ताज़ा खबरें

चंडीगढ़/हिसार: न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) की गारंटी समेत कई मांगों को लेकर किसान 11 दिन से धरने पर हैं। हरियाणा के हिसार में किसानों और पुलिस के बीच शुक्रवार को झड़प हो गई। खनौरी बॉर्डर जाने के लिए किसान खेड़ी चौपटा में इकट्ठा हुए थे। पुलिस ने उन्हें वहां जाने से रोका, जिसे लेकर बवाल हो गया। किसानों का कहना है कि पुलिस ने उन पर आंसू गैस के गोले बरसाए। दूसरी ओर, पुलिस ने आरोप लगाया कि रोके जाने पर किसानों ने पुलिसकर्मियों पर पत्थरबाजी की।

झड़प के दौरान पुलिस ने लाठीचार्ज भी किया और कई किसानों को अपनी हिरासत में ले लिया। किसानों के साथ हुई झड़प में हरियाणा पुलिस के एसएचओ जख्मी हो गए। नारनौंद के एसएचओ चंद्रभान के अलावा डीएसपी रविंद्र सांगवान और डीएसपी राज सिंह भी घायल हुए हैं। कई किसानों को भी चोटें लगी हैं। दोनों तरफ से तनाव की स्थिति है।

वहीं, हरियाणा पुलिस ने आंदोलन कर रहे किसान नेताओं के खिलाफ राष्ट्रीय सुरक्षा कानून (एनएसए) के तहत कार्रवाई का फैसला वापस ले लिया है। अंबाला रेंज के आईजी सिबाश कबिराज ने शुक्रवार को यह जानकारी दी।

अंबाला एएसपी पूजा डाबला ने कहा, "हम अभी राष्ट्रीय सुरक्षा कानून (एनएसए) के कोई प्रोविजन लागू नहीं कर रहे। एनएसए के तहत कोई कार्रवाई नहीं की जाएगी। हम किसानों-प्रदर्शनकारियों से अपील करते हैं कि कानून-व्यवस्था अपने हाथ में न लें और शांति बनाए रखें। अगर कानून-व्यवस्था बरकरार रहती है, तो किसी के खिलाफ कानूनी कार्रवाई नहीं की जाएगी।"

शुभकरण का अभी तक नहीं हुआ पोस्टमार्टम

वहीं, किसान शुभकरण का पोस्टमार्टम करवाने से इंकार कर रहे हैं। किसानों का कहना है कि पैसा नहीं, इंसाफ चाहिए। किसान नेताओं ने शुभकरण को शहीद का दर्जा देने की मांग की थी। किसानों की साथ ही मांग है कि पोस्टमार्टम बोर्ड बनाया जाए और हरियाणा पुलिस के खिलाफ मामला दर्ज किया जाए।

शुभकरण की खरौनी बॉर्डर पर झड़प के दौरान मौत हो गई थी. शुभकरण की मौत के खिलाफ शुक्रवार को संयुक्त किसान मोर्चा 'काला दिवस' मना रहा है। शंभू और खनौरी बार्डर पर किसान अब भी धरने पर बैठे हैं।

किसानों पर नहीं लगेगा एनएसए

गुरुवार रात को अंबाला पुलिस ने कहा था कि प्रदर्शनकारी किसानों के खिलाफ एनएसए के तहत कार्रवाई की जाएगी। हालांकि, फिर हरियाणा पुलिस ने गुरुवार सुबह कहा कि उस आदेश पर पुनर्विचार किया गया और एनएसए का आदेश वापस लिया जा रहा है।

सुप्रीम कोर्ट पहुंचा मामला

किसान आंदोलन का मामला सुप्रीम कोर्ट पहुंच गया है। सुप्रीम कोर्ट में याचिका दाखिल कर इसमें दखल देने की मांग की गई है। याचिका में मांग की गई है कोर्ट सरकार को निर्देश दे कि किसान जिन मांगों को लेकर प्रदर्शन कर रहे हैं, सरकार उन पर विचार करे और किसानों के साथ सरकार उचित व्यवहार करे। याचिका में कहा गया है कि प्रदर्शनकारी किसानों को दिल्ली आने और प्रदर्शन करने से नहीं रोका जाना, प्रदर्शन करना उनका अधिकार है।

याचिका में की गईं ये अपील

'द सिख चैंबर ऑफ कॉमर्स' के मैनेजिंग डायरेक्टर अग्नोस्तोस थिओस की ओर से दायर याचिका में मांग की गई है कि पुलिस ने रास्ते में जो बैरिकेड्स बनाए हैं, उससे आम आदमी को समस्या हो रही है। पुलिस इस बैरिकेड्स को हटाए। किसानों पर पुलिस बल प्रयोग की जांच और पुलिस कार्रवाई में घायल और मारे गए किसान के परिवार को उचित मुआवजा की भी मांग की गई है। साथ ही किसान नेताओं के सोशल मीडिया अकाउंट अनब्लॉक की भी मांग की गई है।

सीएम खट्टर ने किया किसानों की कर्ज पर ब्याज और जुर्माने की माफी का एलान

इस बीच हरियाणा के सीएम मनोहर लाल खट्टर ने किसानों के लिए कर्ज पर ब्याज और जुर्माने की माफी का एलान किया है। खट्टर ने ट्वीट किया, "मैं भी किसान का बेटा हूं. मैंने भी अपने हाथ से हल चलाया है। मैं किसानों का दर्द समझता हूं... इसीलिए मैं आज प्रदेश के किसानों द्वारा 30 सितंबर 2023 तक लिए गए फसली ऋण पर ब्याज और जुर्माने की माफी की घोषणा करता हूँ।"

मनोहर लाल खट्टर ने शुक्रवार को वित्त वर्ष 2024-25 के लिए 1.89 लाख करोड़ रुपये का बजट पेश करते हुए ये ऐलान किया. बजट प्रस्तावों की घोषणा ऐसे समय में की गई, जब किसानों ने पंजाब-हरियाणा सीमाओं पर अपना विरोध प्रदर्शन तेज कर दिया है। खट्टर ने कहा कि उनकी सरकार ने किसानों के कल्याण के लिए कई कदम उठाए हैं और 14 फसलों के लिए न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) दिया जा रहा है।

सरकार ने ड्यूटी के दौरान जान गंवाने वाले सैनिकों के परिवारों के लिए आर्थिक मुआवजे को दोगुना कर एक करोड़ रुपये करने का भी फैसला किया है। खट्टर राज्य के वित्त मंत्री भी हैं।

खनौरी सीमा पर एक किसान की हार्ट अटैक से मौत

फसलों के न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) की कानूनी गारंटी सहित विभिन्न मांगों को लेकर ‘दिल्ली चलो' आंदोलन के तहत पंजाब-हरियाणा की खनौरी सीमा पर डेरा डाले लोगों में से एक किसान की हार्ट अटैक से मौत हो गई। एक किसान नेता ने शुक्रवार को यह जानकारी दी। सरवन सिंह पंधेर ने बताया कि बठिंडा जिले के अमरगढ़ गांव निवासी दर्शन सिंह (62) की मौत हो गई है।

  • देश
  • प्रदेश
  • आलेख