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पटना: बिहार में राजद के साथ सरकार बनाने के बाद से मुख्यमंत्री नीतीश कुमार लगातार भाजपा और आरएसएस के खिलाफ आक्रमक नजर आ रहे हैं। नीतीश कुमार को जहां भी मौका मिलता है, वहां भाजपा और आरएसएस को घेरने का मौका नहीं छोड़ते। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने मंगलवार को भाजपा का नाम लिए बगैर कहा कि आजादी की लड़ाई में जिनकी कोई भूमिका नहीं रही वे लोग आज बंदेमातरम कर रहे। राजधानी स्थित बापू सभागार में मंगलवार को कलम दवात क्लब द्वारा आयोजित जेपी की कहानी, नीतीश की जुबानी कार्यक्रम में उन्होंने यह बात कही। मौके पर मौजूद भीड़ से मुख्यमंत्री ने पूछा कि बापू की हत्या किसने की? भीड़ से यह प्रत्युत्तर आया कि आरएसएस। मुख्यमंत्री ने कहा कि ऐसे लोगों से सावधान रहिए।

भाषण के दौरान नीतीश कुमार ने कहा, 'आजादी की लड़ाई किसने लड़ी थी? जिन्होंने आजादी की लड़ाई नहीं लड़ी, वही लोग आजकल उसकी बात कर रहे हैं। आजादी की लड़ाई को जब 75 साल पूरे हो गए तो नए-नए नामकरण की बात कर रहे हैं। उनका आजादी की लड़ाई से कोई लेना देना नहीं।

पटना: छपरा-सीवान हाइवे पर बुधवार सुबह बिहार पुलिस के जवानों को ले जा रही एक बस की चपेट में आने से तीन बाइक सवारों की मौत हो गई। हादसे के बाद बस के फ्यूल टैंक में विस्फोट होने से बस में आग लग गई। हादसा देवरिया गांव के पास उस समय हुआ, जब बाइक सवार तीन लोग पुलिस अधिकारियों को ले जा रही बस की चपेट में आ गए। बाइक सवारों में से एक बस के नीचे फंस गया और उसे 100 गज की दूरी तक घसीटा गया, जिसके बाद बस का ईंधन टैंक फट गया, जिससे बाइकर जिंदा जल गया।

आग की लपटों में घिरी बस के नीचे एक आदमी जलता रहा और पुलिस के जवान बस से उतरकर भागने लगे। किसी भी जवान ने युवक को बचाने का प्रयास नहीं किया। यह सारा हादसा कैमरे में कैद हो गया। बस सीताबड़ियारा में दिवंगत राजनीतिक नेता जयप्रकाश नारायण की 120वीं जयंती समारोह से लौट रही थी। इस कार्यक्रम में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने शिरकत की थी। घटना छपरा जिले के रिविलगंज थाना अंतर्गत देवरिया गांव के समीप की है।

पटना: बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने गृहमंत्री अमित शाह के सारण जिले में जेपी के गांव सिताब दियारा में दिए भाषण पर पलटवार किया है। उन्होंने शाम में पटना में पूछा कि जेपी आंदोलन के समय अमित शाह कहां थे। सीएम ने उनसे पूछा कि आप क्या जानते हैं, कितने साल से राजनीति में हैं। कहां के बारे में क्या जानते हैं। जरा बता दीजिए कि अपने राज्य के बारे में भी कितना जानते हैं।

नीतीश कुमार ने कहा कि उन्हें गुजरात में 2002 से मौका मिला, जबकि जेपी आंदोलन 1974 में हुआ था। ये लोग कुछ से कुछ बोलते रहते हैं। जो मर्जी हो बोलते रहें बिना मतलब का, उसकी कोई वैल्यू नहीं है। उन्होंने पूछा कि क्या बिहार के लोगों को मालूम नहीं है, वो बहुत बड़ी गलतफहमी में हैं।

सीएम नीतीश ने कहा कि जिन लोगों का आज़ादी के आंदोलन में कोई योगदान नहीं रहा, वो आजकल इसका समारोह मना रहे हैं। उन्होंने लोगों से ये याद रखने की अपील की कि आख़िर बापू को किसने मारा।

सारण: केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह और यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ मंगलवार को लोक नायक जयप्रकाश नारायण की जयंती पर उनके पैतृक गांव सारण जिले के सिताब दियारा पहुंचे। इस दौरान अमित शाह ने राज्य के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और राजद प्रमुख लालू प्रसाद यादव पर जमकर हमला बोला। अमित शाह ने नीतीश कुमार को सत्तालोलुप करार दिया। शाह ने कहा कि सत्ता में बने रहने के लिए नीतीश कुमार ने जेपी के सिद्धांतों की तिलांजली दे दी और कांग्रेस के गोद में बैठ गये।

अमित शाह ने कहा कि जेपी और लोहिया के चेले 5 बार पाला बदल चुके हैं। ऐसे लोगों का मकसद बस सत्ता पाना ही होता है। उन्होंने कहा कि जेपी के स्वतंत्र क्रांति की कांग्रेस ने कभी भी सराहना नहीं की। इमरजेंसी लगाकर उन्हें जेल में डाल दिया गया। सिताब दियारा की इसी धरती पर उन्होंने जाति व भ्रष्टाचार विहीन समाज की कल्पना की पर आज उन्हीं का नाम लेने वाले कुछ लोग कांग्रेस की गोद में जा बैठे हैं। वे जेपी के सपनों को तोड़ रहे हैं। दूसरी ओर देश के पीएम नरेंद्र मोदी सर्वोदय और अंत्योदय को मिलाकर जेपी के सपनों को पूरा कर रहे हैं।

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