ताज़ा खबरें
आतंकियों का गैर कश्मीरी कर्मचारियों पर हमला, फायरिंग में दो घायल
खराब हवा वाले दस शहरों में दसों यूपी के, अब दिल्ली का 11वां नंबर
दिल्‍ली के शाहदरा में दीपावली के दिन दो लोगों की गोलीमार कर हत्‍या
दीपावाली की सुबह 'गैस चेंबर' बनी दिल्ली, एक्यूआई खतरनाक स्तर पर

नई दिल्ली: पंजाब में 20 फरवरी को होने वाले विधानसभा चुनाव के लिए कांग्रेस नेता गुलाम नबी आजाद और राज्य से लोकसभा सांसद मनीष तिवारी का नाम पार्टी के स्टार प्रचारकों में शामिल नहीं किया गया है। कांग्रेस ने पंजाब के लिए 30 'स्टार प्रचारकों' की एक सूची जारी की है, जिसमें सोनिया गांधी, मनमोहन सिंह और राहुल गांधी का नाम शामिल है।

आजाद और तिवारी जी-23 के प्रमुख सदस्यों में शामिल रहे हैं, जिन्होंने पार्टी नेतृत्व को पत्र लिखकर पार्टी में आमूल-चूल बदलाव की मांग की थी। ये लोग पार्टी नेतृत्व पर सवाल उठाते रहे हैं। गुलाम नबी आजाद को हाल ही में भारत सरकार ने पद्म भूषण अलंकरण से सम्मानित किया है।

हालांकि, जी-23 के कुछ अन्य सदस्य जैसे आनंद शर्मा और भूपिंदर सिंह हुड्डा पंजाब के स्टार प्रचारकों में शामिल हैं। प्रचारकों की लिस्ट में राजस्थान के पूर्व उप मुख्यमंत्री सचिन पायलट भी शामिल हैं, जिन्होंने पहले कांग्रेस के खिलाफ बगावत की थी।

चंडीगढ़: पंजाब के लिए कांग्रेस के मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार पर राहुल गांधी रविवार को खुलासा करने वाले हैं, लेकिन इससे पहले शीर्ष दो दावेदारों में से एक, नवजोत सिंह सिद्धू ने अपने आकाओं को एक कटु संदेश भेजा है। उन्होंने कल कहा, "शीर्ष पर बैठे लोग" एक कमजोर मुख्यमंत्री चाहते हैं जो उनकी धुन पर नाच सके। उन्होंने कहा, "नया पंजाब बनाना है तो मुख्यमंत्री के हाथ में है। इस बार आपको मुख्यमंत्री चुनना है। शीर्ष पर बैठे लोग एक कमजोर मुख्यमंत्री चाहते हैं जो उनकी धुन पर नाच सके। क्या आप ऐसा मुख्यमंत्री चाहते हैं?" सिद्धू ने गुरुवार को अपने समर्थकों को पंजाबी में कहा। जाहिर तौर पर गांधी परिवार पर साधे गए इस निशाने पर वहां मौजूद लोगों ने सिद्धू के समर्थन में नारेबाजी की।

सिद्धू को लंबे समय से मुख्यमंत्री पद चाह रहे है, पिछले साल सितंबर महीने में जब पार्टी ने अमरिंदर सिंह को बर्खास्त कर दिया था, तब उन्होंने अपने इस सपने को लगभग पूरा कर लिया था, लेकिन तभी पार्टी ने चरणजीत सिंह चन्नी को मुख्यमंत्री बना दिया।

नई दिल्ली: पंजाब के मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी के भांजे भूपेंद्र सिंह हनी को प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने अवैध रेत खनन मामले में गिरफ्तार किया है। जांच एजेंसी ने गुरुवार शाम हनी को हिरासत में ले लिया और आज उसे सीबीआई अदालत में पेश करेगी। एजेंसी की ओर से कहा गया है कि हनी को मनी लॉन्ड्रिंग मामले में देर रात गिरफ्तार किया गया है।

पिछले महीने ईडी ने हनी के परिसरों पर छापेमारी के दौरान 8 करोड़ रुपए जब्त किए थे। यह छापेमारी पंजाब में अवैध बालू खनन कार्यों के सिलसिले में की गई थी। एक बयान में प्रवर्तन निदेशालय ने कहा था कि "अवैध" रेत खनन और संपत्ति लेनदेन से जुड़े कागजात, मोबाइल फोन, 21 लाख रुपये से अधिक का सोना और 12 लाख रुपये की रोलेक्स घड़ी तलाशी के दौरान जब्त किए गए थे। यह गिरफ्तारी 117 सदस्यीय पंजाब विधानसभा के मतदान से कुछ दिन पहले हुई है। वोटिंग 20 फरवरी को होगी, जबकि नतीजे 10 मार्च को आएंगे।

साल 2018 में पंजाब के नवांशहर में रेत के अवैध खनन को लेकर पंजाब पुलिस ने केस दर्ज किया था।

चंडीगढ़: चंडीगढ़ से तीन घंटे की दूरी पर, मालवा क्षेत्र में, पंजाब के मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी ने आज आधिकारिक रूप से भदौर से उम्मीदवार के रूप में अपनी चुनावी दौड़ का आगाज किया। मतदाताओं का समर्थन मांगते हुए खुद को बाहरी व्यक्ति बताते हुए 58 वर्षीय चन्नी ने कहा, "मैं मालवा क्षेत्र में आए सुदामा की तरह हूं और यहां के लोग कृष्ण की तरह हैं जो मेरी देखभाल करेंगे।" मालवा, वास्तव में, चन्नी के प्रतिद्वंद्वी, आम आदमी पार्टी के समर्थन का गढ़ है, जो कि जनमत सर्वेक्षणों के अनुसार, 20 फरवरी को होने वाले चुनाव में प्रमुख दावेदार है। मालवा में विधानसभा की 69 सीटें हैं, जिनमें से एक अब कांग्रेस ने मुख्यमंत्री को आवंटित कर दी है। वह अपने पारंपरिक निर्वाचन क्षेत्र चमकौर साहिब से भी चुनाव लड़ रहे हैं, जहां से उन्होंने तीन बार पहले भी जीत दर्ज की है।

तथ्य यह है कि चन्नी दो निर्वाचन क्षेत्रों से चुनाव लड़ रहे हैं, इसे एक संकेत के रूप में देखा जाता है कि उनकी पार्टी के भीतर वे नवजोत सिंह सिद्धू को पीछे छोड़ते हुए मुख्यमंत्री के लिए पहली पसंद बन गए हैं।

  • देश
  • प्रदेश
  • आलेख