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नई दिल्ली: पंजाब में पीएम नरेंद्र मोदी की सुरक्षा में चूक के मामले पर कांग्रेस बैकफुट पर जाने की बजाय आक्रामक हो गई है। पंजाब कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू ने मीडिया से बात करते हुए पीएम मोदी पर सीधा हमला बोला। उन्होंने कहा कि आप सिर्फ भारतीय जनता पार्टी के ही प्रधानमंत्री नहीं है। आप सबके हैं। आपकी जान की कीमत इस देश का बच्चा-बच्चा जानता है। सिद्धू ने कहा, 'आप इस राज्य का और इसकी पंजाबियत का यह कहकर अपमान कर रहे हैं कि यहां आपकी जान को खतरा था। जितने तिरंगे आपकी पार्टी और संघ ने जिंदगी में नहीं फहराए होंगे। उतने तिरंगे हमारे पंजाब के सपूतों की लाशों पर लपेटे जाते हैं। यहां आपकी जान को खतरा है, यह एक स्वांग है।'

सिद्धू ने एक बार फिर से इस मामले को रैली में जुटी कम भीड़ से जोड़ा। सिद्धू ने कहा, 'यह मैं मानता हूं कि बड़ी सफाई से किरकिरी को बचाने का एक प्रयास है। आज तक ऐसा नहीं हुआ होगा कि 70,000 कुर्सियों पर 500 लोगों को हिंदुस्तान का प्रधानमंत्री संबोधित करे।

लुधियाना: सुरक्षा में चूक की वजह से प्रधानमंत्री की पंजाब के फिरोजपुर में होने वाली जिस रैली को कैंसिल किया गया उसमें महज पांच हचार लोग ही पहुंचे थे, जबकि भाजपा की प्रदेश इकाई ने इस रैली में पांच लाख लोगों के जुटने का दावा किया था। खबरों के मुताबिक, भाजपा ने फिरोजपुर रैली स्थल तक लोगों को लाने के लिए 3 हजार 200 बसों का प्रबंध किया था लेकिन इसके बावजूद रैली में भीड़ नहीं जुट सकी।

ट्रिब्यून की खबर के मुताबिक, राज्य के कुछ चुनावी क्षेत्रों में तो करीब 60 बसें भेजी गई थीं। हालांकि, पार्टी को यह अंदाजा लग गया था कि पीएम की रैली में वैसी भीड़ नहीं उमड़ने वाली जैसी उसको उम्मीद थी और इसलिए रैली स्थल पर सिर्फ 500 बसों के लिए पार्किंग का इंतजाम किया गया था।

बता दें कि किसान संगठन पिछले कई दिनों से सख्त विरोध की योजना बना रहे थे। इसके लिए उन्होंने गांवों के गुरुद्वारों तक से घोषणाएं कीं और लोगों से रैली में न जाने को कहा।

चंडीगढ़: प्रधानमंत्री के फिरोजपुर दौरे के दौरान हुई सुरक्षा चूक की जांच के लिए पंजाब सरकार ने उच्च स्तरीय कमेटी का गठन किया है। आधिकारिक प्रवक्ता ने बताया कि समिति में न्यायमूर्ति (सेवानिवृत्त) मेहताब सिंह गिल और प्रमुख सचिव (गृह मामले एवं न्याय) अनुराग वर्मा शामिल होंगे। प्रवक्ता ने कहा कि समिति तीन दिनों के भीतर अपनी रिपोर्ट देगी।

बुधवार को पंजाब में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का फिरोजपुर में दौरा था। इस दौरान उनका काफिला तकरीबन 20 मिनट बेहद असुरक्षित एरिया में रुका रहा। जिस इलाके में मोदी का काफिला रुका था, वह आतंकियों के अलावा हेरोइन तस्करों का गढ़ माना जाता है। पिछले साल सितंबर माह में इसी क्षेत्र में आतंकी वारदात को अंजाम दिया गया था। लिहाजा केंद्रीय गृह मंत्रालय के अलावा पीएम सिक्योरिटी के तमाम अधिकारियों के चेहरे पर शिकन पैदा होना जायज था। इसके बाद से पंजाब में सियासत गरमा गई थी। पीएम मोदी की सुरक्षा में चूक के मामले को लेकर प्रदेश भाजपा अध्यक्ष अश्वनी शर्मा की अध्यक्षता में एक शिष्टमंडल राज्यपाल से आज राजभवन में मिलेगा।

चंडीगढ़: पंजाब दौर पर गए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सुरक्षा में हुई चूक मामले पर मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी का बयान आया है। उन्होंने एक प्रेस कांफ्रेंस बुलाकर कहा कि मुझे खेद ही कि प्रधानमंत्री को लौटना पड़ा। हमने उनसे (पीएमओ) खराब मौसम की स्थिति और विरोध के कारण यात्रा रद्द करने के लिए कहा था। हमें उनके (प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी) अचानक मार्ग परिवर्तन की कोई सूचना नहीं थी। पीएम के दौरे के दौरान सुरक्षा में कोई चूक नहीं हुई। प्रधानमंत्री के काफिले को उस जगह से पहले ही रोक दिया गया था जहां प्रदर्शनकारी बैठे थे।

सीएम ने कहा कि प्रदर्शनकारियों को उठाने में कम से कम 10-20 मिनट लगते। पीएम को इसके बारे में सूचित किया गया था और एक अलग रूट से जाने का भी आग्रह किया था। लेकिन उन्होंने वापस लौटने का फैसला किया। अगर पीएम मोदी के दौरे के दौरान सुरक्षा में कोई चूक हुई है तो हम जांच कराएंगे। प्रधानमंत्री को कोई खतरा नहीं था। मुझे आज बठिंडा में पीएम की अगवानी करनी थी, लेकिन जिन लोगों को मेरे साथ जाना था, वे कोविड पॉजिटिव पाए गए।

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