभा के पहले सत्र की शुरुआत में ही भाजपा के दबाव में विधानसभा अध्यक्ष ने तानाशाही पूर्ण कार्रवाई की।

नई दिल्ली (जनादेश ब्यूरो): दिल्ली के पर्यावरण मंत्री मनजिंदर सिंह सिरसा ने शनिवार को कहा कि 31 मार्च के बाद राष्ट्रीय राजधानी के पेट्रोल पंप पर 15 वर्ष से अधिक पुराने वाहनों को पेट्रोल देना बंद कर दिया जाएगा। राष्ट्रीय राजधानी में वायु प्रदूषण से निपटने के उपायों पर चर्चा के लिए अधिकारियों के साथ बैठक के बाद, सिरसा ने कहा कि सरकार वाहनों से होने वाले उत्सर्जन और प्रदूषण पर अंकुश लगाने के लिए कड़े कदम उठा रही है।

ऊंची इमारतों को लगानी होगी ‘एंटी-स्मॉग गन’: सिरसा

बैठक में प्रमुख नीतिगत निर्णयों पर ध्यान केंद्रित किया गया, जिसमें पुराने वाहनों पर प्रतिबंध, अनिवार्य ‘एंटी-स्मॉग’ उपाय और इलेक्ट्रिक सार्वजनिक परिवहन को अपनाना शामिल हैं।

बैठक के बाद सिरसा ने कहा, ‘‘हम पेट्रोल पंप पर ऐसे उपकरण लगा रहे हैं, जो 15 साल से पुराने वाहनों की पहचान करेंगे और उन्हें ईंधन नहीं दिया जाएगा।’’

उन्होंने कहा कि दिल्ली सरकार इस निर्णय के बारे में केंद्रीय पेट्रोलियम मंत्रालय को सूचित करेगी।

नई दिल्ली (जनादेश ब्यूरो): दिल्ली विधानसभा में विपक्षी विधायकों के खिलाफ हुए अत्याचार पर नेता प्रतिपक्ष आतिशी ने चिंता जताई है। उन्होंने इस मुद्दे को लेकर विधानसभा अध्यक्ष को एक पत्र लिखा है, जिसमें उन्होंने विधानसभा में हाल ही में हुए घटनाक्रम की कड़ी आलोचना की है।

विपक्ष की आवाज को दबायी जाएगी, तो लोकतंत्र कैसे बच पाएगा: आतिशी

आतिशी ने पत्र में बताया कि मंगलवार, 25 फरवरी को दिल्ली विधानसभा में उपराज्यपाल महोदय के अभिभाषण के दौरान सत्ता पक्ष के विधायकों ने 'मोदी-मोदी' के नारे लगाए, जबकि विपक्ष के विधायकों ने बाबासाहेब डॉ. भीमराव अंबेडकर के विचारों का सम्मान करते हुए 'जय भीम' के नारे लगाए। आतिशी ने इस पर आपत्ति जताते हुए कहा कि सत्ता पक्ष के विधायकों पर कोई कार्रवाई नहीं की गई, जबकि विपक्ष के 21 विधायकों को केवल 'जय भीम' के नारे लगाने के कारण तीन दिन के लिए निलंबित कर दिया गया। जब निलंबित विधायक लोकतांत्रिक तरीके से विधानसभा परिसर में गांधी जी की प्रतिमा के समक्ष शांतिपूर्ण प्रदर्शन करने गए, तो उन्हें विधानसभा के गेट से 200 मीटर पहले ही रोक लिया गया।

नई दिल्ली (जनादेश ब्यूरो): दिल्ली विधानसभा में विपक्ष की नेता आतिशी ने गुरुवार को आप विधायकों को विधानसभा में प्रवेश करने से रोकने का मुद्दा उठाते हुए राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू को चिट्ठी लिखी है। पत्र में आतिशी ने राष्ट्रपति से आम आदमी पार्टी के विधायक दल से तुरंत मिलने का समय मांगा है।

पूर्व सीएम ने इस चिट्ठी में बीजेपी पर निशाना साधते हुए कहा कि दिल्ली सरकार के विभिन्न दफ्तरों से संविधान निर्माता बाबा साहेब अंबेडकर और भगत सिंह की तस्वीर हटा दी गई है। जो देश के वीर सपूतों का ही नहीं, बल्कि दलित-पिछड़े और वंचित समाज का भी अपमान है।

आप नेता आतिशी ने राष्ट्रपति को पत्र लिखकर कहा, ''आपके संज्ञान में एक अत्यंत गंभीर और संवेदनशील विषय लाना चाहती हूं, जो भारतीय लोकतांत्रिक मूल्यों पर सीधा हमला है। दिल्ली में बीजेपी की सरकार ने दिल्ली सरकार के विभिन्न दफ्तरों से संविधान निर्माता बाबा साहेब अंबेडकर और शहीद-ए-आजम भगत सिंह जी की तस्वीर हटा दी है। ये न केवल देश के वीर सपूतों का अपमान है बल्कि दलित, पिछड़े और वंचित समाज का भी अपमान है।''

  • देश
  • प्रदेश
  • आलेख