पठानकोट: पीएम नरेंद्र मोदी ने पंजाब के पठानकोट में रैली को संबोधित करते हुए संत रविदास को याद कर दलितों को साधने का प्रयास किया। मध्यकाल के संत रविदास का जिक्र करते हुए पीएम नरेंद्र मोदी ने कहा कि हमारी सरकार उनके मंत्र पर ही काम कर रही है। प्रधानमंत्री ने कहा कि संत रविदास जी ने कहा था कि मैं एक ऐसा राजा चाहता हूं, जिसके राज में सभी को अन्न मिले। हर कोई समरस होकर रहे। यदि ऐसा होगा तो संत रविदास जी प्रसन्न होंगे। पीएम नरेंद्र मोदी ने कहा कि हमारी सरकार सबको साथ लेकर चलने का काम कर रही है और इसके पीछे संत रविदास जी की प्रेरणा है। संत रविदास ने कहा था, ऐसा चाहूं राज मैं, मिले सबन को अन्न, छोट बड़ो सब संब सै, रविदास रहे प्रसन्न।'
उन्होंने कहा कि हमारी सरकार के लिए गरीब का कल्याण सर्वोपरि है। पूरी दुनिया में एक ऐसी महामारी आई है, जो बीते 100 सालों में नहीं देखी गई। यह पूरी दुनिया में पूरी फैली नहीं है, लेकिन भाजपा सरकार ने संत रविदास जी को प्राथमिकता दी और देश के हर गरीब को मुफ्त राशन देने का काम किया।
उन्होंने कहा, हमने यह तय किया कि हर घर में चूल्हा जले और यह हमारे लिए सेवा का काम है।
पीएम नरेंद्र मोदी ने कहा कि हमारी सरकार ने सभी को सुरक्षा चक्र देने का काम किया है और वैक्सीन मुहैया कराई है।
पीएम मोदी ने कहा कि पंजाब से मेरा पुराना नाता रहा है। कभी मैं जम्मू से पठानकोट आता था और कभी दिल्ली के रास्ते से होकर आता था। कभी तो बाइक से यहां घूमता था और कभी ट्रेन से ही आता था।
माझा की मिट्टी ने मुझे दिया है मां जैसा प्यार
कैप्टन अमरिंदर की मौजूदगी में रैली को संबोधित करते हुए पीएम मोदी ने कहा कि माझा की इस मिट्टी ने मुझे मां जैसा प्यार दिया है। उन्होंने कहा कि हमारी सरकार ने काशी के लिए दो विशेष ट्रेनें चलाने का फैसला लिया है। पीएम मोदी ने कहा कि आज मैं आपसे 5 साल के लिए सेवा का मौका मांगने के लिए आया हूं। पीएम नरेंद्र मोदी ने कहा कि जहां भी विकास पहुंची, वहां वंशवाद का सफाया हो गया। जहां शांति और सुरक्षा आई, वहां तुष्टीकरण और भ्रष्टाचार की विदाई हो गई। प्रधानमंत्री ने कहा कि नवां पंजाब के लिए भाजपा कोई कसर नहीं छोड़ेगी।
समर्थकों ने लगाए 'मोदी जी को जय श्री राम' के नारे
रैली में समर्थक 'मोदी जी को जय श्री राम, जय श्री राम के नारे' लगाते दिखे तो पीएम मोदी ने कहा कि आप लोगों का प्यार मेरे सिर-माथे पर है। पीएम नरेंद्र मोदी ने कहा यह धरती वीरों की है। इसी माझा धरती से गुरुओं ने सिख धर्म को भी विस्तार दिया था। लेकिन सरकार अगर संस्कारों के खिलाफ चलने वालों की हो तो वो विरासत और पहचान दोनों को मिटाने के लिए लग जाती है। कांग्रेस ने क्या-क्या कुकृत्य नहीं किए। पठानकोट पर जब पाकिस्तानी आतंकियों ने हमला किया था, तब देश एकजुट था। लेकिन कांग्रेस के नेता हमारे वीरों पर सवाल उठा रहे थे। वे तो पुलवामा के शहीदों पर भी एक बार फिर से सवाल उठाने में जुटे हैं। प्रधानमंत्री ने कहा कि आपको यह तय करना है कि क्या ऐसे लोग आपकी सुरक्षा कर सकते हैं। कांग्रेस में कभी कैप्टन साहब जैसे लोग थे, जो इन्हें गलत रास्ते पर जाने से रोकते थे। अब तो वह भी वहां नहीं हूं।