ताज़ा खबरें
आतंकियों का गैर कश्मीरी कर्मचारियों पर हमला, फायरिंग में दो घायल
खराब हवा वाले दस शहरों में दसों यूपी के, अब दिल्ली का 11वां नंबर
दिल्‍ली के शाहदरा में दीपावली के दिन दो लोगों की गोलीमार कर हत्‍या
दीपावाली की सुबह 'गैस चेंबर' बनी दिल्ली, एक्यूआई खतरनाक स्तर पर

फतेहगढ़ साहिब: पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह को मुख्यमंत्री पद से क्यों हटाया गया था? इसको लेकर कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने पहली बार खुलासा किया है। 20 फरवरी को होने वाले आगामी पंजाब विधानसभा चुनाव से एक रैली को संबोधित करते हुए राहुल गांधी ने कहा कि कैप्टन पंजाब के लोगों को मुफ्त बिजली नहीं देना चाहते थे।

ज्ञात हो कि 2017 के चुनावों में कैप्टन अमरिंदर सिंह के नेतृत्व में सत्ता में आने वाली कांग्रेस ने पिछले साल सितंबर में अमरिंदर को हटाकर चरणजीत सिंह चन्नी को मुख्यमंत्री बनाया था। अब कैप्टन अमरिंदर सिंह ने अपनी अलग पार्टी बनाई है और वे भाजपा के साथ मिलकर चुनाव लड़ रहे हैं।

पंजाब के फतेहगढ़ साहिब में एक जनसभा को संबोधित करते हुए कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने कहा, "मैं आपको बताऊंगा कि कैप्टन अमरिंदर सिंह को पंजाब के सीएम पद से क्यों हटाया गया। इसका कारण यह है कि वह गरीब लोगों को मुफ्त बिजली देने के लिए राजी नहीं हुए।

अमृतसर: रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि पंजाब के सीएम चरणजीत सिंह चन्नी कहते हैं कि पंजाब में भइये नहीं आएंगे। उन्होंने पूछा कि क्या गुरुनानक देव जी ने यही संदेश दिया था। कांग्रेस बांटकर सत्ता हासिल करना चाहती है। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि वह दो दिनों से पंजाब में हैं। उनका सौभाग्य है कि उन्हें अमृतसर आने का मौका मिला।

राजनाथ सिंह ने कहा कि जब चरणजीत सिंह चन्नी भइयों के पंजाब में न आने देने का बयान दे रहे थे तब प्रियंका गांधी वाड्रा तालियां बजा रही थी। राजनाथ सिंह ने कहा कि पंजाब में बदलाव की हवा चल रही है। एक ने पंजाब को लूटा और दूसरे ने दिल्ली में कुछ नहीं किया। रक्षा मंत्री ने कहा कि कांग्रेस में एक क्रीज पर दो लोग बल्लेबाजीत कर रहे हैं, इसलिए इनका आउट होना तय है।

राजनाथ सिंह ने कहा कि पंजाब में नशा सिर्फ भाजपा ही रोक सकती है। भाजपा की सरकार बनाकर देखें, फिर देखते हैं कौन नशा बेचता है। कांग्रेस की हर सरकार पर भ्रष्ट के आरोप लगे, पर भाजपा की किसी सरकार पर नही। भ्रष्टाचार को भाजपा ही रोक सकती है।

चंडीगढ़: पंजाब के मुख्यमंत्री और 20 फरवरी को होने वाले विधानसभा चुनाव के लिए कांग्रेस के सीएम चेहरे चरणजीत सिंह चन्नी के 'यूपी-बिहार के भैया' वाले बयान पर राजनीति गरमा गई है। चन्नी को अपने इस विवादास्पद बयान पर सफाई देनी पड़ी। प्रधानमंत्री मोदी से लेकर नीतीश कुमार और अरविंद केजरीवाल के हमले के बाद उन्होंने कहा कि उनका तात्पर्य दुर्गेश पाठक, संजय सिंह और केजरीवाल जैसे नेताओं से था, जो बाहर से आकर खलल डालते हैं। चन्नी ने कहा कि पंजाब जितना पंजाबियों का है, उतना ही दूसरे राज्य के लोगों का।

विपक्षी पार्टियों पर निशाना साधते हुए चन्नी ने कहा कि कल से मेरे बयान को तोड़-मरोड़कर पेश किया जा रहा है। पंजाब आए सभी प्रवासियों ने राज्य के विकास के लिए अपना खून-पसीना बहाया है। उनसे हमारा प्यार का रिश्ता है और उन्हें हमारे दिल से कोई नहीं निकाल सकता।" पंजाब सीएम ने कहा, "जो लोग यूपी, बिहार और राजस्थान से पंजाब में काम करने आते हैं, पंजाब उनका भी उतना ही है जितना हमारा है। इसलिए इसको गलत तरीके से पेश करना सही नहीं है। मैं फिर कह दूं प्रवासी हमारे प्यारे हैं।

चंडीगढ़: कांग्रेस की राष्ट्रीय महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने गुरुवार को पठानकोट में चुनावी रैली की। इस दौरान उन्हाेंने कहा कि काफी समय से मैं देख रही हूं कि दूसरी पार्टी के लोग क्या-क्या कह रहे हैं। जब मैंने देखा कि प्रधानमंत्री मोदी और दिल्ली के मुख्यमंत्री केजरीवाल पंजाबियत की बात कर रहे हैं तो मुझे हंसी आई। मैंने सोचा कि पंजाबियत को समझने के लिए उसे जीना पड़ता है। पंजाबियत एक जज्बा है। मेरी शादी एक पंजाबी परिवार में हुई।

उन्होंने कहा, मैं बताऊं पंजाबियत क्या है। मेरी बड़ी सासू मां मेरे ससुर जी को, जब वो छह साल के थे, कंधे पर दुपट्टे से टांग करके, छतों को लांघ करके सियालकोट से यहां लेकर आईं। ये है पंजाबियत। पंजाबियत मेरे ससुर जी की है जिन्होंने सब कुछ छोड़कर बंटवारे के समय मुरादाबाद शहर में अपने खून-पसीने से बिजनेस बनाया। अपने परिवार की परवरिश की। पंजाबियत सेवा है, पंजाबियत सच्चाई है, सद्भाव है मेहनत है और खुद्दारी है। पंजाबियत ये है जो किसी के सामने नहीं झुकती। सिर्फ मालिक के सामने झुकती है।

  • देश
  • प्रदेश
  • आलेख