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कोलकाता: पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने शुक्रवार को केंद्र सरकार पर जमकर हमला बोला। बनर्जी ने कहा, 'प्रधानमंत्री ने किसानों के मुद्दों का समाधान करने के लिए काम करने के स्थान पर केवल टीवी पर संबोधनों में चिंता जताई है। वह सार्वजनिक रूप से पीएम किसान योजना के माध्यम से बंगाल के किसानों का भला करने का दावा करते हैं... जबकि तथ्य यह है कि वह केवल आधे सच के साथ लोगों को गुमराह करने की कोशिश कर रहे हैं।'

उन्होंने केंद्र सरकार के काम करने के तरीके पर भी तंज कसा। मुख्यमंत्री बनर्जी ने केंद्र सरकार की मंशा पर सवाल उठाते हुए कहा, 'तथ्य यह है कि केंद्र की मोदी सरकार ने पश्चिम बंगाल की मदद करने के लिए एक भी काम नहीं किया है। उन्हें (केंद्र सरकार को) अभी तक बकाया 85 हजार करोड़ रुपये की राशि जारी करनी है, जिसमें 8000 करोड़ रुपये का जीएसटी बकाया भी शामिल है, जिसका भुगतान अभी तक नहीं किया गया है।' ममता बनर्जी ने कहा, “अब मैं सीधे सीधे बता दूं कि हम हमेशा किसानों के हित में सहयोग करने के लिए तैयार हैं।

कोलकाता: पश्चिम बंगाल के विश्व भारती विश्वविद्यालय का आज शताब्दी समारोह था। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस कार्यक्रम को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से संबोधित किया। उधर, पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी इस कार्यक्रम में शामिल नहीं हुईं। इसे लेकर भाजपा ने बनर्जी पर सवाल भी खड़े किए। वहीं, बनर्जी ने कहा है कि मुझे इस कार्यक्रम के लिए कोई आमंत्रण नहीं मिला। मुख्यमंत्री ने भाजपा के आरोपों को खारिज करते हुए कहा कि इस कार्यक्रम के संबंध में न तो मेरे पास कोई फोन आया और न ही कोई चिट्ठी मिली। कहा जा रहा है कि विश्वविद्यालय की ओर से ममता को पत्र भेजा गया था।

राज्यपाल ने साधा राज्य सरकार पर निशाना

उधर, राज्यपाल जगदीप धनखड़ ने ममता सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि क्रिकेट में सभी गेंदों को नहीं खेला जाता है और सभी को बख्शा भी नहीं जाता है। जो लोग विश्वविद्यालय को विवाद में डालना चाहते हैं, मैं उनसे संस्थान और कुलपति को पूर्ण स्वायत्तता देने की अपील करता हूं।

नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज पश्चिम बंगाल स्थित विश्व भारती विश्वविद्यालय के शताब्दी वर्ष समारोह को वर्चुअली संबोधित करते हुए कहा कि इसके प्रतिष्ठित संस्थापक रवींद्रनाथ टैगोर के दृष्टिकोण का सार 'आत्मनिर्भर भारत' का था। उन्होंने यह भी कहा कि विश्वविद्यालय ने स्वतंत्रता आंदोलन के दौरान रवींद्रनाथ टैगोर के मार्गदर्शन में भारतीय राष्ट्रवादी भावना को मूर्त रूप दिया था। पीएम ने कहा, "गुरुदेव संपूर्ण मानवता को भारत के आध्यात्मिक जागरण से लाभान्वित करना चाहते थे। आत्मानिर्भर भारत दर्शन भी इसी भावना से उत्पन्न है।"

प्रधानमंत्री ने अपने संबोधन में गुरुदेव रवींद्रनाथ टैगोर के गुजरात कनेक्शन का भी जिक्र किया और कहा कि गुरुदेव की बड़े भाई सत्येंद्र नाथ टैगोर की नियुक्ति गुजरात में हुई थी। तब रवींद्र नाथ टैगोर उनसे मिलने अहमदाबाद आते थे। पीएम ने कहा कि गुरुदेव ने वहां पर ही अपनी दो कविताएं लिखी थीं। पीएम ने कहा कि गुजरात की बेटी भी गुरुदेव के घर बहू बनकर आई थी। पीएम ने कहा कि जब सत्येंद्र नाथ टैगोर की पत्नी ज्ञानेंद्री देवी अहमदाबाद में रहती थीं, तब उन्होंने देखा कि गुजराती महिलाएं साड़ी का पल्लू दाईं ओर रखती थीं, तब उन्होंने बाईं तरफ साड़ी का पल्लू रखने की सलाह दी थी, जो अबतक जारी है।

कोलकाता: केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने पश्चिम बंगाल दौरे के दौरान रविवार को बाउल गायक बासुदेब दास के घर पर भोजन किया लेकिन उससे एक शब्द भी बात नहीं की। बुधवार को दास ने अफसोस जाहिर करते हुए कहा कि शांति निकेतन स्थित उनके घर पर भोजन करने के तुरंत बाद अमित शाह वहां से चले गए। अब राज्य सरकार ने गरीब बासुदेब दास को आर्थिक सहायता देने की पेशकश की है। दूसरी तरफ, भाजपा का आरोप है कि तृणमूल कांग्रेस की नींद तब टूटी, जब अमित शाह के कदम गरीब गायक के घर पर पड़े।

इस बीच, बासुदेब दास, जिन्हें बीरभूम जिले के तृणमूल कांग्रेस अध्यक्ष अनुब्रत मंडल ने राज्य सरकार से आर्थिक मदद दिलाने का वादा किया है, ने कहा कि वो 29 दिसंबर को होने वाली ममता बनर्जी की रैली में शामिल होंगे। दास ने कहा, "मेरे पास अमित शाह जी जैसे बड़े व्यक्ति को बताने के लिए कुछ चीजें थीं। मैं उन्हें बाउल कलाकारों की स्थिति के बारे में बताना चाहता था कि उनकी दशा सुधारने के लिए क्या कुछ किया जा सकता है।"

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