हावड़ा: भाजपा का अध्यक्ष पुन: चुने जाने के बाद नया हमला बोलते हुए अमित शाह ने ममता बनर्जी सरकार पर वोट बैंक की राजनीति करने का आरोप लगाया और कहा कि सरकार ने पश्चिम बंगाल को राष्ट्र विरोधी तत्वों और जाली मुद्रा गिरोहों के लिए सुरक्षित पनाहगाह बना दिया है। शाह ने सारदा चिट फंड और रोज वैली चिट फंड से जुड़े करोड़ों रुपयों के घोटालों का जिक्र करते हुए भी कहा कि पश्चिम बंगाल में केवल चिट फंड का कारोबार फल-फूल रहा है। सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस ने पलटवार करते हुए कहा कि भाजपा को राज्य में कोई विकास नहीं दिखाई दे सकता क्योंकि वे खुद पिछले साल से सारे चुनाव हारते आ रहे हैं।
राज्य में विधानसभा चुनाव से कुछ महीने पहले एक तरह से चुनावी बिगुल बजाते हुए शाह ने कहा, ‘‘तृणमूल कांग्रेस की वोट बैंक की राजनीति ने बंगाल को राष्ट्र विरोधी तत्वों का गढ़ बना दिया है। नियमित बम विस्फोटों से साबित हो गया है कि राष्ट्र विरोधी तत्वों और जाली नोटों के गिरोहों ने इसे किस तरह सुरक्षित पनाहगाह बना लिया है। वोट बैंक की राजनीति के चलते घुसपैठ को बढ़ावा दिया जाता है।’’ शाह ने भी केंद्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह की तरह मालदा की हिंसा पर तृणमूल कांग्रेस सरकार पर निशाना साधा और कहा, ‘‘तृणमूल सरकार ने इसे सही से नहीं संभाला।’’ शाह ने कहा, ‘‘पूरा देश मालदा की हिंसा से चिंतित है लेकिन मुख्यमंत्री कह रहीं हैं कि यह बीएसएफ और स्थानीय लोगों के बीच झगड़े का नतीजा है। यह सच नहीं है। पुलिस के मनोबल को गिराया गया। पुलिस थाने पर हमला बोला गया और पुलिस वाहनों को जला दिया गया।’’ उन्होंने कहा, ‘‘मैं पूछना चाहता हूं कि क्या आप पूरे राज्य की मुख्यमंत्री हैं या केवल उन उपद्रवियों की?’’ भाजपा अध्यक्ष ने चिट फंड के मुद्दे पर भी ममता सरकार को नहीं छोड़ा और कहा, ‘‘सारदा चिट फंड और रोज वैली चिट फंड मामलों में धोखा खाने वाले 17 लाख लोग जानना चाहते हैं कि एकत्रित धन का क्या हुआ। बंगाल में सभी उद्योग बंद हो गये और केवल एक उद्योग फल-फूल रहा है, वह है चिट फंड का।’’ उन्होंने यहां एक रैली में कहा, ‘‘लोग उन्हें मुख्यमंत्री के तौर पर जान सकते हैं, लेकिन चिटफंड मालिक उन्हें महान पेंटर के तौर पर जानते हैं जिनकी पेंटिंग करोड़ों रपये में खरीदी गयीं हैं।’’ शाह ने कहा, ‘‘दीदी, जनता मूर्ख नहीं है, उन्हें अच्छी तरह पता है कि चिट फंड का धंधा तृणमूल कांग्रेस की मिलीभगत से चल रहा है।’’ जनता से आगामी विधानसभा चुनाव में भाजपा को एक अवसर देने का अनुरोध करते हुए शाह ने कहा, ‘‘हम बंगाल को विकास के रास्ते पर ले जाएंगे। हम वोट बैंक की राजनीति नहीं करते।’’ उन्होंने कहा कि अगर भाजपा पश्चिम बंगाल में सत्ता में आती है तो बांग्लादेश से घुसपैठ रोकी जाएगी। शाह के बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए तृणमूल कांग्रेस के महासचिव पार्थ चटर्जी ने कहा कि उन्हें केंद्र में भाजपा सरकार के खिलाफ लगे भ्रष्टाचार के अनेक आरोपों को देखना चाहिए। उन्होंने कहा, ‘‘हमने चिट फंड मामले में कार्रवाई की है और 1980 से सभी चिट फंडों की पड़ताल कर रहे हैं।’’ पार्थ चटर्जी ने कहा, ‘‘शाह जिस पार्टी से ताल्लुक रखते हैं, उसका बमुश्किल ही राज्य में कोई आधार है। इसलिए उन्हें बंगाल का औद्योगिक विकास दिखाई दे, यह संभव नहीं है।’’ इस बीच माकपा ने शाह के आरोपों और तृणमूल कांग्रेस के जवाब को दोनों पार्टियों के बीच तय नाटक का हिस्सा बताया। माकपा पोलितब्यूरो के सदस्य मोहम्मद सलीम ने कहा, ‘‘अमित शाह तृणमूल कांग्रेस पर हमला कर सकते हैं। लेकिन सारदा घोटाले में सीबीआई जांच का क्या? हमारी मुख्यमंत्री पिछले साल सीबीआई से अपनी पार्टी को बचाने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के पास पहुंची थीं, उसके बाद से सारदा घोटाले पर सीबीआई की चाल सुस्त है।’’ उन्होंने कहा, ‘‘इसलिए अमित शाह जो कह रहे हैं, वह कुछ और नहीं बल्कि लोगों को बेवकूफ बनाने के लिए दोनों दलों के बीच तय नाटक है।’’