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पटना: राजद के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष पद से शिवानंद तिवारी ने छुट्टी ली है। मंगलवार को फेसबुक पोस्ट कर उन्होंने यह जानकारी साझा की। इसका कारण उन्होंने संस्मरण लिखना बताया है। हालांकि राजनीतिक गलियारे में चर्चा है कि वे नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी प्रसाद यादव के रुख से नाराज चल रहे थे। लोकसभा चुनाव के बाद तेजस्वी लंबे समय तक राजनीतिक गतिविधयों से दूर रहे। यहां तक कि बिहार विधानमंडल के सत्र में भी गायब रहे। इस पर शिवानंद तिवारी ने कई बार अपनी नाराजगी जाहिर की।

राजद नेताओं के अनुसार शिवानंद तिवारी चाहते थे कि चुनाव परिणाम से घबराने के बजाए राजद को लोगों के बीच जाना चाहिए। पटना के जलजमाव में भी नेता प्रतिपक्ष गायब रहे। लगातार अपनी बात कहने के बावजूद राजद नेताओं की गतिविधियों में सुधार नहीं होने के कारण ही शिवानंद ने फिलहाल राष्ट्रीय उपाध्यक्ष के पद से छुट्टी ली है। संभव है कि आने वाले समय में वे इससे भी बड़ा कदम उठाएं। उल्लेखनीय है कि शिवानंद तिवारी राज्य के वरिष्ठ समाजवादी नेता हैं। बक्सर के शाहपुर से 1996 में वे पहली बार विधायक बने।

नई दिल्ली: बिहार के उप मुख्यमंत्री एवं भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के वरिष्ठ नेता सुशील कुमार मोदी ने नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी प्रसाद यादव के हो रहे उप चुनाव प्रचार के लिए समस्तीपुर एवं किशनगंज नहीं जाने को लेकर निशाना साधते हुए कहा कि यह महागठबंधन के खंड-खंड होने का प्रमाण है। मोदी ने यहां समस्तीपुर (सुरक्षित) लोकसभा क्षेत्र के लोक जनशक्ति पार्टी (लोजपा) प्रत्याशी प्रिंस राज के समर्थन में समस्तीपुर शहर के अनेक हिस्सों में लोजपा सांसद चिराग पासवान और जनता दल यूनाईटेड (जदयू) सांसद रामनाथ ठाकुर के साथ करीब तीन घंटे तक रोड शो किया।

भाजपा नेता ने रोड शो करने के बाद कहा कि राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के वरिष्ठ नेता एवं प्रतिपक्ष के नेता बताएं कि वह आजतक समस्तीपुर और किशनगंज में चुनाव प्रचार करने क्यों नहीं गए। कथित महागठबंधन के खंड-खंड होने का प्रमाण है कि कांग्रेस की सीट पर राजद तो राजद प्रत्याशी के क्षेत्र में कांग्रेस का कोई बड़ा नेता, हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा (हम) के राष्ट्रीय अध्यक्ष जीतन राम मांझी तथा विकासशील इंसान पार्टी(वीआईपी) के नेता प्रचार करने नहीं गए।

पटना: बिहार में पिछले दिनों हुई भारी बारिश के बाद जलजमाव और बाढ़ जैसे हालात को लेकर पटना हाईकोर्ट में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और उप मुख्यमंत्री सुशील मोदी के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई गई है। मुख्य न्यायिक दंडाधिकारी (सीजेएम) के समक्ष दाखिल की गई इस शिकायत में आठ अन्य लोगों को भी आरोपी बनाया गया है। मालूम हो कि सितंबर के आखिरी सप्ताह में बिहार में भारी बारिश ने भारी तबाही मचाई थी। 27 से 30 सितंबर तक हुई मूसलाधार बारिश से 15 जिलों में बाढ़ की स्थिति हो गई थी। पटना में पंप मंगवाकर कई इलाकों से पानी निकाला गया।

सरकार के प्रयासों के बावजूद बारिश के बाद पैदा हुए बाढ़ के हालात से लोग अबतक पूरी तरह नहीं उबर पाए हैं। गंदे पानी के जमाव के बीच डेंगू जैसी बीमारी फैलने लगी और लोग हताहत भी हुए। वहीं दूसरी ओर इस हालात की समीक्षा करने के लिए मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने उच्च स्तरीय बैठक की।

पटना: बिहार की राजनीति में भाजपा और जदयू नेताओं के बीच बयानी हमलों के बाद एनडीए गठबंधन में लगाई जा रही मतभेद की अटकलों पर भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष और केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने गुरुवार को विराम लगा दिया है। उन्होंने कहा कि भाजपा और जदयू में किसी प्रकार का मतभेद नहीं है और नीतीश कुमार के नेतृत्व में ही विधानसभा चुनाव लड़ा जाएगा। शाह ने कहा कि अगले साल होने वाले विधानसभा चुनाव हम साथ मिलकर लड़ेंगे और जदयू अध्यक्ष मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के नेतृत्व में लड़ेगें।

उन्होंने साफ तौर पर कहा कि बिहार में एनडीए गठबंधन अटल है। राष्ट्रीय स्तर पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में चुनाव लड़ेगें और बिहार में वर्तमान नेतृत्व में। दोनों दलों के बीच मतभेदों पर शाह ने कहा कि किसी भी गठबंधन में मतभेद और मनभेद होता रहता है। गठबंधन में हमेशा से ही कुछ न कुछ मनमुटाव रहा है और इसे एक अच्छे गठबंधन का मानदंड माना जाना चाहिए। बस मतभेद को मनभेद में नहीं बदलना चाहिए। मालूम हो कि बिहार में भारी बारिश के बाद बाढ़ और जलजमाव की स्थिति के बाद भाजपा और जदयू के नेताओं के बीच जुबानी जंग शुरू हो गई थी।

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